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इमरजेंसी कोटा में आप भी बुक कराते हैं टिकट तो जान लीजिए नए नियम

रेलवे ने इमरजेंसी कोटा में टिकट बुकिंग के नियमों को बदल दिया है। अब जिस दिन यात्रा है उससे एक दिन पहले इमरजेंसी कोटा के लिए रिक्वेस्ट करनी होगी।

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रेल सांकेतिक तस्वीर, Photo Credit: PTI

रेल मंत्रालय ने टिकट बुक करने की प्रक्रिया में एक और बड़ा बदलाव किया है। हाल ही में चार्ट तैयार करने और तत्काल बुकिंग को लेकर रेलवे मंत्रालय ने बदलाव किए थे। मंगलवार को एक नए सर्कुलर में इमरजेंसी कोटा में टिकट बुकिंग के नए नियमों  की घोषणा की है। नए सर्कुलर के अनुसार, जिस दिन यात्रा है उस दिन कोई भी टिकट से जुड़े आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे। यानी अगर आपका कोई अनुरोध है तो वह 24 घंटे पहले ही देना होगा।

 

यह नियम मंगलवार से ही लागू हो चुका है। रेलवे बोर्ड के अनुसार, यह बदलाव चार्ट तैयार करने की प्रोसेस को आसान बनाने और टिकटों की कालाबाजारी रोकने के लिए किया गया है।मंगलवार को जारी सर्कुलर में कहा गया है कि जो भी यात्री इमरजेंसी कोटा में टिकट बुक करना चाहते हैं उन्हें यात्रा से एक दिन पहले ही रिक्वेस्ट करनी होगी। ये बदलाव सभी ट्रेनों के लिए लागू होंगे।

 

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कब करनी होगी रिक्वेस्ट?

रेलवे ने कहा, 'रात के 12 बजे से दोपहर 1 बजे तक चलने वाली ट्रेन में इमरजेंसी टिकट के लिए रिक्वेस्ट एक दिन पहले दोपहर 12 बजे तक इमरजेंसी कोटा सेल के पास पहुंच जानी चाहिए। दोपहर 1 बजे से रात 12 बजे तक चलने वाली ट्रेनों के लिए इमरजेंसी टिकट की रिक्वेस्ट एक दिन पहले शाम 4 बजे तक इमरजेंसी कोटा सेल के पास पहुंच जानी चाहिए।' जिस दिन ट्रेन रवाना होती है अगर उसी दिन रिक्वेस्ट की तो वह स्वीकार नहीं की जाएगी।

छुट्टी वाले दिन बना प्लान तो क्या करें?

अगर किसी व्यक्ति  का प्लान रविवार या किसी सरकारी छुट्टी के दिन है, तो उन दिनों में रवाना होने वाली ट्रेनों के लिए रिक्वेस्ट पिछले वर्किंग डे पर ही देनी होगी। सर्कुलर में कहा गया है, 'ट्रेनों में इमरजेंसी कोटा रविवार या रविवार के बाद आने वाली छुट्टियों के लिए जारी किया जाना है तो इसके लिए रिक्वेस्ट पिछले वर्किंग डे के दौरान ऑफिस के समय में दी जानी चाहिए।' अगर कोई भी यात्री ऐसा नहीं करता है तो उसकी इमरजेंसी कोटा रिक्वेस्ट स्वीकार नहीं की जाएगी।

इमरजेंसी कोटा क्या है?

इमरजेंसी कोटा रेलवे की एक खास व्यवस्था है, जो किसी भी इमरजेंसी में यात्रियों को टिकट देती है। यह कोटा आमतौर पर सरकारी अधिकारियों, सीनियर नागरिकों, मेडिकल इमरजेंसी या कुछ विशेष परिस्थितियों में यात्रियों के लिए रिजर्व होता है। रेलवे ने कहा कि बदलाव के बाद उन यात्रियों को फायदा होगा जिन्हें इसकी जरूरत है और बुकिंग प्रक्रिया भी तेज होगी।

 

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लागू होगा नया रिजर्वेशन सिस्टम

इस साल दिसंबर तक एक नया टिकट रिजर्वेशन सिस्टम लागू कर दिया जाएगा। इस सिस्टम के लागू होने से टिकट बुक करने की क्षमता बढ़ जाएगी। नए सिस्टम के लागू होने से हर मिनट 1,50,000 टिकट बुक किए जा सकेंगे जो पहले के 32,00 टिकट प्रति मिनट से बहुत ज्यादा है। नए सिस्टम में लोग आसानी से टिकट बुक कर सकेंगे क्योंकि इसे यूजर फ्रेंडली बनाया जा रहा है। इसमें कई भाषाओं में टिकट बुकिंग की सुविधा मिलेगी। नए सिस्टम में छात्रों, विकलांगों, बीमार लोगों के लिए अलग से सुविधाएं होंगी।

 

रेलवे मंत्रालय ने बताया कि रेलवे बोर्ड के रिजर्वेशन सेल के पास कई वीआईपी लोगों, सरकारी अधिकारियों और रेलवे के बड़े अधिकारियों की इमरजेंसी कोटा रिक्वेस्ट आती है। सर्कुलर में कहा गया है कि नियमों में इसलिए बदलाव किया जा रहा है ताकि न्यायिक तरीके से इमरजेंसी कोटा का लाभ दिया जा सके। रेलवे मंत्रालय ने अधिकारियों को नियमों को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए हैं ताकि ट्रेन लेट ना हों।

 

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रेलवे ने बदला चार्ट बनाने का समय

रेलवे ने हाल ही में रिजर्वेशन चार्ट बनाने के समय में फेरबदल किया है। पहले ट्रेन के रवाना होने से चार घंटे पहले चार्ट बनाया जाता था। अब इस चार्ट को आठ घंटे पहले बनाया जाता है। जिन ट्रेनों के रवाना होने का समय दोपहर 2 बजे से पहले है, उनके चार्ट पिछली रात 9 बजे फाइनल कर दिए जाते हैं। इससे वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों को समय पर टिकट कंफर्मेशन जानकारी मिलेगी और अगर टिकट कंफर्म नहीं होता तो वे उसी हिसाब से अपने प्लान बना सकेंगे।

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