दिवाली और छट पूजा पर घर जाने वालों की भीड़ रेलवे स्टेशन पर सबसे ज्यादा देखने को मिल रही है। इस बीच रविवार को मुंबई के बांद्रा टर्मिनस पर गोरखपुर जाने वाली अंत्योदय एक्सप्रेस ट्रेन में चढ़ने के दौरान भगदड़ मच गई थी, जिसको देखते हुए वेस्टर्न रेलवे (पश्चिमी रेलवे) ने यात्रियों के सामान पर बड़ा फैसला लिया है। अब अगर किसी भी यात्री का सामान तय सीमा से अधिक होगा तो उस पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा। इसके अलावा रेलवे ने स्टेशनों पर अधिक भीड़ न लगाने की भी सलाह दी है।
कब आया पश्चिमी रेलवे का बयान?
पश्चिमी रेलवे ने मंगलवार को एक बयान जारी कर बताया कि अब यात्री यात्रा के दौरान एक निश्चित मात्रा में ही सामान ले जा पाएंगे। वहीं, स्कूटर, साइकिल और अन्य भारी सामान जिनकी लंबाई, ऊंचाई और चौड़ाई 100 सेमी से अधिक होने पर निशुल्क की सुविधा उपलब्ध नहीं होगी।
बयान में कहा गया कि 'रेलवे अपने प्रत्येक यात्री को अपनी यात्रा के दौरान एक निश्चित मात्रा में ही बिना किसी शुल्क के सामान ले जाने की अनुमति देता है, लेकिन स्कूटर और साइकिल जैसी वस्तुओं समेत 100 सेंटीमीटर की लंबाई, 100 सेमी की चौड़ाई और 70 सेमी की ऊंचाई से बड़े आकार के सामान को नि:शुल्क ले जाने की अनुमति नहीं होगी।'
यात्रियों से रेलवे का आग्रह
पश्चिमी रेलवे ने यात्रियों को स्टेशनों पर अधिक भीड़भाड़ से बचने की सलाह दी है। साछ ही निर्धारित सामान सीमा का पालन करने की भी अपील की है। रेलवे ने अपनी विज्ञप्ति में कहा है कि अगर यात्री का सामान निशुल्क छूट से अधिक हुआ तो उस पर जुर्माना लगाया जाएगा। बता दें कि यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू हो गया जो कि 8 नवंबर तक रहेगा।
त्योहारी सीजन में बढ़ जाती है पार्सल बुकिंग
बता दें कि त्योहारी सीजन के दौरान बांद्रा टर्मिनस, वापी, वलसाड, उधना और सूरत के रेलवे ऑफिस में पार्सल बुकिंग की तेजी से वृद्धि हुई है। ऐसे में यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ट्रेन के निर्धारित समय से पहले पार्सल की खेप को रेलवे प्लेटफॉर्म पर देर तक नहीं रखने के निर्देश जारी किए गए हैं।