जलपाईगुड़ी के अपलचंद जंगल में ग्रामीणों ने देखा कि एक कार में कुछ आपत्तिजनक हो रहा है। एक महिला अपने पुरुष के साथ दारू पार्टी कर रही है, फिर क्या हुआ, आइए जानते हैं।
पंचानन रॉय और दीपा बनिक। (Photo Credit: Social Media)
पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में अपलचंद जंगल के पास एक कार देर रात खड़ी थी। कार की लाइट जल रही थी, कभी-कभी कार से कुछ हरकतें दिख रही थीं। ग्रामीणों ने सोचा कि कार में कुछ खराबी होगी, इसलिए ड्राइवर ने गाड़ी रोक दी है। जब पास गए तो उन्हें दाल में कुछ काला नजर आया। आधी रात एक कार में दो अलग-अलग राजनीतिक पार्टी के नेताओं ने एक साथ शराब क्या पी, हंगामा बरप गया। कार जंगल में खड़ी थी, ग्रामीणों को शक हुआ कि कार में कुछ हो रहा है। जब पास गए तो देखा कि एक महिला अपने पुरुष साथी के साथ दारू पी रही है। अपलचंद के जंगली इलाके में जैसे ही लोगों को यह बात पता चली, हंगामा हो गया।
ग्रामीणों ने इंतजार किया कि लोगों को आते देखकर ये लोग यहां से हट जाएंगे। वे आगे नहीं बढ़े। भीड़ ने उनसे कार से बाहर निकलने के लिए कहा। वे निकलने के लिए तैयार ही नहीं हुए। जब पास गए तो देखा कि जो महिला बैठी है, वह इलाके की चर्चित महिला नेता है और भारतीय जनता पार्टी में पदाधिकारी है। उसके साथ जो नेता पकड़ा गया है, वह कोई और नहीं, बीजेपी की धुर विरोधी पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) का एक पदाधिकारी है।
कार में टीएमसी की पंचायत समिति के अध्यक्ष पंचानन रॉय थे। जो महिला पकड़ी गई, वह जलपाईगुड़ी जिला अध्यक्ष दीपा बनिक है। उनके साथ ड्राइवर भी था। ग्रामीणों ने लोगों को घेर लिया और विरोध करने लगे। पूरे मामले का वहां मौजूद लोगों ने वीडियो भी बना लिया। फुटेज में महिला नेता पीछे वाली सीट पर बैठी नजर आ रही हैं। स्थानीय लोगों ने हंगामा किया तो शराब से भरा प्लास्टिक का गिलास उसने सीट पर आगे खिसका दी।
सोशल मीडिया पर यह तस्वीर वायरल हो रही है।
लोगों ने टोका तो डरकर भाग गई महिला
कार में एक और शख्स दिख रहा था, जिसे ड्राइवर कहा जा रहा है। कैमरा जैसे ही उसकी ओर फोकस किया गया, वह खिड़की ऊपर कर देता है। थोड़ी देर बाद महिला गाड़ी से उतरकर चली जाती है और अपनी कार में बैठकर आगे बढ़ जाती है। टीएमसी नेता पंचानन रॉय और उनके ड्राइवर को लोगों ने काफी देर तक बंधक बनाए रखा, फिर छोड़ दिया। अब इस पर सियासत भी हो रही है।
दीपा बनिक अधिकारी ने कहा है कि उन्हें गलत तरीके से फंसाया गया है। यह उनके खिलाफ राजनीतिक साजिश है। हंगामे के बाद टीएमसी और बीजेपी ने कोई बयान नहीं दिया है।