उत्तर प्रदेश के मैनपुरी से एक सरकारी कर्मचारी का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वे कथित तौर पर हिंदुओं के धार्मिक ग्रंथों पर विवादित टिप्पणी करते सुनाई दे रहे हैं। वीडियो में वह कह रहे हैं कि आजादी में छोटी जातियों का अहम योगदान है लेकिन इतिहास में उनका जिक्र नहीं किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि ब्राह्मण कोई जाति नहीं, बल्कि एक ग्रंथ है।
यह सारी बातें जो कह रहे हैं, वह यूपी के मैनपुरी जिले के PWD में इंजीनियर हैं। उनका नाम धनुषधारी है और उन्होंने यह सारी बातें स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में कहीं। उन्होंने यह भी कहा कि वेद-पुराणों में 90% बातें बनावटी हैं।
उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर अब तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें वह कह रहे हैं, ब्राह्मण कोई जाति नहीं है, बल्कि ग्रंथ है। वेद, पुराण, उपनिषद और वेदांत में जो बातें कही गई हैं, उनमें 90 प्रतिशत बनावटी हैं। वेदों में कुछ बातें लोगों को गुलाम बनाने के उद्देश्य से लिखी गई हैं।
वीडियो में क्या कह रहे हैं धनुषधारी?
धनुषधारी का लगभग 50 सेकंड का वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें वह कह रहे हैं कि ऋग्वेद जैसी ही पुस्तिक ईरान जिंदा व्यवस्था की एक किताब है।
उन्होंने कहा कि मध्य एशिया से चलकर आए कुछ लोगों ने हमें धर्म, जाति, भाषा और भेद में बांट दिया है। उन्होंने महारानी लक्ष्मीबाई पर टिप्पणी करते हुए कहा कि उनकी लड़ाई आजादी के लिए नहीं, बल्कि पेंशन के लिए थी।
वायरल वीडियो में धनुषधारी कह रहे हैं, हमारे देश के आदिवासी मूलनिवासी हैं। वे संघर्ष करते-करते थक गए लेकिन उनका नाम इतिहास में दर्ज नहीं है। लोग कहते हैं कि आजादी में छोटी जातियों को कोई योगदान नहीं है, जबकि सच्चाई यह नहीं है। छोटी जातियों का इतिहास ही नहीं लिखा गया है।
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और क्या-क्या बोले धनुषधारी?
स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में धनुषधारी कह रहे हैं कि जो गरीब हैं, वह और गरीब होता जा रहा है। जो अमीर है, उसे फ्री में जमीन मिलती है। गरीब आदमी 10 हजार का लोन लेता है तो कुर्की होती है। 10 करोड़ का लोन वाले के लिए कोई नियम कायदा नहीं है।
पुलिस में शिकायत दर्ज
धनुषधारी का वीडियो सामने आने के बाद उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दर्ज की गई है। वीडियो वायरल होने के बाद बीजेपी नेता गौतम कठेरिया ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस भी जांच में जुट गई है। हालांकि, धनुषधारी दावा कर रहे हैं कि उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है।