बढ़े हुए वजन से ज्यादातर लोग परेशान है। लोग वजन घटाने के लिए तरह तरह के तरीके अपनाते हैं। कई लोग तेजी से वजन घटाने के लिए क्रैश डाइटिंग करते हैं। ऐसा करने से वजन तो घटता है लेकिन कुछ समय बाद फिर से वेट बढ़ने लगते हैं। हमने इस बारे में जयपुर, न्यूट्रीप्लस की डायरेक्टर और सीनियर क्लीनिकल न्यूट्रिशनिस्ट डॉक्टर अंजलि फाटक से बात की है।

 

सीनियर क्लीनिकल न्यूट्रिशनिस्ट डॉक्टर अंजलि फाटक ने कहा, 'लोग क्रैश डाइटिंग के दौरान बहुत ज्यादा भूखे रहते हैं जिसकी वजह से मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है। क्रैश डाइटिंग के दौरान लोग खाना-पीना बहुत कम कर देते हैं जिससे शरीर को जरूरी पोशक तत्व नहीं मिलते हैं।' डॉक्टर अंजलि ने बताया कि क्रैश डाइटिंग शरीर के लिए बहुत नुकसानदायक है। उन्होंने कहा कि वजन घटाने के लिए सस्टनेबल डाइटिंग करनी चाहिए। यह आपके लाइफस्टाइल का हिस्सा बन जाता है जिसका फायदा आपको भविष्य में होता है।

 

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डाइटिंग छोड़ने के बाद क्यों बढ़ने लगता है वजन

न्यूट्रीप्लस की डायरेक्टर और सीनियर क्लीनिकल न्यूट्रिशनिस्ट डॉक्टर अंजलि फाटक ने इसके पीछे कई कारण बताए हैं।

 

स्लो मेटाबॉलिज्म- मेटाबॉलिज्म स्लो होने के कारण खाना पचाने की क्षमता स्लो हो जाती है। शरीर कैलोरी को बर्न करने का कम कर देता है। इस दौरान शरीर फैट को ब्रेक नहीं करता है बल्कि जमा करने लगता है।

 

मसल्स लॉस होता है- क्रैश डाइटिंग के दौरान मसल लॉस ज्यादा होता है और उससे कैलोरी बर्न होता है। इस तरह की डाइटिंग के दौरान मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है और शरीर में फैट तेजी से बढ़ता है।

 

भूख वाले हार्मोन इम्बैलेंस हो जाते हैं- क्रैश डाइट के कारण शरीर में हंगर हार्मोन पर प्रभाव पड़ता है। डाइटिंग के दौरान घ्रेलिन हार्मोन बढ़ता है। इस वजह से क्रेविंग बहुत बढ़ती है क्योंकि जब आप ढंग से खाना नहीं खाते हैं तो लेप्टिन हार्मोन का लेवल एक दम से बढ़ता है। घ्रेलिन और लेप्टिन दोनों हार्मोन इम्बैलेंस हो जाते हैं।

 

वॉटर वेट वर्सेज फैट लॉस- क्रैश डाइट के दौरान शरीर में फैट लॉस से ज्यादा वॉटर लॉस होता है। इसके पीछे कारण है कि शरीर डिहाइड्रेट होने लगता है। जब हम दोबारा से खाना खाने लगते हैं तो वेट बढ़ा हुआ दिखाई देने लगता है।

 

डोपामाइन सुपर एक्टिव होता है- जब शरीर को लगता है कि खाने को नहीं देंगे तो फैट को जमा करने लगता है। जैसे ही आप खाना खाते हैं तो शरीर में डोपामीन सुपर एक्टिव हो जाता है। ऐसे में हम एक साथ बहुत सारा खाना खा लेते हैं। उसमें फिर उस समय बॉडी एक साथ बहुत साथ खा लेते हैं। क्रैश डाइटिंग की वजह से पेट संबंधी समस्याएं भी होती हैं।

सही तरीके से करें वेट लॉस

डॉक्टर अंजलि ने कहा, 'वेट लॉस में वॉटर लॉस, मसल लॉस और फैट लॉस शामिल होता है। जब आप सही तरीके से वजन नहीं घटाते हैं तो शरीर से सबसे ज्यादा वॉटर लॉस ही होता है। जब आप सही तरीके से वजन घटाते हैं तो शरीर से फैट लॉस भी होता है और बॉडी में मसल्स भी बनती है। आपको बैलेंस डाइट लेना चाहिए जिसमें कार्बोहाइड्रेट, फैट सभी चीजें शामिल होती हैं। आपको अपने हर मील में प्रोटीन वाली चीजों को शामिल करना बहुत जरूरी है।"

 

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फिट रहने के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करें

  • नियमित रूप पर भोजन करें।
  • रोजाना 30 से 40 मिनट वॉक करें
  • पर्याप्त नींद लें ताकि मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है।
  • खाने में शुगर को बिल्कुल से बंद नहीं करना है।
  • आप चीनी की बजाय फ्रूट्स, किशमिश, शकरकंद को शामिल कर सकते हैं। 
  • सही मात्रा में पौष्टिक आहार लें।
  • धीरे-धीरे वेट लॉस करें ताकि शरीर को नुकसान नहीं पहुंचे।
  • डाइटिशियन से सलाह लेकर डाइट फॉलो करें।