तेजस अच्छा या खराब? पाकिस्तानियों को आंकड़ों के साथ यहां मिलेगा सटीक जवाब
पाकिस्तान पिछले 21 साल में पांच जेएफ-17 थंडर विमान गंवा चुका है। वह कई बार अपने विमान हादसे छिपाने तक की कोशिश करता है। 2020 में एक रिहर्सल के दौरान एफ-16 विमान भी इस्लामाबाद में क्रैश हो चुका है।

तेजस विमान के खिलाफ झूठा नैरेटिव चला रहा पाकिस्तान। (Photo Credit: PTI)
दुबई एयर शो में तेजस विमान के क्रैश होने के बाद पाकिस्तान में एक अलग कहानी गढ़ने की कोशिश की जा रही है। सोशल मीडिया पर तमाम पाकिस्तानी अकाउंट भारत के स्वदेशी फाइटर जेट की क्षमता पर सवाल उठा रहे हैं, जबकि पाकिस्तान का खुद का रिकॉर्ड बेहद घटिया है। 100 सीसी की बाइक न बना पाने वाला पाकिस्तान फाइटर जेट के मामले में आज दुनिया को ज्ञान बांच रहा है।
पाकिस्तान ने चीन की सहायता से जेएफ- 17 फाइटर जेट बनाया है। दूसरे शब्दों में कहें तो चीन में बने पुर्जों को सिर्फ असेंबल करता है। पाकिस्तान जेएफ-17 थंडर को अपना 'प्राइड' बताता है। मगर पाकिस्तान जिन कसौटियों में तेजस को कसता है, यदि उसी पैमाने पर जेएफ-17 को मापा जाए तो इसकी क्षमता सवालों के घेरे में है, क्योंकि यह फाइटर जेट अब तक पांच बार क्रैश हो चुका है। ये आंकड़े सिर्फ सार्वजनिक मंचों पर उपलब्ध स्रोतों के हैं। न जाने कितने हादसों को पाकिस्तान ने छिपाया होगा, क्योंकि ऐसा करने का उसका लंबा इतिहास रहा है।
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जेएफ-17 थंडर 5 बार कर चुका ब्लंडर
भारत के पहले हल्के लड़ाकू एयरक्राफ्ट तेजस ने साल 2001 में अपनी पहली टेस्टिंग उड़ान भरी थी। तब से अब तक पिछले 24 वर्षों में सिर्फ दो बार तेजस विमान क्रैश हुआ। पाकिस्तान ने चीन के साथ मिलकर जेएफ-17 थंडर बनाया। इस विमान तेजस से करीब दो साल बाद 2003 में अपनी पहली उड़ान भरी। अब तक कुल पांच क्रैश हो चुके हैं।
कब-कब क्रैश हुआ जेएफ- 17 थंडर
- 15 नवंबर 2011 को कमरा में पहला हादसा।
- 27 सितंबर 2016 को अरब सागर में गिरा।
- 15 सितंबर 2020 को अटक के पास तीसरा हादसा।
- 6 अगस्त 2021 को अटक में एक और क्रैश।
- 5 जून 2024 को पंजाब के झांग में पांचवां हादसा।
कब और कहां क्रैश हो चुका तेजस?
पिछले साल 12 मार्च को राजस्थान के जैसलमेर जिले में तेजस का पहला क्रैश हुआ था। यह विमान तीनों सेनाओं के संयुक्त अभ्यास 'भारत शक्ति' से लौट रहा था। दूसरा हादसा 21 नवंबर यानी दुबई एयर शो के आखिरी दिन हुआ। जब कलाबाजी दिखाता तेजस विमान अचानक जमीन में आ गिरा। राजस्थान वाले हादसे में तेजस का पायलट सुरक्षित बाहर निकलने में कामयाब रहा। वहीं दुबई हादसे में दुर्भाग्य से पायलट की जान नहीं बचाई जा सकी।
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क्या खराब है तेजस का रिकॉर्ड
विशेषज्ञों के मुताबिक पिछले 24 साल में सिर्फ दो बार हादसे का शिकार होने से यह साबित नहीं होता है कि तेजस अच्छा विमान नहीं है। नए लड़ाकू विमान अपने विकास के शुरुआती चरण में कई बार हादसे का शिकार होते हैं, जबिक तेजस को ऐसा सामना नहीं करना पड़ा। वायुसेना में शामिल होने के करीब आठ साल बाद पहला हादसा हुआ। सुरक्षा के लिहाज से यह कोई खराब रिकॉर्ड नहीं है।
क्या एयर शो में विमान का क्रैश होना नई बात?
अमेरिका में बना एफ-16 विमान कई बार एयर शो में क्रैश हो चुका है। एक अनुमान के मुताबिक एयर शो में अब तक 100 से अधिक विमान क्रैश हो चुके हैं। रोल्स रॉयल के को-फाउंडर चार्ल्स रोल्स की जान भी 1910 में एक एयर शो में विमान हादसे में गई थी। मगर आज रोल्स रॉयल फाइटर जेट के इंजन बनाने वाली अग्रणी कंपनी में शामिल है। 1988 में जर्मनी में एयर शो के दौरान तीन विमानों के टकराने से 70 लोगों की जान गई थी। 27 जुलाई 2002 को यूक्रेन में एयर शो में क्रैश हो गया था। इसमें 77 लोगों की मौत हुई थी। 2015 में ब्रिटेन में एयर डिस्प्ले के दौरान एक विमान सड़क पर जा गिरा था। इसमें 11 लोग मारे गए थे।
रूस का Su-57 भी क्रैश से अछूता नहीं
भारत में इन दिनों रूस के Su-57 फाइटर प्लेन की खूब चर्चा होती है। इसकी वजह यह है कि यह पांचवीं पीढ़ी का आधुनिक विमान है। रूस ने भारत में ही तकनीक ट्रासंफर के साथ निर्माण का प्रस्ताव दिया है। मगर बहुत कम लोग जानते हैं कि यह विमान साल 2019 में अपने ट्रेनिंग फ्लाइट के दौरान ही क्रैश हो गया था। एयर शो में किसी विमान का क्रैश होना कोई दुर्लभ घटना नहीं है। दुनिया ने कई बार एयर शो में विमानों को क्रैश होते और तबाही मचाते देखा है। अकेले 2025 में ही तीन घटनाएं हो चुकी हैं।
पाकिस्तानी अपना ही इतिहास नहीं देखते
दुबई एयर शो की शुरुआत से ही पाकिस्तान की मीडिया तेजस के बारे में फर्जी नैरेटिव गढ़ने में जुटा था। हादसे के बाद उसकी हरकतें चरम पर पहुंच गईं, जबकि पाकिस्तानी अपना ही इतिहास पलट कर नहीं देखते हैं। अगर उन्होंने इस पर ध्यान दिया होता तो तेजस पर कुछ कहने से पहले 100 बार जरूर सोचते। 2020 में पाकिस्तान एयरफोर्स का एफ-16 फाइटर प्लेन उस वक्त क्रैश हुआ था, जब वह गणतंत्र दिवस परेड की रिहर्सल में जुटा था। यह हादसा राजधानी इस्लामाबाद में हुई थी। इसमें पायलट की जान नहीं बची थी। नीचे आप वीडियो देख सकते हैं-
https://twitter.com/sneheshphilip/status/1237629644511182848
भारतीय वायुसेना के पास अभी कितने तेजस?
भारतीय वायुसेना ने साल 2006 में पहली बार 20 तेजस विमान का ऑर्डर दिया था। चार साल बाद 2010 में 20 और विमानों का ऑर्डर दिया। 2016 में पहली बार तेजस विमान भारतीय वायुसेना का हिस्सा बना। पहले दो ऑर्डर के कुल 40 विमानों में से 38 तेजस विमान भारतीय वायुसेना को मिल चुके हैं। इनमें से दो विमान क्रैश हो चुके हैं। मौजूदा समय में 36 विमान ही वायुसेना के पास हैं। अभी दो ट्रेनर विमान नहीं मिले हैं। यह सभी विमान तेजस के MK-1 संस्करण के हैं। 2001 में रक्षा मंत्रालय ने 83 तेजस एमके-1ए विमान का एक नया ऑर्डर दिया। वायुसेना को अक्टूबर में पहला तेजस MK-1A विमान मिला। अभी 82 विमान और मिलने बाकी हैं।
2025 के अगस्त महीने में रक्षा मंत्रालय ने एचएएल को 97 तेजस MK-1A विमानों का एक और ऑर्डर दिया। कुल मिलाकर पिछले पांच साल में भारत सरकार 180 तेजस MK-1A विमानों का ऑर्डर दिया है। अभी तक सिर्फ एक विमान ही डिलीवर हुआ है। अगर सभी ऑर्डर को मिला दें तो तेजस विमानों की संख्या 220 होती है।मौजूदा समय में सिर्फ 37 विमान वायुसेना के पास हैं। इनमें 36 MK-1 संस्करण और एक तेजस MK-1A है।
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