कॉमर्स स्टू़डेंट्स के पास पास करियर ऑपशन में चार्टर्ड अकाउंटें (CA) बनना सबसे मशहूर विकल्प है। सीए एक ऐसा प्रोफेशन है जिसमें आप अच्छा कमा सकते हैं और बड़ी कंपनियों के साथ मिलकर काम कर सकते हैं। सीए का काम फाइनेंस से जुड़ा होता है जिसमें फाइनेंस से जुड़े मामलों में कंपनी को सलाह देना भी शामिल होता है। इसके साथ ही कानून और कंपनी के नियमों के मुताबिक काम करवाना भी उसकी जिम्मेदारी होती है। हर साल हजारों स्टूडेंट सीए की परीक्षा में बैठते हैं लेकिन कुछ ही स्टूडेंट्स पास हो पाते हैं।

 

इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) ने सितंबर सेशन के फाउंडेशन, इंटरमीडिएट और फाइनल परीक्षाओं के रिजल्‍ट घोषित कर दिया है। कुल 16,800 उम्मीदवारों ने सीए फाइनल की परीक्षआ दी थी और इनमें 2,727 स्टूडेंट्स ही क्वालिफाई कर पाए। इंटरनीडिएट लेवल पर ग्रुप 1 में 93,074 उम्मीदवारों में से 8,780 और ग्रुप 2 में 69,768 उम्मीदवारों में से 18,938 उम्मीदवार ही क्वालिफाई कर पाए। सीए परीक्षा में सबसे पहले फाउंडेशन एग्जाम होता है। सितंबर में 98,827 छात्रों ने यह परीक्षा दी थी। इनमें सिर्फ 14,609 उम्मीदवार ही पास हो पाए। ऐसे में जो उम्मीदवार असफल हो गए उनको अन्य करियर विकल्पों की तलाश रहती है। 

 

यह भी पढे़ं-- बच्चों को AI पढ़ाने के लिए CBSE ने क्या प्लान बनाया है? समझिए ABCD 

सीए के अलावा करियर विकल्प

सीए का कोर्स बहुत कठिन माना जाता है और कुछ ही लोग फाइनल परीक्षा में सफल हो पाते हैं। ऐसे में बहुत से उम्मीदवारों को अन्य करियर अपनाने पड़ते हैं। कॉमर्स स्टूडेंट्स के पास सिर्फ सीए ही एक करियर विकल्प नहीं है। उनके पास कई अन्य सीए के जैसे ही करियर विकल्प हैं। 

कंपनी सेक्रेटरी (cs)

अगर आप सीए के अलावा कॉमर्स में करियर विकल्प तलाश रहे हैं तो आपके लिए सीएस एक बेहतरीन करियर विकल्प हो सकता है। यह प्रोफेशन भी सीए की तर्ज पर ही है। इसमें भी आपको तीन परीक्षाएं देनी होती हैं। सबसे पहले फाउंडेशन, फिर एग्जिक्यूटिव और अंत में प्रोफेशनल की परीक्षा देनी होती है। 12वीं पास करने के बाद आप फाउंडेशन कोर्स में शामिल हो सकते हैं। ग्रेजुएशन के बाद आप एग्जीक्यूटिव कोर्स में शामिल हो सकते हैं। अगर आप प्रोफेशनल कोर्स में जाना चाहते हैं तो आपके पास एग्जीक्यूटिव लेवल का अनुभव या डिग्री होनी चाहिए। 

 

कंपनी सेक्रेटरी की परीक्षाएं पास करने के बाद आप अपने करियर की शुरुआत कर सकते हैं। सभी कंपनियां अलग-अलग कानूनी मामलों को संभालने के लिए कंपनी सेक्रेटरी को नियुक्त करती हैं। कंपनी सेक्रेटरी के रूप में आपको इन बातों का ध्यान रखना होता है कि कंपनी सभी नियमों का पालन कर रही है और ऑडिट की जिम्मेदारी भी कंपनी सेक्रेटरी के ऊपर ही होती है। कंपनी सेक्रेटरी को अच्छी सैलरी के साथ-साथ कंपनी की तरफ से कई सुविधाएं भी मिलती हैं। 

चार्टर्ड फाइनेंशियल एनालिस्ट (CFA)

अगर आप सीए या सीएस नहीं करना चाहते तो आप चार्टर्ड फाइनेंशियल एनालिस्ट करियर को चुन सकते हैं। यह प्रोफेशन फाइनेंस सेक्टर में सबसे ज्यादा मांग वाला प्रोफेशन है। कंपनियां फाइनेंस से जुड़े मामलों को सुलझाने के लिए बड़ी संख्या में चार्टर्ड फाइनेंशियल एनालिस्ट रखती हैं। उन्हें पोर्टफोलियो मैनेज करना, सलाह जेना और जोखिम को मैनेज करने जैसे काम करने के लिए नियुक्त किया जाता है। इस कोर्स को आप 2 से तीन साल में कर सकते हैं। इसके लिए ग्रेजुएट होना जरूरी है। इसके लिए तीन स्तरों पर परीक्षाएं होती हैं। तीनों स्तरों को पार करने के बाद आप किसी कंपनी में नौकरी के लिए अप्लाई कर सकते हैं। इस डिग्री में आपको एक फायदा यह भी है कि आप दुनिया के किसी भी हिस्से में जाकर नौकरी कर सकते हैं क्योंकि यह डिग्री इंटरनेशनल लेवल पर मान्य है। हालांकि, फीस के मामले में यह डिग्री सीए और सीएस से मंहगी है। 

 

यह भी पढ़ें-- भारत में कैसे बनते हैं जज? पढ़ाई से एलिजिबिलिटी, एग्जाम तक सब जानिए

 एसोसिएशन ऑफ चार्टर्ड सर्टिफाइड अकाउंटेंट्स (ACCA)

अगर आप कॉमर्स फील्ड में एक इंटरनेशनल लेवल पर मान्य डिग्री करना चाहते हैं तो  एसोसिएशन ऑफ चार्टर्ड सर्टिफाइड अकाउंटेंट्स यानी ACCA को चुन सकते हैं। यह इंग्लैंड आधारित कोर्स है जिसे पूरी दुनिया में मान्यता प्राप्त है। इस परीक्षा में 134 सब्जेक्ट्स की परीक्षा देनी होती है। हालांकि, इस परीक्षा में आपको आपकी शैक्षणिक योग्तयता के आधार पर कुछ विषयों में छूट मिल सकती है। इस कोर्स को आप सीए के बाद भी कर सकते हैं। सीए के बाद अगर आप इस कोर्स को करते हैं तो आपको अधिकतम 9 सब्जेक्ट्स में छूट मिल सकती है। 

सर्टिफाइड मैनेजमेंट अकाउंटेंट (CMA)

12वीं के बाद कॉमर्स स्टूडेंट्स के पास अगर सीए एक अच्छा करियर विकल्प है तो कंपनी में सीए की तर्ज पर ही काम करने वाले सर्टिफाइड मैनेजमेंट अकाउंटेंट यानी सीएमए भी एक बेहतरीन करियर ऑफशन होता है। सीए का काम ऑडिट, टैक्स और फाइनेंस से जुड़ा होता है। वहीं, सीएमए का काम लागत और मैनेजमेंट अकाउंट पर केंद्रित होता है। 12वीं के बाद आप यह कोर्स कर सकते हैं। इस कोर्स को इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट अकाउंटेंट करवाती है। 

 

यह भी पढ़ें-- टिकट, लैपटॉप से लेकर कपड़ों तक, स्टूडेंट आईडी पर मिलता है तगड़ा डिस्काउंट

अन्य करियर विकल्प

  • सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर 
  • चार्टर्ड इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट अकाउंट्स (CIMA)
  • चार्टर्ड अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट एनालिस्ट (CAIA)
  • सर्टिफाइड पब्लिक अकाउंटेंट (CPA)
  • मास्टर ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट (MBA)
  • मास्टर ऑफ कॉमर्स (MCom)