बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए मुंगेर के तारापुर विधानसभा सीट से डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने नेशनल डेमोक्रैटिक अलायंस (NDA) की तरफ से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) कैंडिडेट के रूप में पर्चा भर दिया है। उन्होंने अपने हलफनामे में 10 करोड़ से अधिक की संपत्ति घोषित की है। इन घोषणाओं में उम्र और डिग्री को लेकर अभी भी विवाद की गुजाइंश बनी हुई है। इन्होंने अपना नामांकन गुरुवार यानी 16 अक्टूबर को भरा।

 

उनके दाखिल हलफनामे के अनुसार, उन पर दो आपराधिक मामले लंबित हैं। इसमें से एक मामला पटना में दर्ज है जिसमें उन पर 2023 में धारा 144 के उल्लंघन करने का आरोप है। दूसरा मामला उनके जिले मुंगेर का है जिसमें उन पर पिछले साल लोकसभा चुनाव के दौरान आचार संहिता का उल्लंघन करने का मामला दर्ज किया गया था।

 

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प्रशांत किशोर के आरोप 

सम्राट चौधरी एक दशक से अधिक समय बाद विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। यह राज्य विधान परिषद में उनका लगातार दूसरा कार्यकाल है। उनके पास अपने नाम पर 99.32 लाख रुपये की चल संपत्ति और 8.28 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है। बीजेपी के नेता के 23 पन्नों के हलफनामे में उनकी आयु और डिग्री से जुड़े विवादों पर राजनीतिक हलकों में एक चर्चा को जन्म दे दिया है। बीजेपी नेता के डेट ऑफ बर्थ और शैक्षणिक योग्यता जन सुराज पार्टी के फांउडर प्रशांत किशोर के उन पर लगाए गए कई आरोपों के कारण हाल के दिनों में सुर्खियों में रही है।

 

प्रशांत ने आरोप लगाया था कि चौधरी ने तारापुर में सात लोगों की हत्या से संबंधित 1995 के एक मामले में एक 'फर्जी' सर्टिफिकेट जमा करके मुकदमे से बचने की कोशिश की थी जिसमें घटना के समय उन्हें नाबालिग दिखाया गया था। प्रशांत के अनुसार, 'यदि सम्राट चौधरी ने विधान परिषद के लिए दिए अपने 2020 के हलफनामे में अपनी उम्र 51 साल बताई थी, तो 1995 में वह करीब 25-26 वर्ष के रहे होंगे। ऐसे में उन्हें 15 वर्ष का मानकर राहत कैसे दी गई?'

 

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हलफनामे में सम्राट ने दी जानकारी

हलफनामे में सम्राट चौधरी की उम्र 'वोटर लिस्ट के अनुसार' 56 वर्ष बताई गई है, लेकिन उन्होंने उम्र को लेकर कोई स्कूल सर्टिफिकेट नहीं दिया है। उन्होंने शैक्षिक योग्यता डी.लिट की मानद उपाधि बताई है। प्रशांत किशोर के आरोपों की लंबी फेहरिस्त में यह भी आरोप शामिल है कि सम्राट चौधरी ने 10वीं तक पढ़ाई नहीं की है। इस पर डिप्टी सीएम का कहना है कि उन्होंने कामराज यूनिवर्सिटी से ‘पीएफसी’ की पढ़ाई की है। हाल में सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हुए हैं जिनमें प्रशांत के आरोपों के बाद सम्राट पत्रकारों को यह समझाने में जूझते हुए देखे जा सकते हैं किपीएफसीका क्या मतलब है।