बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर तेजस्वी यादव ने चुनाव प्रचार शुक्रवार से शुरू कर दिया। उन्होंने चुनाव प्रचार में निकलने से पहले राजधानी पटना में कहा कि बिहार में अगर इंडिया गठबंधन सत्ता में आता है तो मैं मुख्यमंत्री के तौर पर भ्रष्टाचार मुक्त शासन सुनिश्चित करूंगा। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार पढ़ाई, दवाई, कमाई और सुनवाई वाली सरकार होगी।

 

इसके बाद आरजेडी नेता अपने हेलिकॉप्टर से चुनावी अभियान की ओर निकल गए। इस बीच उन्होंने हेलिकॉप्टर की एक तस्वीर अपने सोश मीडिया 'एक्स' पर शेयर की। इस तस्वीर ने बिहार ही नहीं बल्कि पूरे देश का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। तस्वीर में तेजस्वी आत्मविश्वास से लबरेज दिखाई दे रहे हैं।

 

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हेलिकॉप्टर से संदेश देने की कोशिश

हेलिकॉप्टर में बैठे तेजस्वी यादव के साथ में विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी, आरजेडी ने मस्लिम चेहरा कारी सोहैब और इंडियन इंक्लूसिव पार्टी के अध्यक्ष आईपी गुप्ता भी दिखाई दे रहे हैं। इस तस्वीर में दखाई देने वाले नेता खास हैं, जिसके सहारे तेजस्वी पूरे बिहार को संदेश दे रहे हैं।

हेलिकॉप्टर की सियायत के मायने क्या?

दरअसल, तेजस्वी यादव खुद ओबीसी वर्ग से आते हैं। पूरे महागठबंधन का भार उनके कंधों पर टिका हुआ है। उनके बगल में अति पिछड़ा वर्ग से आने वाले 'सन ऑफ मल्लाह' के नाम से मशहूर मुकेश सहनी हैं। मुकेश सहनी के सामने बैठे हुए हैं अत्यंत पिछड़ा वर्ग से आने वाले तांति-ततैया जाति से आने वाले आईपी गुप्ता। साथ ही तेजस्वी से सामने आरजेडी के मुस्लिम नेता और एमएलसी कारी सोहैब हैं।

 

 

 

 

गुरुवार को पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री और मुकेश सहनी को महागठबंधन का उप मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवारी की घोषणा की थी। इसके बाद से ही बीजेपी और जेडीयू इसी बात को लेकर महागठबंधन के ऊपर हमला कर रही हैं।

 

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बीजेपी-जेडीयू के सवाल का जवाब है तस्वीर

इसमें बीजेपी-जेडीयू महागठबंधन के ऊपर हमला कर रही है कि- आपने 2 प्रतिशत वाले मुकेश सहनी को उप मुख्यमंत्री और 13 प्रतिशत वाले तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री का उम्मीदवार बना दिया। मगर 18 प्रतिशत वाले मुस्लिम समाज के साथ न्याय नहीं हुआ। एनडीए इन बातों को लेकर सोशल मीडिया पर महागठबंधन को घेर रही है।

 

मगर, तेजस्वी यादव ने आज अपने साथ जिन नेताओं की तस्वीर साझा की है वह आरजेडी और महागठबंधन की कहानी बयां कर रही है। इस तस्वीर के जरिए तेजस्वी बिहार में जातीय संरचना को मजबूती दे रहे हैं, जिससे कि विरोधियों के हमलों का जवाब दिया जा सके। जिन बातों को विरोधी मुद्दा बना रहे हैं, उसे तेजस्वी अपनी इस फोटो वाली रणनीति से काट दे रहे हैं।

 

बिहार में 18 फीसदी मुस्लिम, 13 फीसदी यादव जाति को आरजेडी का समर्थक माना जाता है। इसमें 2 फीसदी मुकेश सहनी की जाति और आईपी गुप्ता के वर्ग को महागठबंधन अपने पाले में लाना बांधे रखना चाहता है। तेजस्वी इसके अलावा इस चुनाव में कुशवाहा और भूमिहार जातियों को भी टिकट बंटवारे में हिस्सा देकर अपना कुनबा बढ़ा रहे हैं।

'मैं कहता हूं, वह करता हूं'

शुक्रवार को पटना में पत्रकारों से बातचीत में तेजस्वी ने कहा, 'मैं आधा सच या झूठ नहीं बोलता। आप सब जानते हैं कि जो मैं कहता हूं, वह करता हूं। अगर तेजस्वी मुख्यमंत्री बनेगा तो बिहार की जनता मुख्यमंत्री बनेगी।' तेजस्वी ने वादा किया कि उनकी सरकार हर घर में एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देगी और राज्य में कार्यरत संविदा कर्मियों एवं ‘समाज में सक्रिय लोगों’ (कम्युनिटी मोबिलाइजर्स) को नियमित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता शिक्षा, स्वास्थ्य, न्याय और रोजगार होगा, ताकि बिहार में विकास और सुशासन की नई नींव रखी जा सके।

 

 

 

 

आरजेडी नेता इन दिनों विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राज्य भर में जोरदार प्रचार अभियान चला रहे हैं और एनडीए सरकार पर ठहराव और झूठे दावों का आरोप लगाते हुए खुद को युवाओं की आवाज और परिवर्तन का प्रतीक बता रहे हैं।