गाजा में दो साल से चल रही इजरायल और हमास की जंग अब थमती दिख रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बताया है कि उनके पीस प्लान पर इजरायल और हमास राजी हो गए हैं। इजरायल और हमास की तरफ से भी इसकी पुष्टि हो गई है। हालांकि, अब भी कुछ मुद्दे हैं जिन पर सहमति होना बाकी है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसे अरब और मुस्लिम वर्ल्ड के लिए 'बड़ा दिन' बताया है।
ट्रंप ने पिछले हफ्ते इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ व्हाइट हाउस में मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने 20 पॉइंट का गाजा पीस प्लान पेश किया था। ट्रंप के इस पीस प्लान पर दो दिन से मिस्र में बैठक चल रही थी। 
बताया जा रहा है कि ट्रंप भी जल्द ही मिस्र जा सकते हैं। उन्होंने कहा था कि वह इस वीकेंड मिस्र का दौरा कर सकते हैं। व्हाइट हाउस का कहना है कि शुक्रवार को मिस्र के दौरे पर जा सकते हैं। हालांकि, इसकी अभी आधिकारिक पुष्टि होनी बाकी है।
- पीस प्लान पर राजी: डोनाल्ड ट्रंप ने बताया है कि इजरायल और हमास पीस प्लान के पहले फेज के लिए राजी हो गए हैं। इससे बंधकों की रिहाई जल्दी होगी।
- अभी भी कुछ बाकी: ट्रंप ने अभी पहले फेज पर सहमति की बात कही है। अभी यह साफ नहीं है कि हमास हथियार डालने को तैयार हुआ है या नहीं।
- किसने क्या कहा: इजरायली पीएम नेतन्याहू ने कहा कि यह इजरायल के लिए 'कूटनीतिक सफलता' है। हमास ने इस 'जंग के अंत' की शुरुआत बताया है।
- जंग के दो साल: 7 अक्टूबर को ही गाजा में इजरायल और हमास की जंग के दो साल पूरे हुए हैं। दो साल बाद दोनों में पीस प्लान को लेकर सहमति बनी है।
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ट्रंप ने क्या बताया?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर पीस प्लान पर सहमति होने का एलान किया। उन्होंने कहा, 'मुझे यह एलान करते हुए बड़ा गर्व हो रहा है कि इजरायल और हमास दोनों ने हमारे पीस प्लान के पहले फेज पर साइन कर दिए हैं। इसका मतलब है कि सभी बंधकों को जल्द ही रिहा कर दिया जाएगा। इजरायल अपने सैनिकों को एक निश्चित सीमा तक वापस बुला लेगा, जो एक स्थायी शांति की ओर पहला कदम होगा।'
ट्रंप ने यह भी कहा कि सभी पक्षों के साथ निष्पक्ष व्यवहार किया जाएगा। उन्होंने कहा, 'यह अरब, मुस्लिम वर्ल्ड, इजरायल, आसपास के सभी देशों और अमेरिका के लिए एक महान दिन है। हम कतर, मिस्र और तुर्की का भी शुक्रिया अदा करते हैं, जिन्होंने इस ऐतिहासिक और अभूतपूर्व घटना को मुमकीन बनाने के लिए हमारे साथ काम किया।'

इसके बाद ट्रंप ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स से बात करते हुए कहा, 'इस मौके पर पूरी दुनिया, इजरायल और हर देश साथ आया है। यह एक शानदार दिन रहा। यह पूरी दुनिया के लिए अद्भुत दिन है।'
CNN ने अपनी रिपोर्ट में व्हाइट हाउस के एक अधिकारी के हवाले से बताया है कि पीस प्लान पर सहमति का एलान करने से पहले ट्रंप काफी देर तक ओवल ऑफिस में ही बैठे थे। उन्होंने लगभग एक घंटे पहले स्टीव विटकॉफ और जेरेड कुशनेर से बात की थी।
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व्हाइट हाउस ने कहा- जल्द आएंगे बंधक
7 अक्टूबर 2023 को जब हमास ने इजरायल पर हमला किया था, तो उसने करीब 250 लोगों को बंधक बनाकर गाजा ले गया था। जनवरी में सीजफायर के दौरान कई बंधकों को रिहा किया जा चुका है।
ऐसा अनुमान है कि हमास के कब्जे में अभी भी 48 बंधक हैं। इनमें से सिर्फ 20 ही जिंदा बचे हैं। बाकी 28 की मौत हो चुकी है।
अब पीस प्लान के पहले फेज पर सहमति बनने के बाद हमास सभी बंधकों को रिहा कर देगा। व्हाइट हाउस ने बताया कि सभी इजरायली बंधकों को 'बहुत जल्द' रिहा किया जाएगा। इजरायली बंधक ओमरी मोरान के जीजा मोशे लावी ने कहा, 'आज राष्ट्रपति ट्रंप ने यह कर दिखाया। हमारे बंधक घर आ रहे हैं।'
व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने CNN को बताया कि उम्मीद है कि बंधकों की रिहाई सोमवार से शुरू हो जाएगी। हालांकि, यह आगे भी बढ़ सकता है।
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इजरायल और हमास ने क्या कहा?
CNN के मुताबिक, इस समझौते पर साइन होने के बाद ट्रंप ने नेतन्याहू से फोन पर बात की। ट्रंप से बातचीत में नेतन्याहू ने इसे 'ऐतिहासिक उपलब्धि' बताया।
नेतन्याहू ने X पर पोस्ट किया, 'प्लान के पहले फेज में सभी बंधकों को वापस लाया जाएगा। यह एक कूटनीतिक सफलता है और इजरायल के लिए मोरल विक्ट्री है।'
उन्होंने आगे लिखा, 'मैंने पहले ही साफ कर दिया था कि हम तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक हमारे सभी बंधक वापस नहीं आ जाते और हमारा मकसद पूरा नहीं हो जाता।' उन्होंने ट्रंप की तारीफ करते हुए कहा कि उनकी कोशिशों के कारण हम इस अहम मोड़ पर पहुंचे हैं।
हमास ने भी इसकी पुष्टि कर दी है। BBC के मुताबिक, हमास ने एक बयान जारी कर इसे जंग के अंत की शुरुआत बताया है। हमास ने कहा, 'यह समझौता गाजा में जंग खत्म करेगा और कब्जा करने वालों की वापसी तय करेगा। मानवीय सहायता आएगी और कैदियों की अदला-बदली होगी।'
हमास ने यह भी कतर, मिस्र, तुर्की और ट्रंप का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि सभी पक्षों से अपील है कि यह सुनिश्चित करें कि इजरायल इस समझौते की शर्तों का पूरी तरह से पालन करें। हमास ने यह भी कहा कि हम अपने लोगों के अधिकारों की लड़ाई नहीं छोड़ेंगे।
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अब आगे क्या होगा?
इस समझौते के तहत हमास सभी बंधकों को रिहा करेगा और बदले में इजरायली जेलों में बंद फिलिस्तीनियों कैदियों को छोड़ा जाएगा।
अभी इस डील पर साइन हुए हैं। मगर अभी इसके लागू होने में कुछ और पड़ाव बाकी हैं। इजरायली कानून के तहत, फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई करने के लिए संसद की मंजूरी लेना जरूरी है। सरकार से मंजूरी मिलने के बाद इसे अदालत में चुनौती भी दी जा सकती है। संसद और अदालत से रास्ता साफ होने के बाद ही यह समझौता लागू होगा और फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया जाएगा।
बताया जा रहा है कि नेतन्याहू गुरुवार को ही संसद में इसका प्रस्ताव रखेंगे। इसके बाद एक तय सीमा से इजरायली सैनिकों की वापसी होगी। इजरायली सैनिकों की वापसी के बाद 72 घंटों के भीतर सभी बंधकों को रिहा किया जाएगा। 
इस डील के तहत, शुरुआती 5 दिन में गाजा में मानवीय सहायता लेकर 400 ट्रक पहुंचेंगे। इसके बाद इनकी संख्या भी बढ़ाई जाएगी।
