अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता में आने के बाद से उथल-पुथल मची हुई है। बताया जा रहा है कि अमेरिका में अब तकरीबन 40 हजार सरकारी कर्मचारी इस्तीफा देने जा रहे हैं। सरकारी कर्मचारियों ने इस्तीफा देने का फैसला ट्रंप से मिले एक ऑफर के बाद लिया है।

क्या था ट्रंप का ऑफर?

ट्रंप ने सत्ता संभालते ही सरकारी खर्चों में कटौती करने की शुरुआत कर दी है। उन्होंने सरकारी कर्मचारियों को बायआउट यानी खुद से ही इस्तीफा देने का ऑफर दिया था। ट्रंप का ऑफर था कि अगर सरकारी कर्मचारी खुद से इस्तीफा देते हैं तो उन्हें 8 महीने की सैलरी और भत्ता दिया जाएगा। ट्रंप के इस ऑफर की डेडलाइन 6 फरवरी तक थी।

 

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किन कर्मचारियों के लिए था ऑफर?

अमेरिका के कार्मिक विभाग की ओर से सरकारी कर्मचारियों को ट्रंप के इस ऑफर को लेकर ईमेल भेजा गया था। ट्रंप सरकार का ये ऑफर संघीय कर्मचारियों के लिए था। इनमें अमेरिकी सेना और बॉर्डर सिक्योरिटी से जुड़े मामले संभालने वाले कर्मचारी शामिल नहीं हैं। हालांकि, इसमें CIA को शामिल किया गया था।


ये ऑफर सभी कर्मचारियों के लिए नहीं था। ट्रंप का ये ऑफर सिर्फ उन कर्मचारियों के लिए है, जिनकी उम्र कम से कम 50 साल है और 20 साल से नौकरी कर रहे हैं। अगर नौकरी करते हुए 25 साल हो गए हैं तो फिर उम्र की पाबंदी नहीं है।

 

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कितने कर्मचारियों का इस्तीफा?

CNN की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में करीब 20 लाख संघीय कर्मचारी हैं। अब तक 40 हजार कर्मचारियों ने इस्तीफा दे दिया है। ट्रंप सरकार को उम्मीद है कि इस ऑफर से 5 से 10% कर्मचारी इस्तीफा दे सकते हैं। 

ट्रंप के फैसले का विरोध भी

ट्रंप के इस फैसले का विरोध भी हो रहा है। अमेरिकी फेडरेशन ऑफ गवर्नेंट एंप्लॉइज यूनियन के अध्यक्ष एवरेट कैली ने दावा करते हुए कहा, 'जो सरकारी कर्मचारी ट्रंप के एजेंडे में फिट नहीं बैठ रहे हैं, उनपर नौकरी छोड़ने का दबाव बनाया जा रहा है।'