अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अब एक नए एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर साइन किए हैं। इससे ट्रांसजेंडर एथलीट के गर्ल्स या वुमेन्स स्पोर्ट्स में खेलने रोक लग गई है। इससे पहले ट्रंप सेना में भी ट्रांसजेंडर्स की भर्ती पर रोक लगा चुके हैं। 'टाइटल IX' के नाम से इस एग्जीक्यूटिव ऑर्डर को नेशनल स्पोर्ट्स डे पर साइन किया गया है।
ट्रांसजेंडर्स के खिलाफ ट्रंप का आदेश
डोनाल्ड ट्रंप चुनाव प्रचार के दौरान भी ट्रांसजेंडर्स को टारगेट करते रहे थे। उन्होंने वादा किया था कि राष्ट्रपति बनने पर पुरुषों को महिलाओं के खेलों से दूर रखा जाएगा। ट्रंप का ये नया आदेश ऐसे ट्रांसजेंडर्स पर लागू होगा, जो जन्म के समय पुरुष थे और बाद में सेक्स चेंज करवाकर महिला बन गए।
क्या होगा इसका असर?
अमेरिका में ऐसा कोई संघीय कानून है जो सभी राज्यों पर लागू हो। हालांकि, 20 से ज्यादा रिपब्लिकन स्टेट ऐसे हैं, जहां ट्रांसजेंडर्स को महिला खेलों में भाग लेने से रोकने वाले कानून हैं। ट्रांसजेंडर्स एथलीट को महिला खेलों में हिस्सा लेने से रोकने वाले कानून का समर्थन करने वालों का तर्क है कि ऐसा इसलिए जरूरी है क्योंकि ट्रांसजेंडर्स को शारीरिक लाभ मिल सकता है और दूसरे खिलाड़ियों के साथ भेदभाव हो सकता है।
ट्रंप ने जिस एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर साइन किए हैं, उससे अब ट्रांसजेंडर लड़कियां महिला खेलों में हिस्सा नहीं ले पाएंगीं। ट्रंप सरकार ने सभी स्कूलों को इस आदेश का पालन करने को कहा है। इसका पालन नहीं करने वाले स्कूलों की फंडिंग रोक दी जाएगी।
ट्रंप ने IOC को भी दी थी चेतावनी
2028 में लॉस एंजेलिस में समर ओलंपिक होने हैं। ओलंपिक में ट्रांसजेंडर एथलीट भी हिस्सा लेते हैं। ट्रंप ने इसे लेकर अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) को चेतावनी भी दी थी। उन्होंने अपने विदेश मंत्री मार्को रुबियो को IOC को ये कहने का आदेश दिया था कि अमेरिका ट्रांसजेंडर्स को नहीं मानता है। उन्होंने कहा था कि ओलंपिक समिति इससे जुड़ी हर चीज बदल दे।
सेना में भर्ती पर लगा चुके हैं रोक
ट्रंप ने इससे पहले इसी तरह के एक और एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर साइन किए थे। ये आदेश अमेरिकी सेना में ट्रांसजेंडर्स की भर्ती पर रोक लगाता है। हालांकि, ये अभी लागू नहीं हुआ है। रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ इसकी समीक्षा करने के बाद इस फैसले को लागू कर सकते हैं।