टैरिफ को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अब बैकफुट पर आ गए हैं। उन्होंने दुनियाभर के देशों पर लगाए रेसिप्रोकल टैरिफ को 90 दिन के लिए रोक दिया है। हालांकि, चीन को इससे राहत नहीं मिली है। उल्टा चीन पर तो टैरिफ और बढ़ाकर 125% कर दिया गया है। ट्रंप ने कहा कि वे चीन पर टैरिफ इसलिए बढ़ा रहे हैं, ताकि उसे बातचीत के लिए तैयार किया जा सके।
ट्रंप ने 2 अप्रैल को दुनिया के 185 देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने का ऐलान किया था। टैरिफ की यह नई दरें 9 अप्रैल से लागू होनी थीं लेकिन अब इस पर फिलहाल के लिए 90 दिन की रोक लग गई है। ट्रंप के टैरिफ के ऐलान के बाद ही दुनियाभर के बाजारों में जबरदस्त गिरावट आ गई थी।
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क्या बोले ट्रंप?
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया ट्रुथ सोशल पर पोस्ट करते हुए लिखा, '75 से ज्यादा देशों ने बातचीत के लिए अमेरिका से संपर्क किया है और उन्होंने जवाबी टैरिफ नहीं लगाया है। इसलिए मैंने इन देशों पर 90 दिन के लिए टैरिफ पर रोक लगा दी है।'
टैरिफ पर यह रोक तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है। हालांकि, ट्रंप सरकार ने यह साफ नहीं किया है कि किन देशों पर टैरिफ को रोका गया है। हालांकि, माना जा रहा है कि इसमें भारत भी शामिल है।
हालांकि, ट्रंप ने यह जरूर कहा कि इन 90 दिनों के दौरान देशों पर 10% का रेसिप्रोकल टैरिफ लागू होगा।
ट्रंप के इस ऐलान के बाद व्हाइट हाउस ने X पर लिखा, 'जवाबी टैरिफ नहीं लगाने पर आपको ईनाम मिलेगा।'
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चीन पर क्यों बढ़ाया टैरिफ?
ट्रंप ने चीन पर मंगलवार को ही टैरिफ बढ़ाकर 104% कर दिया था। अब गुरुवार को इसे और बढ़ाकर 125% कर दिया। ट्रंप ने चीन को राहत भी नहीं दी है।
उन्होंने ट्रुथ सोशल पर लिखा, 'चीन ने दुनियाभर के बाजारों के प्रति सम्मान नहीं दिखाया है, इसलिए मैं उस पर लगाए जाने वाले टैरिफ को तत्काल प्रभाव से बढ़ाकर 125% कर रहा हूं। उम्मीद है कि जल्द ही चीन को अहसास हो जाएगा कि अमेरिका और बाकी देशों को लूटने के दिन अब नहीं रहे।'
ट्रंप ने उड़ाया दुनिया का मजाक
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को दुनिया का मजाक भी उड़ाया। उन्होंने दावा किया कि दुनियाभर के नेता उनसे बातचीत करने के लिए बेताब हैं।
नेशनल रिपब्लिकन कांग्रेस कमेटी को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा, 'दुनियाभर के नेता अमेरिका के साथ समझौता करने के लिए बेताब हैं। मैं आपको बता रहा हूं, यह देश हमें बुला रहे हैं। वे मेरे तलवे चाट रहे हैं। कह रहे हैं- प्लीज सर, प्लीज सर, समझौता कर लीजिए। मैं कुछ भी करूंगा सर।'
इस बीच अमेरिका के ट्रेजरी सेक्रेटरी स्कॉट बेसेंट ने कहा कि जो भी देश डील करेगा, उसके लिए टैरिफ 10% ही रहेगा। उन्होंने कहा, 'जो भी देश अमेरिका के साथ समझौता करना चाहते हैं, उन पर 10% टैरिफ ही लगाया जाएगा। इसमें कनाडा और मेक्सिको भी शामिल है।'
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ट्रंप के ऐलान से बाजार में तेजी
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ पर रोक लगाने का ऐलान किया तो इसका असर शेयर बाजार पर भी दिखा। ट्रंप के ऐलान के बाद अमेरिकी शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी आई। Dow Jones में 6.2% की उछाल देखी गई। S&P 500 में भी 7% और Nasdaq 100 में 10% की बढ़त आई।
क्या छिड़ने वाला है ट्रेड वॉर?
ट्रंप ने फिलहाल 90 दिन के लिए टैरिफ पर रोक लगा दी हो लेकिन इससे ट्रेड वॉर की आशंकाएं खत्म नहीं हुई हैं। अमेरिका और चीन के बीच अब भी ट्रेड वॉर जारी है। दोनों देश एक-दूसरे पर जवाबी टैरिफ लगाने से बाज नहीं आ रहे हैं।
अमेरिका ने सबसे पहले चीन पर 20% टैरिफ लगाया था। इसके बाद 34% टैरिफ और लगाया। इसके जवाब में चीन ने भी अमेरिकी इम्पोर्ट पर 34% टैरिफ लगा दिया था। ट्रंप ने भी पलटवार करते हुए 50% टैरिफ और बढ़ा दिया। इस पर चीन ने भी टैरिफ बढ़ाकर 84% कर दिया। आखिरकार गुरुवार को ट्रंप ने फिर से एक बार टैरिफ की दर बढ़ाते हुए 125% तक कर दी।
इतना ही नहीं, चीन ने बुधवार को अमेरिका की एक दर्जन से ज्यादा रक्षा कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस बीच, यूरोपियन यूनियन ने भी अमेरिका पर 25% टैरिफ लगाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।