जोहरान ममदानी ने इतिहास रच दिया है। वह अमेरिका के सबसे बड़े शहर न्यूयॉर्क के मेयर बन गए हैं। मेयर चुनाव में ममदानी को 50 फीसदी से ज्यादा वोट मिले हैं। जोहरान ममदानी भारतीय मूल के हैं। न्यूयॉर्क के मेयर बनने वाले वह पहले साउथ एशियाई और मुस्लिम व्यक्ति हैं।
ममदानी ने जून में डेमोक्रेटिक पार्टी का प्राइमरी चुनाव जीता था। उसके बाद से ही उनका मेयर चुनाव जीतना लगभग तय माना जा रहा था। मंगलवार को मेयर के लिए चुनाव हुए थे, जिसमें 20 लाख से ज्यादा लोगों ने वोट डाला। ममदानी को 9.48 लाख से ज्यादा वोट मिले। उन्होंने रिपब्लिकन उम्मीदवार कर्टिस स्लिवा और न्यूयॉर्क के गवर्नर रह चुके निर्दलीय उम्मीदवार एंड्र्यू कुओमो को हराया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक दिन पहले ही कुओमो का समर्थन किया था।
डोनाल्ड ट्रंप ने जोहरान ममदानी का जमकर विरोध किया था। उन्होंने तो यहां तक कह दिया था कि अगर जोहरान ममदानी मेयर बनते हैं तो न्यूयॉर्क बर्बाद हो जाएगा। एक बार तो ट्रंप ने उन्हें '100% पागल कम्युनिस्ट' तक कह दिया था। जीत के बाद जोहरान ममदानी ने भी ट्रंप को जवाब दिया। ममदानी ने कहा कि हमने एक 'राजनीतिक वंश' को उखाड़ फेंका। उन्होंने सीधे ट्रंप को संबोधित करते हुए कहा, 'डोनाल्ड ट्रंप, मेरे पास आपके लिए चार शब्द हैं। अपना वॉल्यूम तेज करो।'
ट्रंप बिल्कुल नहीं चाहते थे कि जोहरान ममदानी चुनाव जीतें। इसलिए उन्होंने एक दिन पहले ही एंड्र्यू कुओमो का समर्थन करने का एलान कर दिया था। वह भी तब जब खुद उनकी रिपब्लिकन पार्टी के कर्टिस स्लिवा मैदान में थे।
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नेहरू का जिक्र, ट्रंप पर हमला
चुनाव जीतने के बाद जोहरान ममदानी ने न्यूयॉर्क में अपने समर्थकों को संबोधित किया। उन्होंने कहा, 'दोस्तो, हमने एक राजनीतिक वंश को उखाड़ फेंका है। मैं एंड्र्यू कुओमो को बधाई देता हूं लेकिन आज रात के बाद मैं उनका नाम आखिरी बार ले रहा हूं, क्योंकि अब हम उस राजनीति को पलट रहे हैं जो कुछ गिने-चुने लोगों की सेवा करती थी। न्यूयॉर्क, आज तुमने इतिहास रच दिया।'
उन्होंने कहा, 'हम इसलिए जीते क्योंकि न्यूयॉर्क के लोगों ने खुद को यह विश्वास दिलाया कि नामुमकिन को मुमकिन बनाया जा सकता है। हम इसलिए जीते क्योंकि हमने यह ठान लिया कि अब राजनीति हमारे ऊपर थोपी जाने वाली चीज नहीं होगी बल्कि यह वह चीज होगी जिसे हम खुद करेंगे।'
ममदानी ने अपनी विक्ट्री स्पीच में भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, 'आपके सामने खड़े होकर मुझे जवाहरलाल नेहरू के शब्द याद आते हैं - इतिहास में कभी-कभी ऐसा क्षण आता है जब हम पुराने से नए युग में कदम रखते हैं, जब एक युग खत्म होता है और जब किसी राष्ट्र की लंबे समय से दबाई गई आत्मा को अभिव्यक्ति मिलती है। आज रात, हमने पुराने से नए युग में कदम रख लिया है।'
उन्होंने अपने पहले भाषण में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर भी बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा, 'जिस शहर ने ट्रंप को पैदा किया, वह अब उन्हें दिखाएगा कि कैसे हराया जाता है। अगर किसी तानाशाह को डराना है, तो उसका सबसे अच्छा तरीका है कि उन्हीं परिस्थितियों को खत्म कर दिया जाए, जिन्होंने उसे सत्ता हासिल करने में मदद की थी।' उन्होंने आगे कहा, 'यह सिर्फ ट्रंप को रोकने का तरीका नहीं है। यह अगले ट्रंप को रोकने का तरीका भी है। डोनाल्ड ट्रंप, मुझे पता है कि आप देख रहे हैं। मेरे पास आपके लिए चार शब्द हैं- वॉल्यूम तेज कर लीजिए।'
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अब क्या नया टकराव देखने को मिलेगा?
इस साल जून में डेमोक्रेटिक पार्टी के प्राइमरी चुनाव में जोहरान ममदानी की जीत हुई थी। इसके बाद से ही ट्रंप उन पर हमलावर रहे हैं। ट्रंप कई बार खुलेआम जोहरान ममदानी को न्यूयॉर्क के लिए 'खतरनाक' बता चुके थे। उन्होंने कई बार धमकियां दी थीं।
ट्रंप ने ममदानी पर 'कम्युनिस्ट' का ठप्पा लगा दिया था। उन्होंने उनकी नागरिकता पर भी सवाल उठाए थे और उन्हें गिरफ्तार करने की धमकी भी दी थी। जुलाई में ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा था, 'अमेरिका का राष्ट्रपति होने के नाते मैं इस पागल कम्युनिस्ट को न्यूयॉर्क को बर्बाद नहीं करने दूंगा। निश्चिंत रहिए, मेरे पास सारे कार्ड हैं।'

ममदानी ने ट्रंप की इस टिप्पणी को 'लोकतंत्र पर हमला' और न्यूयॉर्क के लोगों को डराने की कोशिश बताया था।
ममदानी अक्सर ट्रंप की अवैध प्रवासियों की कार्रवाइयों की भी आलोचना करते रहे हैं। उन्होंने वादा किया था कि अगर वह मेयर बनते हैं तो इमिग्रेशन एंड कस्टम एन्फोर्समेंट (ICE) को न्यूयॉर्क में नहीं आने देंगे। उन्होंने यह भी कहा था कि वह अप्रावसियों को हर जरूरी कानूनी मदद मुहैया कराएंगे। इस पर ट्रंप झल्ला गए थे। ट्रंप ने उन्हें गिरफ्तार करने की धमकी दे दी थी।
जुलाई में ट्रंप ने कहा था, 'हमें उसे गिरफ्तार करना होगा। हमें इसे देश में किसी कम्युनिस्ट की जरूरत नहीं है लेकिन कोई है तो मैं उस पर नजर रखूंगा।' उन्होंने कहा था, 'हम उस पर बहुत सावधानी से नजर रखेंगे। बहुत से लोग कह रहे हैं कि वह यहां अवैध रूप से हैं। वह कम्युनिस्ट से कमतर हैं। लेकिन वह कम्युनिस्ट है, समाजवादी नहीं।'
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फंडिंग रुकेगी, फौज भी उतरेगी
ट्रंप ने यह भी धमकी दी थी कि अगर जोहरान ममदानी जीत जाते हैं तो वह न्यूयॉर्क को मिलने वाली फेडरल फंडिंग रोकने की धमकी दी थी। उन्होंने कहा था कि अगर ममदानी जीत जाते हैं और ठीक से नहीं रहते हैं तो फंडिंग रोक देंगे।
उन्होंने कहा था, 'मैं एक कम्युनिस्ट को लेकर नरम नहीं पड़ूंगा। एक ऐसा व्यक्ति जो पैसा लेकर उसे खिड़की से बाहर फेंक दे।' ट्रंप ने कहा था कि वह किसी को भी टैक्सपेयर का पैसा बर्बाद करने नहीं देंगे। न्यूयॉर्क को हर साल 7 से 8 अरब डॉलर की फेडरल फंडिंग मिलती है। ट्रंप की धमकियों पर ममदानी ने कहा था कि 'यह न्यूयॉर्क का हक है।'
इतना ही नहीं, ट्रंप ने तो यहां तक धमकी दे डाली थी कि अगर ममदानी जीतते हैं तो वह न्यूयॉर्क में सेना उतार देंगे। दोबारा राष्ट्रपति चुने जाने के बाद से ट्रंप ने अप्रवासियों की नीतियां लागू करवाने के लिए कई डेमोक्रेटिक स्टेट में नेशनल गार्ड्स को तैनात किया है। उन्होंने कहा था कि अगर ममदानी मेयर बनते हैं तो न्यूयॉर्क में सेना को तैनात किया जा सकता है।

ट्रंप ने कहा था, 'हम अपने महान शहरों में से एक को बर्बाद नहीं होने देंगे, क्योंकि हम उसे महान बनाना चाहते हैं। हम लगभग 30 दिन में अपराध का सफाया कर देंगे। वॉशिंगटन में ऐसा करने में 12 दिन लगे थे। न्यूयॉर्क इससे बड़ा है।'
बहरहाल, ट्रंप के विरोध के बावजूद ममदानी आसानी से मेयर का चुनाव जीत गए हैं। वह न्यूयॉर्क में भारतीय मूल के पहले मेयर हैं। अब जोहरान ममदानी के मेयर बनने के बाद ट्रंप के साथ उनका टकराव और बढ़ सकता है।


