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हैदराबाद में जन्मीं, अमेरिका में बनीं लेफ्टिनेंट गवर्नर, कौन हैं गजाला हाशमी?

संयुक्त आंध्र प्रदेश के हैदराबाद शहर गजाला हासमी अमेरिका के वर्जीनिया की लेफ्टिनेंट गवर्नर बन गई हैं। उन्होंने ट्रंप की पार्टी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार जॉन रीड को हरा दिया है। 

Ghazala Hashmi

गजाला हाशमी, Photo Credit: @SenatorHashmi

गजाला हाशमी ने अमेरिका की राजनीति में इतिहास रच दिया है। उन्होंने डेमोक्रेटिक उम्मीदवार के तौर पर अमेरिका के वर्जीनिया राज्य की लेफ्टिनेंट गवर्नर का चुनाव जीत लिया है। वह पहली मुस्लिम महिला बन गई हैं जिन्होंने लेफ्टिनेंट गवर्नर का पद हासिल किया है। अमेरिका की वह पहली मुस्लिम महिला लेफ्टिनेंट गवर्नर बन गई हैं। इससे पहले वह पहली मुस्लिम महिला थी, जो अमेरिका की सीनेट तक पहुंची थी। उन्होंने अपने विरोधी उम्मीदवार और अमेरिकन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार जॉन रीड को हरा दिया है। 

 

गजाला हाशमी ने 2019 में अमेरिकी राजनीति में इतिहास रचा था जब वो वर्जीनिया सीनेट के लिए चुनी गई थी। वर्जीनिया सीनेट के लिए चुनी जाने वाली पहली मुस्लिम और पहली साउथ एशियाई अमेरिकी बनीं थीं। गजाला ने इन चुनावों में जीत से पहले कहा था कि वह लेफ्टिनेंट गवर्नर के रूप में मजदूरों की तनख्वाह बढ़ाने, सस्ती स्वास्थ्य सेवाओं की रक्षा करने और सभी परिवारों के लिए नए अवसर पैदा करने की लड़ाई जारी रखेंगी। इसके साथ ही वह उन अमेरिकी राजनेताओं में शामिल हैं जो हथियारों के खिलाफ खुलकर बोलती हैं और इनके खिलाफ सख्त कानून की मांग कर रही हैं।

 

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गजाला हाशमी का भारत से क्या संबंध?

गजाला हाशमी भारतीय मूल की हैं। उनका जीवन भारत के तेलंगाना (तब आंध्र प्रदेश) राज्य की राजधानी हैदराबाद से शुरू हुआ था। उनका जन्म 5 जुलाई, 1964 में हुआ था और वह चार साल की छोटी उम्र में ही अपने परिवार के साथ अमेरिका चली गई थीं। उन्होंने कई बार बताया है कि शुरुआती जीवन में उन्हें अमेरिका की भाषा, संस्कृति ने बहुत कुछ सिखाया लेकिन उनके भीतर शिक्षा के जरिए बदलाव लाने की इच्छा हमेशा जीवित रही। गजाला ने बीए की डिग्री हासिल की और उसके बाद अमेरिकी साहित्य में पीएचडी की है। 

अभी भी भारत में रहते हैं ससुराल वाले

गजाला हाशमी ने भारतीय मूल के अजहर से करीब तीस साल पहले शादी कर ली थी और उनके दो बेटियां भी हैं। उनकी सास आंध्र प्रदेश में सरकारी नौकरी करती थीं। गजाला हाशमी के ससुराल वाले अभी भी आंध्र प्रदेश में रहते हैं। गजाला हाशमी ने कहा था कि वह अपने परिवार से बहुत ज्यादा जुड़ाव रखती हैं। साल 1991 में वह अपने पति के साथ रिचमंड में बस गई थीं। वर्जीनिया स्टेट सीनेट की सदस्य बनने से पहले, हाशमी ने लगभग तीन दशकों तक यूनिवर्सिटी ऑफ रिचमंड और रेनॉल्ड्स कम्युनिटी कॉलेज में प्रोफेसर के रूप में काम किया है। 

क्या है उनकी प्राथमिकता?

वर्जीनिया राज्य की लेफ्टिनेंट गवर्नर का चुनाव जीतने वाली गजाला हाशमी की वेबसाइट पर लिखा है कि उन्होंने अपना जीवन दूसरों के जीवन को बेहतर बनाने के प्रयासों के लिए समर्पित किया है। वह वर्जीनिया में आवास की समस्याओं पर मुखरता से आवाज उठाती आई हैं। इसके साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं को सस्ता करना, पर्यावरण और असमानता के मुद्दों को हल करने पर उनका ध्यान रहेगा। इन मुद्दों को उन्होंने अपने प्रचार अभियान में मुखरता से उठाया था। 

 

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न्यूयॉर्क के मेयर बने जोहरान ममदानी

अमेरिका के सबसे बड़े शहर न्यूयॉर्क के मेयर चुनावों में भी ट्रंप की पार्टी को झटका लगा है। इन चुनावों में भारतीय मूल के जोहरान ममदानी को जीत मिली है। वह न्यूयॉर्क के पहले भारतीय मूल के मेयर होने के साथ-साथ पहले दक्षिण एशियाई और पहले मुस्लिम मेयर भी हैं। डोनाल्ड ट्रंप के लिए यह बड़ा झटका इसलिए माना जा रहा है क्योंकि वह शुरुआत से ही ममदानी के खिलाफ थे। ट्रंप ने उन्हें पागल कम्युनिस्ट तक कह दिया था लेकिन बावजूद इसके डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार के रूप में जोहरान ममदानी चुनाव जीत गए। जोहरान ममदानी की मां भारतीय मूल की फिल्म प्रोड्यूसर हैं।  

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