एशिया, अमेरिका से लेकर यूरोप पर, एक के बाद एक करके दुनियाभर के शेयर मार्केट धड़ाम हो रहे हैं। कई बड़े शेयर बाजारों के खुलते ही भारी गिरावट दर्ज की गई है। भारत के शेयर बाजार में आई अप्रत्याशित गिरावट ने सुर्खियां बिटोरीं तो अमेरिका के डाउ जोन्स फ्यूचर्स भी 2 फीसदी तक शेयर लुढक गए। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 2 अप्रैल को ही दुनिया के कई देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने का ऐलान किया था। 9 अप्रैल से नई दरें लागू होंगी लेकिन उससे पहले ही बाजार क्रैश हो गए हैं। ट्रम्प ने भारत पर 26 फीसदी टैरिफ लगाया है। वैश्विक मंदी की आशंका के बीच डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है कि कहां महंगाई है। 

सोमवार को डोनाल्ड ट्रम्प ने फेडरल रिजर्व को तलब किया और कहा कि ब्याज की दरें कम की जाएं। उन्होंने चीन और उन देशों की आलोचना की है, जिन्होंने अमेरिका के जवाब में ज्यादा टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है कि कोई महंगाई नहीं है। उन्होंने कहा कि अमेरिका के पुराने नेताओं की नीतियों की वजह से अमेरिका को दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ा लेकिन अब अमेरिका नहीं सहेगा।

यह भी पढ़ें: ट्रंप के टैरिफ से 'लाल' हुआ शेयर मार्केट, 3000 अंक टूटा सेंसेक्स

 

'डोनाल्ड ट्रम्प को नहीं नजर आ रही महंगाई'
डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा, 'कोई महंगाई नहीं है। तेल की कीमतें कम हो रही हैं, ब्याज दरें कम हो रही हैं, खाने की कीमतें कम हो रही हैं, कहीं महंगाई नहीं है। लंबे समय से दुनिया अमेरिका के दुर्व्यवहार कर रही थी, अब अमेरिका ने इससे हर सप्ताह करोड़ों डॉलर कमाए हैं।'

'ट्रम्प को दुनिया से अच्छे बर्ताव की उम्मीद'
डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा, 'इस तथ्य के बाद कि सबसे ज्यादा दुर्व्यवहार चीन ने किया है, वहां का शेयर बाजार लुढ़क रहा है, उसने 34 फीसदी तक टैरिफ बढ़ा दिया है। लोगों ने मेरी चेतावनी अभी तक समझी नहीं है। उन्होंने दशकों से ऐसा किया है, लोगों ने हमारा लाभ लिया है। हमारे नेताओं ने ऐसा होने दिया है। अब अमेरिका को फिर से महान बनाने की जरूरत है।'

यह भी पढ़ें: ज्वेलरी पर असर, फार्मा बेअसर, टैरिफ से किस सेक्टर को होगा नुकसान?


ट्रम्प के फैसले का असर क्या हुआ?

डोनाल्ड ट्रम्प के फैसले का असर एशिया के कई बड़े देशों पर नजर आया। ताइवान के ताइएक्स में 9.6 फीसदी की गिरावट आई तो चीन के शंघाई कंपोजिट में 6.6  फीसदी की गिरावट आई। हांगकांग के हेंग सेंग में 9.8 फीसदी तक बाजार लुढका। दक्षिण कोरिया के कॉस्पी ने 4.4 फीसदी की गिरावट आई। सोमवार सुबह निफ्टी में 4 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखी गई। इसका असर अमेरिका में भी दिखा था। अमेरिका के Dow Jones में 2 हजार से ज्यादा पॉइंट्स की गिरवाट देखने को मिली थी।