हर माता- पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे अच्छे से पढ़ाई करें। कई बार छोटे बच्चों को पढ़ने, लिखने और बोलने में दिक्कत होती है। ऐसे में पेरेंट्स को लगता है कि उनके बच्चे पढ़ाई में कमजोर है लेकिन ये न्यूरोलॉजिक्ल डिसऑर्डर है। इस बीमारी को डिस्लेक्सिया कहते हैं। आमिर खान के बेटे जुनैद ने अपने लेटेस्ट इंटरव्यू में बताया कि वह डिस्लेक्सिया से पीड़ित रह चुके हैं। इसी बीमारी पर आमिर खान ने फिल्म 'तारे जमीन' पर बनाई थी।आइए जानते हैं क्या है ये बीमारी।

 

डिस्लेक्सिया एक डिसऑर्डर होता जिसमें बच्चों को लिखी हुई भाषा को डिकोड करने में परेशानी होती है। ये किसी भी उम्र के बच्चों को हो सकती है। ये बीमारी ब्रेन स्ट्रक्चर और फंक्शन में अंतर होने के कारण होती है। इस बीमारी में ब्रेन लैंग्वेज को डिकोड नहीं कर पाता है। इस बीमारी के होने का कारण जेनेटिक भी हो सकता है।

 

ये भी पढ़ें- सिरदर्द आत्महत्या का कारण बन सकता है! स्टडी में चौंकाने वाला खुलासा 

 

डिस्लेक्सिया के लक्षण

 

कुछ बच्चों को शब्दों को पहचानने और पढ़ने में समस्या होती है। कुछ बच्चों को लिखने में परेशानी हो सकती है जैसे की उन्हें कोई शब्द समझ नहीं आ रहा हो। मैथ या गणित पढ़ने में भी दिक्कत होती है। इसके अलावा कुछ बच्चों को फोकस करने में समस्या होती है जिससे उनके लिए पढ़ाई- लिखाई करना मुश्किल हो जाता है। इस वजह से बच्चों में आत्मविश्वास की कमी हो सकती है। ऐसे समय में पेरेंट्स को बच्चों का सबसे बड़ा सपोर्ट सिस्टम बनना चाहिए। आपको बता दें कि इस बीमारी को समय रहते ठीक किया जा सकता है। 

 

ये भी पढ़ें- साइकिल से ऑफिस जाने वाले लोग लेते हैं कम छुट्टी, स्टडी में हुआ खुलासा

 

बीमारी का इलाज क्या है

 

अगर आपके बच्चे को पढ़ने, लिखने या बोलने में समस्या होती है तो उसे स्पीच थेरेपी दिला सकते हैं। मेडिक्ल एक्सपर्ट के मुताबिक, सही समय पर इलाज करवाने से बच्चे ठीक हो जाते हैं। इसके इलाज में मल्टी डिसिप्लिनरी अप्रोच शामिल है। स्पीच और लैंग्वेज थेरेपी बच्चों में भाषा को प्रोसेस करने में मदद करता है। वहीं, ऑक्यूपेशनल थेरेपी लिखने में होने वाली मुश्किलों को दूर करने में मदद कर सकता है।

 

डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारियों और सामान्य बातचीत पर आधारित है। खबरगांव इसकी पुष्टि नहीं करता है। विस्तृत जानकारी के लिए आप अपने की डॉक्टर की सलाह लें।