फास्टिंग का हिंदी में अर्थ उपवास होता है। हिंदू धर्म में उपवास का खास महत्व होता है। व्रत के दिन लोग बिना कुछ खाए-पीए पूजा पाठ करते हैं। भगवान को प्रसन्न करने के लिए मंदिर मंत्रोच्चारण करते हैं। व्रत करने  से सिर्फ आपको आध्यत्मिक शांति ही नहीं मिलती है। ये सेहत के लिए अच्छा होता है।  देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपने भाषण में कई बार जिक्र कर चुके हैं कि वह उपवास पर कई दिनों तक रहते हैं। वह हाल ही में अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रीडमैन से खास बातचीत की। फ्रीडमैन ने बताया कि उन्होंने 45 घंटों से कुछ नहीं खाया सिर्फ पानी पी रहे हैं। ये बात जानकर प्रधानमंत्री मोदी हैरान हो जाते हैं।

 

इस पोडकॉस्ट में उन्होंने बताया कि उपवास करने का क्या फायदा होता है। ये आपके शारीरिक ही नहीं मानसिक तौर से शांति देता है। ये एक तरह का आत्म अनुशासन है जो आपकी सभी इंद्रियों को जागरूक कर देते हैं। उपवास करने से आप एक नई तरीके से चीजों को सोच पाते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया है कि वह उपवास के दौरान लगातार पानी पीते रहते हैं ताकि बॉडी डिटॉक्सिफाई होती रहे। आइए जानते हैं उपवास किन लोगों को करना चाहिए। इसके क्या फायदे हैं और इसके क्या नुकसान है।

 

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उपवास करने के फायदे

 

शुगर को कंट्रोल करता है- हम जो भी खाना खाते हैं वो शरीर में जाकर ग्लूकोज में  बदलता है। अगर आप एक दिन खाना नहीं खाते हैं तो शरीर रिकवरी मोड में चली जाती है। वह शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है जिसे टाइप 2 डायबिटीज और हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।

 

हृदय के लिए अच्छा होता है- खराब लाइफस्टाइल की वजह से हृदय को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचता है। कई स्टडी में दावा किया गया है कि एक दिन छोड़कर एक दिन उपवास रखने से कोलस्ट्रॉल का लेवल कम होता है। 

 

मोटापा कम करने में होता है फायदेमंद-  वजन घटाने के लिए कई लोग इंटरमिटेंट फास्टिंग करते हैं। दरअसल फास्टिंग की वजह से मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है जो बॉडी फैट कम करने में मदद करता है।

 

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इंटरमिटेंट फास्टिंग का छाया है ट्रेंड

 

वजन कम करने के लिए लोग तरह -तरह की डाइट को फॉलो करते हैं। इसी में से एक हैं इंटरमिटेंट फास्टिंग। इंटरमिटेंट फास्टिंग में व्यक्ति खुद को 14 से 16 घंटे तक भूख रहता है लेकिन अपनी डाइट में प्रोटीन, फाइबर की मात्रा का खास ध्यान देता है। इंटरमिटेंट फास्टिंग काफी ट्रेंड में है। कुछ अध्ययनों में कहा गया कि अगर आप हर 16 से 18 घंटे तक फास्टिंग कर रहे हैं तो गैस की समस्या हो सकती है। लंबे समय तक खाना नहीं खाने से पेट में गैस बन जाता है। 12 घंटा तक भूखे रहने से सेहत को नुकसान नहीं पहुंचता है। कई लोग शाम के बाद खाना नहीं खाते हैं। इस लिस्ट में अक्षय कुमार और अनुष्का शर्मा, मनोज बाजपेयी समेत कई स्टार्स हैं जो शाम 7 बजे तक अपना डिनर कर लेते हैं। इस बात का जिक्र इन सितारों ने अपने इंटरव्यू में किया है।

 

उपवास करने से आपके मेंटल हेल्थ पर भी प्रभाव पड़ता है। भूख रहने की वजह से एंग्जाइटी, गुस्सा, टेंशन और इरिटेशन की समस्या होती है लेकिन धीरे-धीरे आप अपनी बॉडी पर कंट्रोल कर लेते हैं। आपको ये चीजें महसूस नहीं होती है। इसके बाद हर परिस्थिति में आप सकारात्मक सोच बनाए रखते हैं।

 

उपवास करने से क्या नुकसान होता है

 

फास्टिंग करने के फायदे के साथ-साथ नुकसान भी है। उपवास करने की वजह से शरीर में कमजोरी आ सकती है। कुछ लोगों में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है। इसके अलावा जिन लोगों को टाइप 2 डायबिटीज या कोई अन्य समस्या हैं तो उन्हें उपवास रखने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।

 

Disclaimer: यह आर्टिकल इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारियों और सामान्य बातचीत पर आधारित है। खबरगांव इसकी पुष्टि नहीं करता है। विस्तृत जानकारी के लिए आप अपने किसी डॉक्टर की सलाह लें।