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सफेद चावल से अलग मार्केट में मिलते हैं कितने तरह के चावल, जानें फायदे

बाजार में कई तरह के चावल मिलते हैं लेकिन ज्यादातर लोग अपनी रेगुलर डाइट में व्हाइट राइस खाते हैं। आइए जानते हैं बाकि चावलों में क्या पोषक तत्व मौजूद है।

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विभिन्न तरह के चावल (Photo Credit: Freepik)

चावल एक ऐसी चीज है जो हम सभी अपने डेली रूटीन में खाना पसंद करते हैं। इसे खाने से पेट लंबे समय तक भरा रहता है। भारत समेत कई देशों में चावल का सेवन किया जाता है। इसे अमीर से गरीब तक हर कोई खरीद सकता है। हमारे देश में ज्यादतर लोग डेली रूटीन में सफेद चावल खाते हैं। इसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा ज्यादा होती है। कई लोग हेल्थ की वजह से ब्राउन राइस भी खाते हैं। आइए जानते हैं बाजार में कितने तरह के चावल मिलते हैं। प्रत्येक रंग के चावल की अपनी क्वॉलिटी होती है। ज्यादातर लोग व्हाइट चावल खाते हैं। आइए जानते हैं सेहत के लिए किस में क्या पोषक तत्व मौजूद होते हैं।

 

ब्राउन राइस

 

ब्राउन राइस को साबुत अनाज वाला चावल कहा जाता है। इसमें व्हाइट राइस के मुकाबले ज्यादा पोषक तत्व मौजूद होता है। इसमें फ्लेवोनॉयड, एंटी ऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा होती है जो बीमारियों से दूर रखता है। ब्राउन और व्हाइट राइस में सामान्य मात्रा में कार्बोहाइड्रेट और कैलोरी होती है। हालांकि इसमें प्रोटीन और फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है। ये आपके पेट को लंबे समय तक भरे रखता है। हेल्थ की वजह से कई लोग ब्राउन राइस का सेवन करते हैं।

 

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ब्लैक राइस

 

 

ब्लैक राइस एक तरह की वैरायटी जो इंडोनेशियाई काला चावल और थाई चमेली काला चावल को कहते हैं जो पकने के बाद बैंगनी रंग का बन जाता है। ऐसा कहा जाता है कि पहले के समय में चीन के राज घराने के लोग इस चावल को खाते हैं। रिसर्च में बताया गया कि ब्लैक राइस हाई एंटी ऑक्सीडेंट फूड होता है जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करता है। इसमें एंथोसाइनिन होता है जो हृदय संबंधी बीमारियों को दूर करने में मदद करता है।

 

रेड राइस


 
रेड राइस की किस्म को हिमालयन रेड राइस और थाई रेड कार्गो राइस कहा जाता है। इसमें प्रोटीन और फाइबर की मात्रा व्हाइट राइस से ज्यादा होती है। इसमें फ्लेवनॉयड की मात्रा ब्राउन राइस से भी ज्यादा होती है। फ्लेवनॉयड शरीर में इन्फ्लेमेशन को कम करता है जिसकी वजह से हार्ट डिजीज और टाइप 2 डायबिटीज होने का खतरा कम होता है।

 

वाइल्ड राइस

 

वाइल्ड राइस तकनीकी रूप से एक्वेटिक घास के बीज हैं लेकिन इसका इस्तेमाल चावल को बनाने के लिए किया जाता है। इसे साबुत अनाज के रूप में पहचाना जाता है। इसमें सफेद चावल के मुकाबले प्रोटीन और फाइबर होता है जो पेट को लंबे समय तक भर कर रखता है। इसके अलावा इसमें विटामिन, मिनरल्स, बी विटामिन, मैग्रीशियम और मैंगनीज शामिल हैं।

 

व्हाइट राइस

 

सेफद चावल का सेवन सबसे ज्यादा होता है। इसके प्रोसेसिंग के दौरान इसमें हस्क, ब्रेन और जर्म को हटा दिया जाता है जिसकी वजह से इसमें मिलने वाले पोषक तत्व कम हो जाते हैं। इसमें ब्राउन राइस के मुकाबले प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और मिनरल नहीं होते हैं लकिन बी विटामिन और आयरन की भरपूर मात्रा होती है। इसमें ब्राउन राइस के मुकाबले शुगर का लेवल ज्यादा होता है। हालांकि इसमें आर्सेनिक की कम होता है, ये उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो रोजाना चावल खाते हैं।

 

स्टडी के मुताबिक, साबूत अनाज वाले चावल का सेवन सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद होता है क्योंकि उनमें प्रोटीन और फाइबर की मात्रा व्हाइट राइस से ज्यादा होती है लेकिन इस बात की पुष्टि कही नहीं की गई है कौन सा बेहतर है। सभी चावलों के अपने-अपने फायदे हैं। आप कोई भी चावल चुने उसके साथ हरी सब्जियां, प्रोटीन, हेल्दी फैट का सेवन करें। अपनी डाइट को बैलेंस में रखें।

 

 

 

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