प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लिंक (USBRL) प्रोजेक्ट का उद्घाटन है। इस रेल रूट के शुरू हो जाने की वजह से भारत के अलग-अलग हिस्सों के लोग सीधे श्रीनगर और उसके आगे बारामुला तक ट्रेन से ही जा सकेंगे। इस प्रोजेक्ट के शुरू होने से पहले दिल्ली से जाने वालों के लिए अंतिम रेलवे स्टेशन माता वैष्णो देवी धाम कटरा हुआ करता था। अब कटरा से ही यह लाइन बारामुला तक जाएगी। अब लोगों के मन में एक सवाल यह है कि क्या कोई व्यक्ति दिल्ली से सीधे श्रीनगर तक ट्रेन से जा सकेगा? इसका जवाब हां और नहीं, दोनों है। इसका एक जवाब छिपा है शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से किए गए उद्घाटन में। पीएम मोदी ने जिन दो ट्रेनों का उद्घाटन किया है, वे कटरा और श्रीनगर के बीच चलेंगी, दिल्ली और श्रीनगर के बीच में नहीं।
शुक्रवार को हुए उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने न सिर्फ इस रेल खंड पर चलने वाली वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई बल्कि बहुचर्चित चिनाब ब्रिज और अंजी खड ब्रिज का भी उद्घाटन किया। यह रेलवे लाइन इंजीनियरिंग के मामले में बेहद खास है। इस पर दुनिया का सबसे ऊंचा रेल ब्रिज यानी चिनाब ब्रिज है, भारत का पहला रेलवे केबल ब्रिज है। इसी रूट पर T-50 टनल है जो 13 किलोमीटर लंबी और भारत की सबसे लंबी रेल सुरंग है। सैकड़ों पुल और सुरंगें मिलकर इस रूट को पूरा करते हैं। इतना सब तैयार करने के बाद ही दिल्ली से श्रीनगर ट्रेन से जाने का सपना पूरा होने की ओर है। हालांकि, अभी यह सपना सीधे तौर पर पूरा नहीं हुआ है। आइए समझते हैं इसकी वजह क्या है...
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दिल्ली से श्रीनगर ट्रेन है कि नहीं?
यह समझने के लिए सबसे पहले हमने IRCTC की वेबसाइट खोली और दिल्ली से श्रीनगर की टिकट बुक करने की कोशिश की। यात्रा शुरू करने की जगह के रूप में दिल्ली को चुनाव और गंतव्य रखा श्रीनगर को, जवाब मिला- 'इन दोनों स्टेशन के बीच कोई ट्रेन उपलब्ध नहीं है।' हमने एक और प्रयास किया। इस बार हमने कटरा और श्रीनगर के बीच ट्रेन चेक की। इस बार वंदे भारत ट्रेन मिल गई। ट्रेन नंबर है- 26401 और 26403, ट्रेन नंबर 26401 सुबह 8 बजकर 10 मिनट पर कटरा से चलेगी और 11 बजकर 8 मिनट पर श्रीनगर पहुंच जाएगी। इसी तरह दूसरी ट्रेन 26403 दोपहर 2 बजकर 55 मिनट पर कटरा से चलकर शाम के 5 बजकर 53 मिनट पर श्रीनगर पहुंच जाएगी।
यही दो ट्रेन श्रीनगर से कटरा भी आएंगी। 11 बजकर 8 मिनट पर श्रीनगर पहुंचने वाली 26401, वहां से 2 बजे दोपहर में रवाना होगी और शाम को 4 बजकर 58 मिनट पर कटरा पहुंच जाएगी। ट्रेन नंबर 26404 अगली सुबह 8 बजे श्रीनगर से चलेगी और 10 बजकर 58 मिनट पर कटरा पहुंच जाएगी। यानी कटरा और श्रीनगर से बीच रोज दो वंदे भारत ट्रेन चलेंगी और सफर को तेज और आसान बनाएंगी। हालांकि, यह ध्यान देने की जरूरत है कि अगर आपको कटरा से आगे जम्मू या दिल्ली की ओर जाना है तो फिलहाल आपको ट्रेन बदलनी ही होगी। अभी के लिए श्रीनगर से सीधे जम्मू या दिल्ली की कोई ट्रेन नहीं है।
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इस ट्रेन और रूट का उद्घाटन होने से पहले रेलवे को अपना 70वीं डिवीजन यान जम्मू-डिवीजन भी मिल गया है। अब क्षेत्र का कामकाज इसी डिवीजन के जिम्मे होगा। मौजूदा समय में कश्मीर में चल रही ट्रेन भी इसी डिवीजन का हिस्सा होगी।
इसकी वजह क्या है?
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली से श्रीनगर जाने वाले यात्रियों को कटरा में एक ट्रेन से उतर दूसरी ट्रेन यानी वंदे भारत एक्सप्रेस पकड़नी होगी। एक अधिकारी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया है, 'जम्मू या श्रीनगर से आने वाली ट्रेन को फिलहाल कटरा में ही रुकना होगा क्योंकि अभी रेलवे यार्ड का काम चल रहा है। उम्मीद है कि अगस्त-सितंबर तक यह काम पूरा हो जाएगा और तब सीधे जम्मू से श्रीनगर और श्रीनगर से जम्मू ट्रेन से ही जा सकेंगे।
6 जून से क्या बदल गया?
6 जून 2025 से पहले दिल्ली से सीधे कटरा तक ट्रेन जाती थी। दूसरी तरफ, बारामुला और संगलदान के बीच ट्रेन चलती थी। लंबे समय से संगलदान और कटरा के बीच के रूट पर काम चल रहा था। यहां आपको बता दें कि 2014 से पहले ट्रेन सिर्फ उधमपुर तक ही जाती थी। जुलाई 2014 में उधमपुर वाली ट्रेन कटरा तक जाने लगी। तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ही इस रेलवे लाइन का उद्घाटन किया था।
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दूसरी तरफ, गाजीगुंड से बारामुला के बीच ट्रेन की शुरुआत 2009 में हुई थी। काजीगुंड-बनिहाल रेल सेक्शन का उद्घाटन भूतपूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने 26 जनवरी 2013 को किया था। समय के साथ बारामुला से चलने वाली ट्रेन 3 और स्टेशन संगलदान तक आने लगी थी। 6 को उद्घाटन होने के बाद कटरा से चलने वाली ट्रेन बनिहाल, श्रीनगर होते हुए सीधे बारामुला तक जा सकेगी जो कि फिलहाल भारतीय रेल नेटवर्क का सबसे उत्तरी रेलवे स्टेशन है।