पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना चक्रवाती तूफान 'मोंथा' अब एक 'गंभीर चक्रवाती तूफान' में तब्दील हो गया है। मौसम विभाग ने इसकी जानकारी दी है। मंगलवार शाम या रात तक इसके आंध्र प्रदेश के तट से टकराने की संभावना है। मौसम विभाग ने बताया कि देर शाम या रात तक मोंथा तूफान आंध्र में काकीनाडा के पास मछलीपट्टनम और कलिंगपट्टनम के बीच दस्तक दे सकता है। मोंथा थाई शब्द है, जिसका मतलब 'सुगंधित फूल' होता है।
आंध्र के तट में पहुंचने से पहले ही मोंथा का असर दिखने लगा है। तूफान की वजह से आंध्र, तमिलनाडु और ओडिशा में भारी बारिश की आशंका जताई गई है। मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है। हालांकि, पहले ही कई हिस्सों में भारी बारिश हो रही है।
इसका सबसे ज्यादा असर आंध्र प्रदेश में देखने को मिल सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आंध्र के सीएम चंद्रबाबू नायडू से बात की है और हर मुमकिन मदद का भरोसा दिया है। राज्य सरकार ने भी इससे निपटने की तैयारी कर ली है और कंट्रोल रूम बनाया गया है। तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित निकालकर शेल्टर में रखा गया है। स्कूल-कॉलेजों में भी छुट्टी कर दी गई है।
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तूफान टकराएगा तो क्या होगा?
मौसम विभाग ने बताया कि मोंथा अब 'गंभीर चक्रवाती तूफान' में बदल गया है। मौसम विभाग ने मंगलवार सुबह एक बुलेटिन जारी कर बताया कि पिछले 6 घंटों के दौरान मोंथा तूफान 17 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है।
मौसम विभाग ने बताया कि मोंथा तूफान उत्तर-पश्चिम की ओर तेजी से बढ़ रहा है और इसके आज शाम या रात तक आंध्र में काकीनाडा के पास तट से टकराने की संभावना है।
बुलेटिन में बताया गया है कि जब यह तूफान टकराएगा तो 90 से 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। इनकी रफ्तार 110 किलोमीटर प्रति घंटा भी पहुंच सकती है। बताया जा रहा है कि इस दौरान समंदर में 5 मीटर ऊंची लहरें भी उठ सकती हैं।
इस बीच मौसम विभाग ने आंध्र प्रदेश के 19 जिलों में 'भारी' से 'बहुत भारी' बारिश की चेतावनी देते हुए 'रेड अलर्ट' जारी किया है। इसी तरह नांदयाल, कडापा और अन्नामैया जिलों के लिए 'ऑरेंज' और कुरनूल, अनंतपुर, श्री सत्य साईं और चित्तूर जिले के लिए 'येलो' अलर्ट जारी किया है। रेड अलर्ट का मतलब है कि यहां 24 घंटों में 20 सेंटीमीटर या इससे ज्यादा बारिश हो सकती है। इसी तरह ऑरेंज अलर्ट का मतलब है कि इन इलाकों में 11 से 20 सेमी और येलो अलर्ट वाले जिलों में 6 से 11 सेमी तक बारिश होने की संभावना है।
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आंध्र में क्या हैं तैयारियां?
मोंथा तूफान का सबसे ज्यादा असर आंध्र प्रदेश में देखने को मिल सकता है। आंध्र सरकार में मंत्री लोकेश नारा ने बताया कि 19 जिलों में 40 लाख लोग इससे प्रभावित हुए हैं। उन्होंने बताया कि NDRF की 11 और SDRF की 12 टीमों को तैनात किया गया है। 325 मेडिकल कैंप बनाए गए हैं।
इससे पहले सोमवार को मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने इमरजेंसी मीटिंग भी की थी। सभी अधिकारियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने निर्देश दिया है कि रिलीफ कैंप में रहने वाले सभी लोगों को अच्छा खाना दिया जाए। इसके साथ ही हर परिवार को 3 हजार रुपये कैश और 25 किलो चावल के साथ जरूरी चीजें भी देने का निर्देश दिया गया है।
इसके साथ ही सीएम चंद्रबाबू नायडू ने तूफान के गुजर जाने के बाद बिगड़े हालातों को संभालने और व्यवस्थाओं को जल्द से जल्द दुरुस्त करने का आदेश दिया गया है।
राज्य सरकार ने बताया कि 22 जिलों में 3,174 रिलीफ सेंटर बनाए गए हैं, जहां खाने-पीने और जरूरत की सारी चीजें उपलब्ध हैं।
आंध्र प्रदेश की स्टेड डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (APSDMA) के एमडी प्रखर जैन ने लोगों को घरों में ही रहने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि लोग घर पर ही रहें और अगर कोई जरूरत हो तो कंट्रोल रूम को बताएं।
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तूफान का दिखने लगा है असर
मोंथा तूफान का असर दिखने लगा है। सोमवार से ही आंध्र, तमिलनाडु और ओडिशा-बंगाल के कई इलाकों में भारी बारिश हो रही है। ओडिशा के 8 जिलों- मल्कानगिरी, कोरापुट, रायगढ़, गजपति, गंजम, नबरंगपुर, कालाहंडी और कंधामाल में सुबह से जोरदार बारिश हो रही है।
मोंथा तूफान के मद्देनजर ओडिशा में 1,400 से ज्यादा रिलीफ कैंप बनाए गए हैं। सरकार ने 30 अक्टूबर को 9 जिलों के सभी स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों को बंद कर दिया है। ओडिशा में 30 अक्टूबर तक सभी सरकारी कर्मचारियों की छुट्टियां भी कैंसिल कर दी गई हैं।
मौसम विभाग ने मल्कानगिरी, कोरापुट, रायगढ़, गजपति और गंजम के लिए बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। इसी तरह नबरंगपुर, कालाहंडी, कंधामाल, नयागढ़, मौपाड़ा, बोलंगिर, सोनेपुर, बौध, खुर्दा, पुरी और बाढ़गढ़ के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं अंगुल, ढेंकनाल, कटक, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, जाजपुर, क्योंझर, भद्रक, बालासोर, मयूरभंज, संबलपुर, देवगढ़, झारसुगुढ़ा और सुंदरगढ़ के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
आंध्र प्रदेश के भी कई इलाकों में सुबह से ही जोरदार बारिश हो रही है। APSDMA के एमडी प्रखर जैन ने बताया कि 95 जगहों पर भारी बारिश हो रही है। कपुलुपड्डा में 125 मिमी, विशाखापट्टनम में 120 मिमी और आनंदपुरम में 117 मिमी बारिश हुई है।
तमिलनाडु में भी इसका असर देखने को मिल रहा है। सबसे ज्यादा असर तिरुवल्लुर में दिख रहा है। अधिकारियों ने बताया कि तिरुवल्लुर के पोन्नेरी और अवडी इलाके में 24 घंटे में जबरदस्त बारिश हुई है। पोन्नेरी में 72 मिमी और अवडी में 62 मिमी बारिश दर्ज की गई है। तूफान और बारिश के चलते तिरुवल्लुर में सभी स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है।
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97 ट्रेनें कैंसिल, फ्लाइट्स भी हुईं रद्द
मोंथा तूफान का असर ट्रांसपोर्ट पर भी पड़ रहा है। अब तक सैकड़ों ट्रेनों को कैंसिल किया जा चुका है। वहीं दर्जनों फ्लाइट्स भी रद्द हो गई हैं।
साउथ सेंट्रल रेलवे ने बताया कि मोंथा तूफान के चलते 67 ट्रेनों को कैंसिल कर दिया गया है। ओडिशा और तमिलनाडु में भी कई ट्रेनों को कैंसिल कर दिया गया है। बताय जा रहा है कि अब तक 97 ट्रेनें कैंसिल हो गईं हैं।
इसी तरह, तूफान के चलते उड़ानें भी रद्द हो गई हैं। एयर इंडिया और इंडिगो के विमानों की फ्लाइट कैंसिल हो गई है। चेन्नई से आंध्र प्रदेश जाने वाले इंडिगो की 9 उड़ानों को खराब मौसम के कारण रद्द कर दिया गया है। एयर इंडिया एक्सप्रेस की भी 8 उड़ानें रद्द हो गई हैं।
मौसम विभाग ने बताया है कि तूफान के गुजरने के बाद भी 30 अक्टूबर तक जोरदार बारिश होने की संभावना है। झारखंड, राजस्थान, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल समेत दिल्ली-एनसीआर में भी बारिश होने के आसार हैं।
