कर्नाटक के मंगलुरु में 5 दिन में दो हत्याएं हुई हैं। पहली हत्या 27 अप्रैल को हुई थी, जिसमें भीड़ ने एक मुस्लिम युवक को पीट-पीटकर कर मार डाला। दूसरी हत्या 1 मई की रात को हुई, जिसमें कुछ लोगों ने एक 30 साल के युवक की हत्या कर दी।
केरल के युवक की हत्या के मामले में तीन पुलिस वालों को सस्पेंड कर दिया गया है। पुलिस ने 25 लोगों की पहचान की है, जिसमें से 20 को गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं, दूसरी घटना में जांच शुरू कर दी गई है। इस मामले में अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
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पहली घटनाः 27 अप्रैल
- क्या हुआ था?: मंगलुरु के कुडुपु में 27 अप्रैल को एक क्रिकेट मैच खेला जा रहा था। तभी अशरफ नाम के युवक ने कथित तौर पर 'पाकिस्तान जिंदाबाद' का नारा लगाया। इससे वहां खड़ी भीड़ गुस्से में आ गई और उस पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। पुलिस ने बताया कि यह घटना भात्रा कालूर्ति मंदिर के पास हुई थी। जख्मी हालत में अशरफ को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
- पीड़ित कौन था?: युवक का नाम अशरफ था। पुलिस ने बताया कि अशरफ केरल के वायनाड जिले के पुलपल्ली गांव का रहने वाला था। बताया जा रहा है कि अशरफ मंगलुरु में मजदूरी करता था।
- पुलिस ने क्या किया?: इस मामले में पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है। 25 लोगों की पहचान की गई है, जिनमें से अब तक 20 को गिरफ्तार किया जा चुका है। जांच में देरी के कारण 3 पुलिसकर्मी भी सस्पेंड हो गए हैं।
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दूसरी घटनाः 1 मई
- क्या हुआ था?: रात 8 बजकर 27 मिनट पर सुहास शेट्टी पर कुछ लोगों ने हमला किया। सुहास उस वक्त अपने दोस्त- संजय, प्रज्वल, अनवित, लतीश और शशांक के साथ कार से कहीं जा रहा था। कुछ लोगों ने उनकी कार को रोका और सुहास पर हमला कर दिया। हमले में सुहास गंभीर रूप से घायल हो गया था। उसे अस्पताल ले जाया गया लेकिन उसकी मौत हो गई।
- पीड़ित कौन था?: इस घटना में मारे गए सुहास शेट्टी का आपराधिक रिकॉर्ड रहा है। 2022 में फाजिल नाम के युवक की हत्या के मामले में सुहास आरोपी था। वह कुछ दिन पहले ही जेल से बाहर आया था।
- पुलिस ने क्या किया?: इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि हमला करने वाले 5-6 लोग थे। आरोपियों को पकड़ने के लिए कई टीमें बनाई गई हैं।
'तब तक मारा, जब तक मर नहीं गया'
27 अप्रैल को हुई अशरफ की मॉब लिंचिंग पर पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है। एक सीनियर पुलिस अफसर ने बताया, 'अशरफ एक बोरी लेकर खेत पार कर रहा था, तभी कथित तौर पर उसने पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाया। इसके बाद कुछ लोगों ने उस पर हमला कर दिया। उसे लाठी-डंडों से पीटा गया और लातें भी मारीं। कुछ लोगों ने बीच-बचाव करने की कोशिश की लेकिन लोग उसे पीटते रहे।' उन्होंने बताया कि भीड़ ने उसे तब तक मारा, जब तक उसकी मौत नहीं हो गई।
इस घटना के बाद मंगलुरु में तनाव भी बढ़ गया है। इस बीच मंगलुरु रूरल के पुलिस इंस्पेक्टर शिवकुमार, हेड कॉन्स्टेबल चंद्र और कॉन्स्टेबल ऐलालिंगा को सस्पेंड कर दिया गया है।
इस बीच कांग्रेस नेता बी. रामनाथ राय ने मंगलुरु समेत दक्षिण कन्नड़ जिले में मॉब लिंचिंग की बढ़ती घटनाओं को रोकने के लिए एक SIT का गठन करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि मॉब लिंचिंग की घटनाओं से सांप्रदायिक तनाव बढ़ जाता है, इसलिए ऐसी घटनाओं की जांच के लिए SIT बनाई जानी चाहिए।
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कुछ दिन पहले ही जेल से बाहर आया था सुहास
1 मई की रात को 5-6 लोगों ने धारदार हथियारों से हमला कर सुहास शेट्टी की हत्या कर दी। सुहास शेट्टी हिस्ट्रीशीटर रहा है और उस पर मर्डर और लूटपाट जैसे क्रिमिनल केस दर्ज हैं। बताया जा रहा है कि सुहास शेट्टी पहले बजरंग दल से जुड़ा हुआ था। पुलिस ने बताया कि सुहास शेट्टी 2022 में सुरथकल में हुई मोहम्मद फाजिल की हत्या का मुख्य आरोपी था।
पुलिस का कहना है कि 1 मई की रात को मंगलुरु सिटी के बाहरी इलाके बाजपे के किन्नीपदावु में सुहास पर हमला हुआ था। पुलिस ने बताया कि सुहास अपने साथियों के साथ कार से कहीं जा रहा था, तभी हमलावरों ने रोक लिया और उस पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। इस हमले में वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, सुहास शेट्टी के खिलाफ मंगलुरु और बेलथांगडी में हत्या और डकैती के 5 केस दर्ज हैं। पुलिस ने बताया कि कुछ दिन पहले ही वह सजा काटकर जेल से बाहर आया था।