जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत सरकार हाई लेवल की बैठकें कर रही है। बइन बैठकों में पाकिस्तान को हर तरफ से घेरने की तैयारी चल रही है। इसी सिलसिले में शुक्रवार का दिन कार्रवाई और बैठकों का रहा। पहलगाम में 26 मासूम लोगों की हत्या करने वाले आतंकियों के खिलाफ भारतीय सेना ने पहला एक्शन शुरू किया। इस हमले में शामिल दो आतंकियों में से एक के घर को सेना से बम से उड़ा दिया वहीं दूसरे के घर को बुलडोजर से ढहा दिया।

 

आतंकी आसिफ शेख के घर पर ब्लास्ट किया गया है। दोनों ही आतंकी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े थे। आतंकियों पर हुई कार्रवाई के बीच कांग्रेस सांसद और संसद में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने पहलगाम का दौरा किया और हमले में घायल हुए लोगों और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा से भी राज्य के हालात पर चर्चा की। 

 

फ्रांस के राष्ट्रपति-ब्रिटेन के पीएम ने मोदी से बात की

 

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पहलगाम आतंकी हमले के बारे में बात की। शुक्रवार की सुबह फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात करके पहलगाम आतंकी हमले को लेकर चर्चा की। मैक्रों ने पीएम मोदी से बात करके हमले को लेकर दुख जताया और कहा कि फ्रांस भारत के साथ में हर कदम पर खड़ा रहेगा। इमैनुएल मैक्रों ने कहा, 'भारत के लोग इस तरह के कठिन समय में फ्रांस की एकजुटता और मित्रता पर भरोसा कर सकते हैं। हम हमेशा से आतंकवाद के सभी रूपों के खिलाफ अपनी लड़ाई में एकजुट रहे हैं और हमेशा एकजुट रहेंगे।'

 

यह भी पढ़ें: पाकिस्तान की उड़ेगी नींद! भारत ने किया स्क्रैमजेट इंजन का सफल परीक्षण

 

संयुक्त राष्ट्र ने पहलगाम हमले पर प्रतिक्रिया दी

 

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने भी प्रधानमंत्री मोदी से फोन पर बात करके पहलगाम के बर्बर आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की। वहीं, भारत के आक्रामक रुख को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र ने पहलगाम हमले को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी। संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने भारत और पाकिस्तान से अपील करते हुए कहा कि दोनों देशों की सरकारें हालात को लेकर संयम बरतें।
 
सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी का कश्मीर दौरा

 

इसी बीच सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी भी पहलगाम हमले के बाद शुक्रवार को स्थिति की समीक्षा करने के लिए कश्मीर पहुंचे। जनरल द्विवेदी के साथ में सेना की उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचिंद्र कुमार भी मौजूद थे। सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी को श्रीनगर में 15 कोर कमांडर द्वारा सुरक्षा स्थिति और अपने क्षेत्र के अंदर आतंकवादियों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई और नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन करने की पाकिस्तानी सेना की कोशिशों के बारे में जानकारी दी गई।

 

 

अमित शाह की हाई लेवल मीटिंग

 

पाकिस्तान पर शिकंजा कसने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को पाकिस्तान के साथ 1960 की सिंधु जल संधि को स्थगित करने के मद्देनजर भविष्य की कार्रवाई पर एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी आर पाटिल और कई मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया। बैठक में भविष्य की कार्रवाई और संधि को स्थगित करने के फैसले को कैसे लागू किया जाए, इस पर चर्चा हुई। भारत ने पहले ही पाकिस्तान को सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से स्थगित करने के अपने निर्णय से अवगत करा दिया है और कहा है कि पाकिस्तान ने संधि की शर्तों का उल्लंघन किया है।

 

यह भी पढ़ें: किसी राज्य में न रहे कोई पाकिस्तानी, शाह ने मुख्यमंत्रियों से की बात!

 

राजदूतों ने विदेश मंत्री ने मुलाकात की

 

वहीं, भारत में इजराइल के राजदूत रियुवेन अजार साउथ ब्लॉक स्थित विदेश मंत्रालय के कार्यालय पहुंचकर विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अर्जेंटीना के राजदूत मारियानो कॉसिनो, नेपाल के राजदूत डॉ. शंकर पी शर्मा से भी मुलाकात की। पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए 26 पर्यटकों को लेकर पूरे देश में गुस्सा है। इसको लेकर शुक्रवार को बीजेपी, कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, सीपीआई, आरजेडी, टीडीपी आदि के अलावा विभिन्न संगठनों ने पाकिस्तान के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया। जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में पहलगाम आतंकवादी हमले के खिलाफ स्थानीय लोगों और व्यापारियों ने भी विरोध-प्रदर्शन किया। 

 

सरकार की तैयारी

इसके अलावा केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बात की। उन्होंने सरकार की तरफ से मुख्य सचिवों से कहा कि भारत सरकार ने 27 अप्रैल 2025 से तत्काल प्रभाव से पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए सभी मौजूदा वीजा रद्द कर दिए हैं। पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए मेडिकल वीजा केवल 29 अप्रैल 2025 तक वैध रहेंगे। ऐसे में सरकार ने राज्यों से इसको लेकर आवश्यक कार्रवाई करने को कहा है।