कुछ दिनों पहले पंजाब के अमृतसर शहर में बाइक सवार युवकों ने एक मंदिर पर बम फेंका था। धमाका काफी जोरदार था लेकिन किसी की जान नहीं गई थी। इस केस के आरोपियों की तलाश उसी दिन से की जा रही थी। अब पंजाब पुलिस ने दावा किया है कि उसने इस हमले के आरोपी गुरसिदक सिंह को एक एनकाउंटर में मार गिराया है। एक अन्य आरोपी फरार हो गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, इस एनकाउंटर में कुछ पुलिसकर्मियों को भी गोली लगी है और उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव ने बताया है कि एक अन्य आरोपी फरार हो गया है और उसकी तलाश की जा रही है।


पुलिस ने अपने बयान में कहा है कि SHO छेहरता ने मोटरसाइकिल सवार इन हमलावरों को रोकने की कोशिश की लेकिन इन लोगों ने मोटरसाइकिल रोकी और पुलिस टीम पर हमला कर दिया। पुलिस ने आगे कहा, 'एक गोली हेड कॉन्स्टेबल गुरप्रीत सिंह के बाएं हाथ पर लगी है, इस गोली पुलिस की गाड़ी पर लगी है और एक गोली इंस्पेक्टर अमोलक सिंह की पगड़ी में लगी। इंस्पेक्टर विनोद कुमार ने सेल्फ डिफेंस में अपने पिस्टल से गोली चलाई और वह गोली आरोपी गुरसिदक को जा लगी। दूसरा आरोपी मौके से फरार हो गया। हेड कॉन्स्टेबल गुरप्रीत सिंह और गुरसिदक को सिविल अस्पताल ले जाया गया जहां गुरसिदक की मौत हो गई। एयरपोर्ट थाने पर एफआईआर दर्ज की जा रही है।'

 

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DGP ने क्या कहा?

 

इस घटना के बारे में पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने कहा है, 'खास इंटेलिजेंस के आधार पर अमृतसर पुलिस कमिश्नरेट ने कार्रवाई की और 15 मार्च को अमृतसर के ठाकुर द्वारा मंदिर पर हमले के जिम्मेदारों को ट्रैक किया। एक्सप्लोसिव सब्सटैंसेज ऐक्ट के तहत छेहरता आने में एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस टीम ने संदिग्धों का पता लगाया था कि वे राजासांसी में हैं। आऱोपी ने गोली चलाई जिसमें हेड कॉन्स्टेबल गुरप्रीत सिंह घायल हुए और इंस्पेक्टर अमोलक सिंह की पगड़ी में गोली लगी। दूसरा आरोपी फरार हो गया है और उसको पकड़ने की कोशिशें जारी हैं। एयरपोर्ट थाने में एक एफआईआर दर्ज की जा रही है।' 

 

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गुरसिदक सिंह कौन था?

एनकाउंटर में मारे गए शख्स की पहचान जगजीत सिंह के बेटे गुरसिदक सिंह के रूप में हुआ है। वह, अमृतसर के ही बाल गांव का रहने वाला था। दूसरा आरोपी विशाल राजासांसी गांव का रहने वाला है और वह फिलहाल फरार है।

 

बता दें कि इन दोनों 14-15 मार्च की रात में अमृतसार के खंडवाला में स्थित ठाकुरद्वारा मंदिर पर एक ग्रेनेड फेंका था। फॉरेंसिक टीम ने वहां अपनी जांच की थी और कुछ सैंपल भी इकट्ठा किए थे। घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी कैमरों में देखा गया था कि बाइक पर दो युवकों ने एक बम जैसी चीज फेंकी थी जिससे जोरदार धमाका हुआ था। गनीमत यह रही कि इस हमले में किसी की जान नहीं गई।