उत्तर प्रदेश की तरह ही दिल्ली में अब भी 'एंटी रोमियो स्क्वॉड' होगा। दिल्ली में इसका नाम 'शिष्टाचार स्क्वॉड' होगा। दिल्ली पुलिस की यह पहल महिलाओं के खिलाफ अपराध को रोकने के लिए शुरू की गई है। इस स्क्वॉड का काम मोरल पुलिसिंग की बजाय कानून का पालन करवाने पर होगा। यह स्क्वॉड ईव-टीजिंग, छेड़छाड़ और उत्पीड़न को रोकने के लिए काम करेंगे।
स्क्वॉड इसलिए बनाए जा रहे हैं, क्योंकि दिल्ली के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने सभी पब्लिक प्लेस में एंटी रोमियो स्क्वॉड और CCTV कैमरे लगाने का वादा किया था।
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स्क्वॉड में क्या होगा?
8 मार्च को पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा ने स्क्वॉड के गठन वाले आदेश पर दस्तखत किए थे। जानकारी के मुताबिक, दिल्ली के हर जिले में 2 शिष्टाचार स्क्वॉड होंगे। ये स्क्वॉड क्राइम अगेंस्ट वुमेन सेल के एसीपी की निगरानी में काम करेंगे।
हरेक शिष्टाचार स्क्वॉड में एक इंस्पेक्टर, एक सब-इंस्पेक्टर, 4 महिला और 5 पुरुष पुलिसकर्मी होंगे। इनमें हेड कॉन्स्टेबल और कॉन्स्टेबल शामिल होंगे। ये स्क्वॉड ऐसी जगहों पर तैनात रहेंगे, जो महिला सुरक्षा के लिहाज से काफी सेंसेटिव माने जाते हैं।
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कैसे काम करेगा स्क्वॉड?
इस स्क्वॉड में तैनात में पुलिसकर्मी सादे कपड़ों में ड्यूटी करेंगे और मनचलों पर नजर रखेंगे। महिलाओं से छेड़छाड़ या बदतमीजी करने वालों की पहचान की जाएगी।
शिष्टाचार स्क्वॉड हर दिन कम से कम दो संवेदनशील जगहों पर तैनात होंगे। पब्लिक ट्रांसपोर्ट में भी चेकिंग की जाएगी। इसके साथ ही स्क्वॉड के पुलिसकर्मी पीड़ित महिलाओं को शिकायत दर्ज करने के लिए मोटिवेट भी करेंगे। स्क्वॉड मेट्रो और बस जैसे पब्लिक ट्रांसपोर्ट में सरप्राइज विजिट करेगी। साथ ही बस ड्राइवर्स, कंडक्टर और यात्रियों से महिला अपराधों के मामलों की जानकारी देने के लिए मोटिवेट करेगी।