प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में अपने संबोधन के दौरान उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन की जमकर तारीफ की। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान उपराष्ट्रपति के जीवन से जुड़े कुछ किस्से भी सुनाए। पीएम मोदी ने जीवन के उन पलों को याद किया जब सीपी राधाकृष्णन मौत के मुंह से बाल-बाल बचे और कैसे काशी यात्रा ने उनकी जीवनशैली बदल दी।

प्रधानमंत्री मोदी ने मांसाहार से जुड़ा एक किस्सा बताया। उन्होंने कहा कि उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन, अपना पदाभार संभालने के बाद काशी गए थे, वहां जाकर उनके मन में गहरा बदलाव आया। वह पहले मांसाहार करते थे, वहां जाकर उन्होंने मांसाहार करना छोड़ दिया। 

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जब तालाब में डूबने से बचे सीपी राधाकृष्णन

प्रधानमंत्री मोदी:-
मैं दो घटनाओं का ज़िक्र करना चाहूंगा जो मैंने आपसे और आपके परिवार से सुनी हैं, जिनका आपके जीवन पर गहरा असर पड़ा है। बचपन में, आप अविनाशी मंदिर के तालाब में डूब रहे थे और आपने कहा, 'मुझे किसने बचाया? मैं कैसे बचा? मुझे नहीं पता, लेकिन मैं बच गया। और भगवान ने आप पर कुछ दया की।'

जब बम धमाके में बाल-बाल बची जान

पीएम मोदी ने कहा, 'लाल कृष्ण आडवाणी के दौरे से ठीक पहले कोयंबटूर में एक भयानक बम धमाका हुआ था, जिसमें 60-70 लोगों की जान चली गई थी। उस भीषण हादसे में भी आप बाल-बाल बच गए थे। यह दैवीय संयोग था।'

 

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सीपी राधाकृष्णन। (Photo Credit: Sansad TV)

काशी जाकर नॉनवेज खाना छोड़ बैठे सीपी राधाकृष्णन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी:-
आप वाइस प्रेसिडेंट बनने के बाद, शायद हाल ही में काशी गए थे। आपने कुछ ऐसा बताया जो मेरे लिए नया था। आपने वहां कहा कि आपको नॉन-वेजिटेरियन खाना खाने की आदत है, लेकिन जब आप पहली बार काशी आए, तो आपने वहां पूजा की। आपको मां गंगा का आशीर्वाद मिला, और आपके अंदर एक संकल्प जगा और उसी दिन से आपने नॉन-वेजिटेरियन खाना न खाने का फैसला किया। मैं यह नहीं कह रहा कि नॉन-वेजिटेरियन बुरे होते हैं। लेकिन काशी की धरती का ख्याल आपके मन में आया। इसलिए, एक MP के तौर पर, मैं इसे हमेशा एक यादगार घटना के तौर पर याद रखूंगा।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'सभापति आज शीतकालीन सत्र आरंभ हो रहा है और आज सदन के हम सभी सदस्यों के लिए आपका स्वागत करना गर्व का पल है। आपके मार्गदर्शन में सदन के माध्यम से देश को प्रगति की राह पर ले जाने के लिए महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा, महत्वपूर्ण निर्णय और उसमें आपका अमूल्य मार्गदर्शन। एक बहुत बड़ा अवसर हम सबके लिए है।मैं सदन की तरफ से, मेरी तरफ से आपको बहुत-बहुत बधाई देता हूं, आपका अभिनंदन करता हूं और आपको शुभकामनाएं देता हूं।'

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पीएम मोदी ने कहा, 'हमारे सभापति जी एक सामान्य परिवार से आते हैं, किसान परिवार से निकले हैं और पूरा जीवन समाज सेवा के लिए समर्पित किया है। समाज सेवा उनकी निरंतरता रही है, राजनीतिक क्षेत्र उसका एक पहलू रहा है मुख्यधारा समाज सेवा की रही है, समाज के प्रति समर्पित होकर जितना कुछ अपने युवाकाल से लेकर अबतक वो करते रहे हैं, वह हम सभी समाज सेवा के प्रति रुचि रखने वाले लोगों के लिए प्रेरणा है, मार्गदर्शन है।'