विजय हजारे ट्रॉफी (VHT) का नया सीजन 24 दिसंबर से शुरू हो रहा है। VHT 2025-26 सीजन में 32 टीमें एलीट ग्रुप में भिड़ेंगी। एलीट ग्रुप का फाइनल 18 जनवरी को खेला जाएगा। वहीं जबकि 6 टीमें प्लेट ग्रुप में आमने-सामने होंगी। प्लेट ग्रुप का फाइनल 8 जनवरी को होगा। VHT में इस बार टीम इंडिया के सभी बड़े सितारों की झलक देखने को मिलेगी। विराट कोहली और रोहित शर्मा अपनी-अपनी घरेलू टीमों के लिए 2-2 मैच खेलेंगे।
भारतीय टेस्ट और वनडे टीम के कप्तान शुभमन गिल भी पंजाब के लिए जलवा दिखाते नजर आएंगे। फैंस की नजरें कर्नाटक की टीम पर भी रहेंगी, जिसमें कप्तान मयंक अग्रवाल, केएल राहुल, करुण नायर, देवदत्त पडिक्कल और प्रसिद्ध कृष्णा जैसे स्टार्स शामिल हैं। कर्नाटक की टीम अपने VHT टाइटल को डिफेंड करने उतर रही है। उसने पिछले सीजन के फाइनल में विदर्भ को मात देकर रिकॉर्ड पांचवीं बार खिताब अपने नाम किया था।
यह भी पढ़ें: विजय हजारे ट्रॉफी से किस खिलाड़ी ने बनाया नाम, किसने किया कमबैक? पूरी कहानी
VHT में कर्नाटक की दबंगई
VHT के 17 साल के इतिहास में कर्नाटक सबसे सफल टीम है। 2008 में पूर्व दिग्गज क्रिकेटर विजय हजारे के नाम पर इस लिस्ट-ए टूर्नामेंट का नाम रखे जाने के बाद से कर्नाटक ने सबसे ज्यादा 5 खिताब जीते हैं।
वह 2013-14 और 2014-15 सीजन में लगातार दो बार चैंपियन रह चुकी है। इसके बाद उसने 2017-18, 2019-20 और पिछले सीजन का खिताब अपने नाम किया। सबसे खास बात है कि कर्नाटक की टीम जब भी VHT फाइनल में पहुंची है, उसने टाइटल पर कब्जा जमाया है।
यह भी पढ़ें: विजय हजारे ट्रॉफी में उतरेंगे कोहली-रोहित और गिल, स्टार खिलाड़ियों की पूरी लिस्ट
तमिलनाडु और बंगाल का भी है दबदबा
कर्नाटक के बाद तमिलनाडु सबसे ज्यादा VHT खिताब जीतने वाली टीम है। तमिलनाडु अब तक 3 बार चैंपियबन बनी है। उसने 2008-09 और 2009-10 सीजन में बैक टूक बैक दो खिताब जीते थे। फिर वह 2016-17 सीजन में चैंपियन बनी। हालांकि इसके बाद से वह दो फाइनल गंवा चुकी है।
तमिलनाडु की तरह बंगाल ने भी 5 बार VHT फाइनल का सफर तय किया है लेकिन ट्रॉफी उसके हाथ एक ही बार लगी है। बंगाल ने 2011-12 सीजन के फाइनल में मुंबई को हराकर पहली बार VHT खिताब जीता। इससे पहले वह तीन बार फाइनल मुकाबला हार चुकी थी।
ट्रॉफी का सूखा खत्म करने के 5 साल बाद बंगाल ने एक बार फिर खिताबी मुकाबले में जगह बनाई लेकिन इस बार उसे हार का मुंह देखना पड़ा। बंगाल को VHT फाइनल में जो 4 हार मिली है, उसमें से 3 उसे तमिलनाडु ने थमाई है।
इन टीमों ने जीती 2-2 बार ट्रॉफी
रणजी ट्रॉफी की सबसे सफल टीम मुंबई VHT में अब तक 2 बार ही खिताब जीत पाई है। उसने पहली बार 2018-19 सीजन में खिताब जीता। वह 2020-21 में दूसरी बार चैंपियन बनी लेकिन इसके बाद से वह ट्रॉफी से दूर है। VHT की पहली चैंपियन सौराष्ट्र की टीम के खाते में भी दो खिताब हैं।
सौराष्ट्र ने 2007-08 में खिताब जीतने के बाद 2022-23 में जयदेव उनादकट की कप्तानी में VHT चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया। दिल्ली की टीम ने एक बार (2012-13) खिताब अपने नाम किया है। वह 2015-16 और 2018-19 सीजन में भी खिताब के करीब आई लेकिन चूक गई। दिल्ली के अलावा झारखंड, गुजरात, हिमाचल और हरियाणा की टीमें भी एक-एक बार VHT खिताब का स्वाद चख चुकी है।
सबसे ज्यादा VHT खिताब जीतने वाली टीमें
- कर्नाटक - 5 खिताब
- तमिलनाडु - 5 खिताब
- सौराष्ट्र - 2 खिताब
- मुंबई - 2 खिताब
- बंगाल - 1 खिताब
- दिल्ली - 1 खिताब
- झारखंड - 1 खिताब
- गुजरात - 1 खिताब
- हिमाचल - 1 खिताब
- हरियाणा - 1 खिताब
यह भी पढ़ें: विजय हजारे ट्रॉफी में कब, कौन बना है विजेता? देखिए 2008 से अब तक की पूरी लिस्ट
