बिहार के नालंदा जिले में गुरुवार को एक 36 वर्षीय महिला का शव पाया गया, जिसके पैरों में 9 कीलें ठोंकी गई थी। महिला का शव चांदी थाना क्षेत्र के बहादुरपुर गांव में मिला। यह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का भी गृह जिला है। स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। बताया जा रहा है कि शव पर खून के कोई निशान नहीं थे, जिससे पता चलता है कि हत्या के बाद शव को फेंका गया था। 

 

हत्या से पहले दुष्कर्म!

पुलिस ने संदेह जताया है कि पीड़िता की हत्या से पहले उसके साथ दुष्कर्म किया गया था। मौत के कारण की पुष्टि के लिए बिहारशरीफ में पोस्टमार्टम जांच का आदेश दिया गया है। अब तक मृतक की पहचान नहीं हो पाई है।

 

इस क्रूर अपराध ने बिहार विधानसभा में गरमागरम बहस छेड़ दी, जिसमें विपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने राज्य की बिगड़ती कानून व्यवस्था के लिए नीतीश कुमार की आलोचना की। यादव ने सवाल किया, 'अगर मुख्यमंत्री अपने जिले में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर सकते, तो बाकी बिहार के लिए क्या उम्मीद की जा सकती है?' उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराधों में बिहार शीर्ष राज्यों में शुमार है।

 

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अंंधविश्वास के कारण हुई हत्या?

नालंदा के डीएसपी सुमित कुमार ने बताया कि कुछ स्थानीय लोगों को अंधविश्वास का संदेह है। दरअसल, नालंदा जिले में अगर किसी महिला पर डायन का शक होता है तो उस महिला के पैरों में कील ठोकी जाती है और फिर उसे नदी में बहा दिया जाता है। अंधविश्वास है कि महिला को ऐसे मौत देने से वो वापस भूत बनकर नहीं लौटेगी। 

 

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हाथ में पट्टी बंधी, लगा हुआ IV ड्रिप!

बता दें कि महिला का शव बहादुरपुर गांव के पास नेशनल हाईवे 30 A के किनारे सुबह करीब 11 बजे मिला। महिला के बाएं हाथ पर पट्टी बंधी हुई थी। महिला की उम्र 25-25 के बीच बताई जा रही है।

 

पुलिस के अनुसार, ऐसा लगता है कि शव को कहीं और से लाकर सड़क किनारे फेंका गया है। महिला के हाथ में आईवी ड्रिप लगी हुई थी, इसलिए हमें यह भी संदेह है कि उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था और दुर्भाग्य से उसकी मौत हो गई। स्थानीय लोगों को तो यह भी संदेह है कि वह गर्भवती थी। पुलिस ने कहा कि मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद ही इस बात का पता चल पाएगा।