गोवा के नाइटक्लब में लगी आग के सिलसिले में अब तक 5 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस ने मंगलवार को नाइटक्लब के मालिक को भी हिरासत में ले लिया है और उन्हें जल्द ही अदालत में पेश किया जाएगा। इससे पहले मंगलवार को ही प्रशासन ने 'बर्च बाय रोमियो लेन' क्लब को बुलडोजर से ढहा दिया। यह अवैध तरीके से बना था।
गोवा के अरपोरा इलाके में बने नाइटक्लब में शनिवार रात को आग लग गई थी। इस दुर्घटना में 25 लोगों की मौत हो गई थी। दुर्घटना वाली रात ही क्लब के दो मालिक सौरभ लूथरा और गौरव लूथरा थाईलैंड भाग गए थे। उनके खिलाफ इंटरपोल ने ब्लू नोटिस जारी किया है।
इस दुर्घटना के दो दिन बाद मंगलवार को प्रशासन ने क्लब को ढहा दिया। बताया जा रहा है कि मार्च 2024 में लाइसेंस खत्म हो गया था और उसके बावजदू यह अवैध तरीके से चल रहा था। क्लब में फायर सेफ्टी के नियमों का भी उल्लंघन किया गया था।
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अब क्यों ढहाया गया क्लब?
मार्च 2024 में क्लब का ट्रेड लाइसेंस खत्म हो गया था लेकिन इसके बावजूद यह धड़ल्ले से चल रहा था। यह अवैध तरीके से चल रहा था।
इस जमीन के असली मालिक प्रदीप घाड़ी अमोनकर ने दावा किया कि उन्होंने सुरिंदर कुमार घोसला के खिलाफ 20 साल तक कानूनी लड़ाई लड़ी थी। उन्होंने दावा किया कि उन्होंने 1994 में अरपोरा विलेज में दो प्लॉट खरीदे थे। 2004 में जमीन सुरिंदर कुमार घोसला को बेचने का एग्रीमेंट किया था लेकिन पैसे नहीं देने के कारण इसे रद्द कर दिया गया था।
अमोनकर ने बताया कि सुरिंदर घोसला ने इस जमीन पर नाइटक्लब बनाया था और बाद में लूथरा ब्रदर्स ने इस पर कब्जा कर लिया।
उन्होंने कहा कि अरपोरा-नागोआ पंचायत ने 2024 में सुरिंदर खोसला को यह क्लब तोड़ने का नोटिस जारी किया था लेकिन उन्होंने इसे चैलेंज किया और स्टे ले लिया। उन्होंने कहा, 'मैं पिछले 20 साल से खोसला के खिलाफ लड़ाई लड़ रहां हूं। वह मेरी जमीन पर गैर-कानूनी काम करता था।'
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अवैध था तो कैसे चल रहा था क्लब?
सवाल उठ रहे हैं कि अवैध होने के बावजूद क्लब धड़ल्ले से चल रहा था। इसे लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। पंचायत प्रशासन पर तो प्रशासन पंचायत पर आरोप लगा रही है।
अरपोरा के सरपंच रोशन रेडकर ने कहा कि उन्होंने पहले भी क्लब को गिराने की कोशिश की थी लेकिन ऐसा नहीं कर सके क्योंकि पंचायत डायरेक्टोरेट ने स्टे ऑर्डर जारी कर दिया था।
वहीं, मुख्यमंत्री कार्यालय का कहना है कि सरपंच ने बिजली-पानी का कनेक्शन देने के साथ-साथ क्लब की मरम्मत के लिए NOC पर साइन कए थे और इसे ट्रेड लाइसेंस भी दिया था।
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लूथरा ब्रदर्स कहां भाग गए?
'बर्च बाय रोमियो लेन' क्लब के मालिक सौरभ लूथरा और गौरव लूथरा शनिवार रात को आग लगने के कुछ घंटों बाद ही देश छोड़कर चले गए। माना जा रहा है कि दोनों थाईलैंड चले गए हैं।
गोवा की डीआईजी वर्षा शर्मा ने कहा, 'लूथरा ब्रदर्स के भागने के कुछ घंटों बाद ही नाइट क्लब के दूसरे मालिकों- अजय गुप्ता और ब्रिटिश नागरिक सुरिंदर कुमार खोसला के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी किया गया था।'
उन्होंने कहा कि लूथरा ब्रदर्स को भारत वापस लाने की पूरी कोशिश की जा रही है। उन्होंने बताया कि जिस वक्त आग लगी, उस वक्त लूथरा ब्रदर्स गोवा में नहीं थे।
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अब तक कितने गिरफ्तार?
गोवा पुलिस ने इस मामले में क्लब के 4 में से एक मालिक अजय गुप्ता को दिल्ली से हिरासत में ले लिया। पुलिस ने बताया कि इस मामले में अब तक 6 लोगों को पकड़ा जा चुका है। क्लब के दो मालिक- सौरभ और गौरव लूथरा फरार हैं और उनके खिलाफ इंटरपोल ने ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया है।
पुलिस ने बताया कि अब तक 5 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें नाइक्लब के चीफ जनरल मैनेज राजीव मोडक, जनरल मैनेज विवेक सिंह, बार मैनेजर राजीव सिंघानिया, गेट मैनेजर रियांशु ठाकुर और क्लब का कर्मचारी भरत कोहली शामिल है।
भरत कोहली दिल्ली का रहने वाला है और वह क्लब के रोजमर्रा के काम को संभालता था। उसे पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार किया था।
इस बीच, गोवा सरकार ने एक हाई लेवल कमेटी बनाई है ताकि नाइटक्लब, बार, रेस्टोरेंट और टूरिस्ट स्पॉट जैसी जगहों को अलग-अलग लाइसेंस देने और पूरी सेफ्टी ऑडिट करने के लिए SOP बनाई जा सके।
