हरियाणा पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने 2025 में कितना काम किया है, इसका पूरा ब्योरा दे दिया है। रोचक बात है कि आपराधिक घटनाओं पर रोक लगाने और खूंखार अपराधियों को पकड़ने का काम करने के लिए बनी STF ने 2025 में 67 गानों पर भी पाबंदी लगाई। इन गानों पर के बारे में STF का कहना है कि इनमें गन और गैंग कल्चर को बढ़ावा दिया जा रहा है। ऐसे गाने बनाने वाले कलाकारों के साथ STF ने एक मीटिंग भी की और उन्हें ऐसी चीजों को बढ़ावा देने से भी रोका। STF के चलते पांच खूंखार अपराधियों को न सिर्फ विदेश में पकड़ा गया बल्कि उन्हें भारत भी लाया गया। इसमें जोगिंदर ज्योंग और लखविंदर लाखा जैसे अपराधी प्रमुख हैं।

 

STF ने बताया है कि एक साल में उसने कुल 804 अपराधी गिरफ्तार किए। इसमें 118 अपराधी मोस्ट वॉन्टेड थे और उनके सिर पर इनाम भी रखा गया था। इसके अलावा, 470 अपराधी ऐसे थे जो किसी न किसी गैंग से ताल्लुक रखते थे और 216 अपराधी जघन्य अपराधों में संलिप्त थे। STF ने 2025 में अवैध हथियारों से जुड़े 90 केस दर्ज किए। इन लोगों के पास से 76 पिस्टल, 2 रिवॉल्वर, 112 देसी पिस्टल, 114 मैगजीन, 1 डबल बैरल बंदूक, 5 हैंड ग्रेनेड, 1 IED और 817 कार्बाइन बरामद कीं।

 

यह भी पढ़ें- दिल्ली में कुत्ते गिनने के लिए शिक्षकों की ड्यूटी लगी या नहीं? भिड़ गए AAP-BJP

एनकाउंटर में मारे गए 4 अपराधी

 

नशे के खिलाफ अभियान में भी हरियाणा STF ने कुल 9 केस दर्ज किए। एक साल में 25.89 किलो अफीम, 35 ग्राम हेराइन, 458.20 किलो गांजा और 2344 किलो पॉपी हस्क बरामद किए। STF ने 2025 में कुल 20 एनकाउंटर किए जिनमें 4 अपराधी मारे गए और 26 घायल हुए।

 

एक साल में 63 अपराधियों के खिलाफ कुल आउट सर्कुलर, 20 के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस, 33 के खिलाफ इंटरपोल को नोटिस और 6 की गिरफ्तारी के लिए प्रोविजनल अरेस्ट रिक्वेस्ट की गईं। 41 अपराधियों के पासपोर्ट रद्द करने की अपील भी STF की ओर से की गई।

 

यह भी पढ़ें- 1991 में नौकरी गई, 2024 में मौत हुई, अब सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया कि गलत हुआ

विदेश से लाए गए 5 अपराधी

 

एक साल में पांच बड़े अपराधियों को भारत लाने में भी STF को कामयाबी मिली। इसमें जोगिंदार ग्योंग को फिलीपींस से, नरेश नरसी को अर्मेनिया से, कुणाल जून को कजाकस्तान से, मनिपाल बादली को कंबोडिया से और लखविंदर लाखा को अमेरिका से भारत लाया गया। जोगिंदर ज्योंग के खिलाफ 38 मुकदमे दर्ज थे और जिसमें हत्या और फिरौती जैसे मामले शामिल हैं। कुणाल जून के खिलाफ 19 और मनिपाल बादली के खिलाफ 30 मुकदमे दर्ज हैं।

67 गानों पर क्यों लगा बैन?

 

हरियाणा और पंजाब में बनने वाले गानों पर गन और माफिया कल्चर दिखाया जाना बहुत आम रहा है। 2025 में STF ने इस पर भी नकेल कसने का काम किया। STF के मुताबिक, ऐसे कॉन्टेंट की पहचान करने के लिए एक कमेटी बनाई गई है। यह कमेटी गाने के शब्दों और दृश्यों की समीक्षा करती है। ऐसे गानों को जिन प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किया गया उनको भी पुलिस की ओर से नोटिस दिया गया।

 

यह भी पढ़ें: जेल गए, केस चला और मिल गई जमानत, नेताओं के केस का अपडेट क्या है?

 

STF ने इस साल यूट्यूब, स्पॉटिफाई, अमेजन, गाना और जियो सावन जैसे प्लेटफॉर्म से 67 गानों को हटवाया क्योंकि उनमें गन और गैंगस्टर कल्चर को बढ़ावा दिया जा रहा था। इसके अलावा, कई मशहूर गायकों और गीतकारों के साथ मीटिंग करके उन्हें भी समझाया गया कि वे ऐसी चीजों को बढ़ावा न दें।