हरियाणा सरकार ने शत्रुजीत कपूर को छुट्टी पर भेजने के बाद नए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) की नियुक्ति के आदेश जारी कर दिए हैं। आईपीएस अधिकारी ओम प्रकाश सिंह को राज्य का नया कार्यकारी डीजीपी नियुक्त किया गया है। एडीजीपी वाई पूरन कुमार की मौत के मामले में आरोपी बनाए जाने के बाद डीजीपी शत्रुजीत कपूर को सरकार ने छुट्टी पर भेज दिया है। ओम प्रकाश सिंह फिलहाल हरियाणा पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन में MD के पद पर कार्यरत हैं। मूल रूप से बिहार के रहने वाले ओपी सिंह दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के जीजा हैं और उनके साले नितिन नवीन और साली दिल्या गौतम बिहार के विधानसभा चुनावों में दावेदारी ठोक रही हैं।
वाई पूरन कुमार ने सुसाइड नोट में शत्रुजीत कपूर समेत आठ सीनियर आईपीएस अधिकारियों पर जाति के आधार पर भेदभाव करने, मानसिक उत्पीड़न, सार्वजनिक अपमान और अत्याचार का आरोप लगाया है। इस केस में दर्ज FIR में इन सभी सीनियर अफसरों के नाम शामिल हैं। पूरन कुमार का परिवार और विपक्ष सरकार पर इन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए दबाव बना रहे थे, जिसके चलते अब सरकार ने यह कदम उठाया है। हरियाणा के राज्यपाल क ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि ओपी सिंह की नियुक्ति का फैसला शत्रुजीत कपूर के छुट्टी पर जाने के कारण लिया गया है ताकि विभागीय कामों में किसी प्रकार की रुकावट ना आए।
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कौन हैं ओपी सिंह?
- 1992 बैच के आईपीएस अफसर ओपी सिंह मूलरूप से बिहार के जमुई जिले के नमून गांव से हैं। पहली बार वह हरियाणा में नशे के खिलाफ राहगीरी प्लान को लेकर चर्चा में आए थे। यह पहल काफी मशहूर हुई और बाद में सरकार ने इस पहल को अपनाकर बड़े पैमाने पर लागू किया।
- मनोहर लाल खट्ट्रर के हरियाणा के मुख्यमंत्री रहते हुए ओपी सिंह उनके विशेष सलाहकार के तौर पर काम कर चुके हैं। मनोहर लाल खट्टर के साथ उनके मजबूत संबंध बताए जाते हैं।
- ओपी सिंह बॉलीवुड ऐक्टर सुशांत सिंह राजपूत के जीजा हैं। अपनी मां की मौत के बाद सुशांत ने अपने जीजा ओपी सिंह के घर पर रहकर ही पढ़ाई पूरी की थी। जब सुशांत सिंह ने आत्महत्या की तो ओपी सिंह ने उन्हें न्याय दिलवाने के लिए लड़ाई भी लड़ी।
- ओपी सिंह 1993 में फरीदाबाद में बतौर एसएसपी रह चुके हैं। इस दौरान उन्होंने पुलिस और समाज के बीच अच्छे संबंधों पर जोर दिया था। वह समाज के साथ जुड़ने के लिए कम्युनिटी कनेक्ट प्रोग्राम चलाते थे।
- ओपी सिंह को हरियाणा के स्पोर्ट्स डायरेक्टर के पद पर काम करने का भी मौका मिला है। यह पद आमतौर पर एक आईपीएस अधिकारी को दिया जाता है लेकिन स्पोर्ट्स के प्रति उनकी लगन को देखकर सरकार ने उन्हें स्पोर्ट्स डायरेक्टर नियुक्त किया।
- वह पंचकूला, अंबाला जिले में बतौर पुलिस कमिश्नर सेवाएं दे चुके हैं। इसके अलावा वह हिसार रेंज और रेवाड़ी रेंज के आईजीपी भी रह चुके हैं। पुलिस सेवाओं के दौरान वह कम्युनिटी बिल्डिंग पर खास जोर देते थे। इसके लिए वह सुबह-सुबह सड़कों पर मॉर्निंग वॉक करवाते थे और लोगों से मिलते थे। वह लोगों के साथ मिलकर हेल्थ एक्टिविटीज करते थे।
- उनके साले और सुशांत सिंह राजपूत के चचेरे भाई नीरज कुमार बबलू बिहार की राजनीति में सक्रिय हैं। वह छातापुर से पांच बार विधायक का चुनाव जीत चुके हैं और बिहार की वर्तमान कैबिनेट में मंत्री भी हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत जनता दल (यूनाइटेड) से की थी लेकिन बाद में वह बीजेपी में शामिल हो गए। इन चुनावों में उनकी दावेदारी फिर से मजबूत मानी जा रही है।
- रिश्ते में ओपी सिंह की साली दिव्या गौतम भी इस साल बिहार विधानसभा चुनाव में उतरने की तैयारी कर रही हैं। महागठबंधन में अभी तक सीट बंटवारा नहीं हुआ है लेकिन दिव्या को सीपीआई (एमएल) ने पटना जिले की दीघा विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है। दिव्या 15 अक्टूबर को इस सीट से नामांकन भरेंगी।
- इसी साल दिसंबर में उनकी सर्विस खत्म हो जाएगी। वह 31 दिसंबर को रिटायर हो जाएंगे। उनकी रिटायरमेंट नजदीक होने के चलते 1993 बैच के आलोक मित्तल का नाम डीजीपी पद के लिए चर्चा में था। हालांकि, एडिशनल चार्ज देते वक्त सरकार ने सिनियोरिटी लिस्ट को अनदेखा नहीं किया।
- ओपी सिंह को 2008 में पुलिस मेडल और 2017 में प्रतिष्ठित सेवा के लिए प्रेसिडेंट पुलिस मेडल से नवाजा गया था। वह पंचकूला, अंबाला जिले में बतौर पुलिस कमिश्नर सेवाएं दे चुके हैं। इसके अलावा वह हिसार रेंज और रेवाड़ी रेंज के आईजीपी भी रह चुके हैं। ओपी सिंह 1993 में फरीदाबाद में बतौर एसएसपी रह चुके हैं।
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परिवार के दबाव में हो रही कार्रवाई
वाई पूरन कुमार ने सुसाइड नोट में कई अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनकी पत्नी ने हरियाणा के मुख्यमंत्री से आरोपी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। वाई पूरन कुमार की पत्नी आईएएस अमनीत पी कुमार पहले दिन से ही डीजीपी को हटाने की मांग पर अड़ी हुई हैं। परिवार ने तब तक पोस्टमार्टम की अनुमति ना देने की बात कही थी जब तक आरोपी अधिकारियों पर कार्रवाई ना की जाए।
विपक्ष और परिवार के दबाव के कारण इस मामले में सरकार को कार्रवाई करनी पड़ी। हरियाणा सरकार ने पहले रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारनिया का तबादला किया और अब डीजीपी शत्रुजीत कपूर को छुट्टी पर भेज दिया गया है। चंडीगढ़ पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए 6 सदस्यों की एसआईटी गठित की है। वहीं, देशभर के बड़े नेता पीड़ित परिवार से मिलने चंडीगढ़ पहुंच रहे हैं। आज लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता राहुल गांधी वाई पूरन कुमार के परिवार से मिलने चंडीगढ़ पहुंचे।
