हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ से सटे पंचकूला जिले को राज्य की मिनी कैपिटल भी कहा जाता है। इस शहर के विकास और विस्तार के लिए कई सालों से सरकार प्लान बना रही है लेकिन धरातल पर नहीं उतार पाई है। प्लान बनाया जाता है और फिर उसे ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है। ऐसा ही एक प्लान साल 2007 में बनाया गया था। पंचकूला से बरवाला जाने वाले रोड पर 24 नए सेक्टर बनाने की योजना थी लेकिन इस योजना पर कभी काम नहीं हुआ था। अब सरकार एक बार फिर से 'कोट बिल्ला अलीपुर इंटीग्रेटेड टाउनशिप' योजना पर काम शुरू हो गया है। इस प्लान के तहत करीब 10 हजार एकड़ की जमीन पर 24 सेक्टरों का विकास किया जाएगा।
पंचकूला शहर में लगातार बढ़ रही आबादी के कारण वहां आवास की मांग लगातार बढ़ रही है। शहर एक तरफ से चंडीगढ़ से तो दूसरी तरफ जीरकपुर से सटा है। ऐसे में विस्तार के लिए शहर में एकमात्र विकल्प पंचकूला-बरवाला हाइवे के साथ लगती जमीन ही है। इस रोड पर पंचकूला के कई गांव और कस्बे आते हैं जिन्हें अब सेक्टरों के रूप में विकसित किया जाएगा। इस सेक्टर को पंचकूला एक्सटेंशन-2 का नाम दिया गया है। सरकार के इस मास्टर प्लान के तहत करीब 600 एकड़ जमीन पर 2-3 सेक्टरों की डेवलेपमेंट शुरू कर दी गई है।
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चंडीगढ़ सेक्टर 17 की तर्ज पर बनेगा सेक्टर
चंडीगढ़ शहर का सेक्टर 17 एक कॉमर्शियल हब है, जहां शॉपिंग मॉल, इंस्टीट्यूशनल साइट्स के साथ-साथ अलग-अलग कॉमर्शियल एक्टिविटी होती हैं। इसी सेक्टर की तर्ज पर पंचकूला में भी एक सेक्टर बनाया जाएगा। यह सेक्टर पूरी तरह से कॉमर्शियल गतिविधियों के लिए ही रहेगा। इस प्रोजेक्ट के लिए सरकार ने 15 से ज्यादा डेवलपर्स को लाइसेंस जारी कर दिए हैं। इनमें करीब आधा दर्जन डेवलपर्स ने अप्रूवल मिलने के बाद काम भी शुरू कर दिया है। इस प्लान के लिए दीनदयाल जन आवास योजना के तहत यहां 150 से 180 गज के प्लाट काटे जा रहे हैं।
बरवाला में बनेंगे 10 सेक्टर
पंचकूला एक्सटेंशन-2 के डेवलपमेंट प्लान के तहत पहले चरण में बरवाला के 9 गांवों की 2081 एकड़ जमीन पर कुल 10 सेक्टर डेवलप किए जाएंगे। हर सेक्टर करीब 200 से 250 एकड़ के बीच होगा। टाउन एंड कंट्री प्लानिंग डिपार्टमेंट ने इन सेक्टरों को करीह 45 हजार की आबादी को ध्यान में रखकर प्लान किया है। इस प्लान के तहत सड़के 30 से 50 फीट तक चौड़ी रखी जाएंगी। इसके साथ ही सेक्टरों के बीच में 45 मीटर चौड़ी मेन डिवाइडिंग रोड होगी, जबकि सेक्टरों के अंदर की सड़क कम से कम 30 मीटर चौड़ी होगी। ट्रांसपोर्टेशन में कोई दिक्कत ना हो इसके लिए सभी सेक्टरों को नेशनल हाइवे 73 से जोड़ा जाएगा।
शहर में बनेगा एक ओर इंडस्ट्रियल एरिया
इस प्लान के तहत हरियाणा स्टेट इंडस्ट्रियल एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डजेवलपमेंट कॉरपोरेशन तीसरा इंडस्ट्रियल एरिया विकसित करने जा रही है। इस इंडसट्रियल एरिया को 2 फेज में बनाया जा रहा है, जिसमें फेज-1 के लिए सभी प्लॉट अलॉट कर दिए गए हैं। इसके साथ ही फेज-2 के लिए करीब 70 प्रतिशत प्लॉट ऑक्शन के लिए जा चुके हैं। फेज-1 के लिए निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। इस प्लान के तहत रायपुररानी में भी कुल 2663 एकड़ में 9 सेक्टर विकसित किए जाएंगे। इनमें एक कॉमर्शियल सेक्टर भी विकसित किया जाएगा।
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2007 से बन रही योजना
इस प्लान पर साल 2007 से काम हो रहा है। इस योजना को पहले 'कोट बिल्ला अलीपुर इंटीग्रेटेड टाउनशिप'योजना नाम दिया गया था। अब इसे पंचकूला एक्सटेंशन-2 नाम दिया गया है। 2007 में ही इस योजना के तहत ग्रीन बैल्ट, पार्क, पेट्रोल पंप और अन्य चीजों के तहत जगह निर्धारित कर ली गई थी। इस योजना को लागू करन के लिए हाइवे पर कई फ्लाईओवर भी बनाने होंगे, जिनका जिक्र 2007 के प्रोजेक्ट में किया गया था। पिछली विधानसभा में स्पीकर और पंचकूला विधायक ज्ञानचंज गुप्ता ने इस क्षेत्र के विकास के लिए कई प्रयास किए थे। उन्होंने बरवाला को मोहाली की तर्ज पर विकसित करने की बात कही थी।
