राजस्थान के एक व्यक्ति को हिरासत में लेने को लेकर मंगलवार को पंजाब पुलिस और चंडीगढ़ पुलिस में झड़प हो गई। जिस व्यक्ति को हिरासत में लिया गया, उस पर जाली दस्तखत के साथ राज्यसभा उपचुनाव का नामांकन दाखिल करने का आरोप है। उस पर आरोप है कि उसने एक बार नहीं, बल्कि दो बार पंजाब के आम आदमी पार्टी के विधायकों के जाली दस्तखत के जरिए नामांकन दाखिल किया था। पार्टी ने उसके खिलाफ FIR दर्ज कराई थी, जिसके बाद उसे मंगलवार को हिरासत में लिया गया। इसी बात पर पंजाब पुलिस और चंडीगढ़ पुलिस में झड़प हो गई।
दरअसल, यह सारा मामला पंजाब के राज्यसभा उपचुनाव से जुड़ा है। राज्यसभा के लिए 24 अक्टूबर को उपचुनाव होना है। इस उपचुनाव के लिए नवनीत चतुर्वेदी नाम के शख्स ने भी नामांकन दाखिल किया। नवनीत ने दो बार नामांकन दाखिल किया। पहली बार 6 अक्टूबर को और दूसरी बार 13 अक्टूबर को। दोनों ही बार उसके नामांकन में कथित तौर पर विधायकों के जाली दस्तखत थे।
सोमवार को आम आदमी पार्टी के विधायकों ने नवनीत चतुर्वेदी के खिलाफ FIR दर्ज करवाई थी। मंगलवार को उसे हिरासत में लिया गया। उसकी हिरासत को लेकर ही पंजाब और चंडीगढ़ पुलिस में झड़प हो गई। बात हाथापाई तक आ गई थी।
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चंडीगढ़ पुलिस ने लिया था हिरासत में
मंगलवार को नवनीत चतुर्वेदी का नामांकन खारिज हो गया था। नामांकन खारिज होने के बाद जब वह विधानसभा से बाहर आए तो चंडीगढ़ पुलिस उसे हिरासत में लेकर चली गई।
इसके बाद पंजाब की रूपनगर पुलिस ने चंडीगढ़ पुलिस की उस गाड़ी का पीछा किया, जिसमें नवनीत चतुर्वेदी को ले जाया जा रहा था। रूपनगर पुलिस ने नवनीत चतुर्वेदी को गिरफ्तार करने के लिए सुखना लेक के पास चंडीगढ़ पुलिस की गाड़ी को रोक दिया।
सुखना लेक के पास ही पंजाब पुलिस और चंडीगढ़ पुलिस की टीम में झड़प हो गई। कथित तौर पर इस दौरान दोनों में हाथापाई भी हुई। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ।
इसके बाद चंडीगढ़ की एसएसपी कंवरदीप कौर मौके पर पहुंची और अपनी टीम को लेकर चली गईं। नवनीत चतुर्वेदी को भी चंडीगढ़ के सेक्टर-3 थाने ले जाया गया।
न्यूज एजेंसी PTI ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि देर शाम रूपनगर के एसएसपी गुलनीत सिंह खुराना ने चंडीगढ़ के डीजीपी से मुलाकात की थी। पंजाब पुलिस के एक सीनियर अफसर ने बताया कि नवनीत चतुर्वेदी की हिरासत के लिए कानूनी विकल्प तलाश रहे हैं।
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पर कौन है यह नवनीत चतुर्वेदी?
नवनीत चतुर्वेदी राजस्थान के जयपुर के रहने वाले हैं। वह खुद को 'जनता पार्टी' का राष्ट्रीय अध्यक्ष बताते हैं। दावा है कि यह वही जनता पार्टी है, जिसकी स्थापना जयप्रकाश नारायण ने की थी। इतना ही नहीं, वह खुद को लेखक और पत्रकार भी बताते हैं।
जनता पार्टी की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, नवनीत चतुर्वेदी एक राजनीतिक विश्लेषक होने के साथ-साथ RTI ऐक्टिविस्ट भी हैं। दावा है कि उन्होंने 'Geopolitics' और 'Modas the Political Virus' किताबें भी लिखी हैं।
1 जून 1979 को जन्मे नवनीत चतुर्वेदी खुद को 'खोजी पत्रकार' भी बताते हैं। दावा है कि खोजी पत्रकार के तौर पर उन्होंने कई बड़े खुलासे किए हैं। उनका दावा है कि उन्होंने राफेल लड़ाकू विमान की असली कीमत का खुलासा किया था। उनका यह भी दावा है कि उन्होंने कई ऐसे खुलासे किए हैं, जिसने काले धन और भ्रष्टाचार पर मोदी सरकार को घेर लिया।
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AAP बोली- आरोपी को सरकारी गाड़ी में ले जाया गया
नवनीत चतुर्वेदी के मामले में अब सिर्फ पंजाब पुलिस और चंडीगढ़ पुलिस ही आमने-सामने नहीं है। बल्कि राज्य की आम आदमी पार्टी की सरकार और केंद्र सरकार के बीच भी तनातनी शुरू हो गई है। आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार पर नवनीत चतुर्वेदी को बचाने की कोशिश करने का आरोप लगाया है।
पंजाब सरकार में मंत्री अमन अरोड़ा ने केंद्र सरकार पर लोकतंत्र को खत्म करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, 'रूपनगर कोर्ट ने नवनीत चतुर्वेदी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। जब रूपनगर पुलिस उसे पकड़ने के लिए गिरफ्तारी वारंट लेकर चंडीगढ़ आई तो चंडीगढ़ पुलिस उनसे भिड़ गई और आरोपी को सरकारी गाड़ी में ले गई।'
आम आदमी पार्टी ने चंडीगढ़ पुलिस पर नवनीत चतुर्वेदी को 'वीआईपी ट्रीटमेंट' देने का भी आरोप लगाया है। पार्टी का कहना है कि नवनीत चतुर्वेदी को पंजाब पुलिस को सौंपा जाए ताकि कानून अपना काम कर सके।
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24 अक्टूबर को होने हैं उपचुनाव
पंजाब की एक राज्यसभा सीट के लिए 24 अक्टूबर को उपचुनाव होना है। यह सीट आम आदमी पार्टी के संजीव अरोड़ा के इस्तीफे से खाली हुई है।
संजीव अरोड़ा का कार्यकाल 9 अप्रैल 2028 को खत्म होना था। अब संजीव अरोड़ा पंजाब सरकार में मंत्री हैं। उनके इस्तीफे के बाद आम आदमी पार्टी ने उद्योगपति राजिंदर गुप्ता को उम्मीदवार बनाया है। 117 सीटों वाली विधानसभा में आम आदमी पार्टी के पास 93 विधायक हैं। इसलिए राज्यसभा उपचुनाव में राजिंदर गुप्ता का जीतना लगभग तय है।