जहां आम आदमी पार्टी दावा करती है कि वह आम लोगों की पार्टी है और उसकी पार्टी भी आम लोगों की है। वहीं उनकी पार्टी में एक ऐसे सदस्य भी हैं जिनकी नेटवर्थ 1.2 बिलियन डॉलर की यानी की 10 हजार करोड़ रुपये की है। आम आदमी पार्टी नेता राजिंदर गुप्ता का नाम देश के कुछ बड़े पूंजीपतियों और धनाढ्य लोगों में शुमार है। खास बात है कि वह पहली पीढ़ी के उद्यमी हैं। उनकी कंपनी का नाम ट्राइडेंट लिमिटेड है।
आम आदमी पार्टी (आप) ने 24 अक्टूबर को होने वाले आगामी उपचुनाव के लिए गुप्ता को अपना राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है। पंजाब के दिग्गज नेताओं जैसे सुखबीर सिंह बादल, बिक्रम मजीठिया और कैप्टन अमरिंदर सिंह के पास कुल मिलाकर जितनी संपत्ति है गुप्ता के पास घोषित रूप से उससे भी ज्यादा संपत्ति है।
यह भी पढ़ेंः बंगाल में भीड़ ने BJP सांसद-विधायक पर किया हमला, अस्पताल में भर्ती
मजीठिया, अमरिंदर सिंह से ज्यादा
अकाली दल के नेता बिक्रम मजीठिया ने 2017 में 11 करोड़ रुपये की कुल संपत्ति घोषित की थी, लेकिन उनके खिलाफ जांच कर रही एजेंसियों के मुताबिक उन पर लगभग ₹700 करोड़ की अवैध संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। वहीं पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की 2022 में कुल संपत्ति 59 करोड़ रुपये थी, जबकि पूर्व उप-मुख्यमंत्री और लोकसभा सांसद सुखबीर सिंह बादल की घोषित संपत्ति लगभग ₹200 करोड़ है।
अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी ने उच्च सदन की खाली सीट के लिए प्रमुख उद्योगपति राजिंदर गुप्ता को मैदान में उतारा है। यह उपचुनाव आप के संजीव अरोड़ा के इस्तीफे से पैदा हुई खाली जगह को भरने के लिए हो रहा है। अरोड़ा ने राज्य विधानसभा के लिए चुने जाने के बाद राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया था।
संजीव अरोड़ा ने दिया था इस्तीफा
अरोड़ा का कार्यकाल 9 अप्रैल, 2028 को समाप्त होना था। वह वर्तमान में मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब कैबिनेट में मंत्री हैं। पार्टी ने एक बयान में कहा, 'राजनीतिक मामलों की समिति पंजाब विधानसभा के निर्वाचित सदस्यों द्वारा राजिंदर गुप्ता को राज्यसभा के चुनाव के लिए उम्मीदवार के रूप में नामित करने की घोषणा करती है।'
राजिंदर गुप्ता कौन हैं?
66 वर्षीय राजिंदर गुप्ता पंजाब के सबसे अमीर लोगों में से एक हैं। 2025 में उनकी कुल संपत्ति (फ़ोर्ब्स सूची) 1.2 बिलियन डॉलर यानी लगभग ₹10,000 करोड़ है। गुप्ता का जन्म बठिंडा में कपास व्यापारी नोहर चंद के घर हुआ था।
साधारण पृष्ठभूमि से आने वाले राजिंदर गुप्ता ने कई प्रशासनिक महकमों में प्रमुख पदों पर काम करके राजनीति में अपनी पहचान बनाई है।
ट्राइडेंट समूह की प्रमुख कंपनी ट्राइडेंट लिमिटेड के संस्थापक गुप्ता अपने परिवार में पहली पीढ़ी के बिजनेसमैन हैं। व्यापार और उद्योग के क्षेत्र में उनकी विशिष्ट सेवाओं के लिए उन्हें 2007 में तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम द्वारा पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।
यह भी पढ़ें: जोधपुर के मारवाड़ महोत्सव में खास क्या है? जानिए एक-एक बात
2022 में, गुप्ता ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए ट्राइडेंट समूह के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक (सीएमडी) के पद से इस्तीफा दे दिया और वर्तमान में समूह के मानद अध्यक्ष हैं। लुधियाना स्थित ट्राइडेंट ग्रुप डायवर्सिफाइड बिजनेस करता है जो कपड़ा, कागज़ और रसायन उद्योग में सक्रिय है और इसकी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स पंजाब और मध्य प्रदेश में स्थित हैं।