राजस्थान का जोधपुर शहर अपने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध शहर के लिए जाना जाता है। जोधपुर एक बार फिर अपनी गौरवशाली परंपाराओं को प्रदर्शित करने के लिए तैयार हैं। 'ब्लू सिटी' जोधपुर वार्षिक मारवाड़ महोत्सव 2025 की मेजबानी कर रहा है। दो दिन का यह कार्यक्रम 6 अक्टूबर को पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन के हैरिटेज वॉक के साथ शुरू हुआ। यह कार्यक्रम राजस्थान की समृद्ध लोक कला, संस्कृति और रंग-बिरंगी परंपराओं को दुनिया के सामने लाएगा। इस आयोजन में मौजूद कई लोग राजपूताना पोशाक पहने कार्यक्रम में शामिल हुए जो राज्य की सांस्कृतिक विरासत को दर्शा रहे थे।
महोत्सव के पहले दिन जोधपुर के प्रसिद्ध घंटाघर से हैरिटेज वॉक निकाली गई। इस वॉक में सीमा सुरक्षा बल (BSF) के ऊंट दस्ते भी शामिल हुए। स्कूली बच्चे और स्थानीय लोगों ने केसरिया साफा पहनकर बहुत खुशी से हिस्सा लिया। यह हैरिटेज वॉक घंटाघर से निकलकर उम्मेद स्टेडियम पहुंची। इस दौरान इस रास्ते पर राजस्थानी संस्कृति की झलक देखने मिली। BSF के सहायक कमांडेंट घेवर राम ने एएनआई को बताया कि BSF के विशेष प्रशिक्षण केंद्र का ऊंट दस्ता इस महोत्सव में भाग लेने के लिए पूरी तरह तैयार है। महाराजा उम्मेद सिंह स्टेडियम में ऊंट दस्ता दर्शकों के मनोरंजन के लिए विभिन्न करतब और गतिविधियां भी दिखाएगा।
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इस कार्यक्रम में कई स्थानीय कलाकार भी शामिल हुए। महोत्सव में शामिल कलाकार सोनू जांगिड़ ने उत्साह जताते हुए कहा कि इस तरह के आयोजनों से राजस्थान की समृद्ध संस्कृति को देश-दुनिया तक पहुंचाने का मौका मिलता है। उन्होंने कहा कि यह खास अवसर है जिससे नई पीढ़ी को अपनी विरासत से जुड़ने का मौका मिलता है।
मारवाड़ महोत्सव
मारवाड़ महोत्सव राजस्थान के सबसे प्रसिद्ध और बड़े उत्सवों में से एक है। जोधपुर राज्य की सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने के लिए हर साल बड़े ही उत्साह के साथ इस महोत्सव का आयोजन करता है। यह महोत्सव लोक प्रदर्शनों, प्रतियोगिताओं, ऊंट सफारी, प्रदर्शनियों, पतंगबाजी, हस्तशिल्प मेलों, स्थानीय व्यंजनों और विरासत स्थलों की सैर का एक मिश्रण है।
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यह महोत्सव हर साल राजपूत योद्धाओं का बड़े उत्साह के साथ सम्मान करता है। यह राजस्थान के इतिहास को करीब से जानने और राजसी वैभव और शक्ति का अनुभव करने का अवसर प्रदान करता है। इस वर्ष यह महोत्सव 6-7 अक्टूबर, 2025 को आयोजित किया जा रहा है। इस महोत्सव के मुख्य स्थल मेहरानगढ़ किला, उम्मेद भवन पैलेस, घंटाघर और सम्राट अशोक उद्यान हैं।