चंडीगढ़ के सीनियर आईपीएस अफसर वाई. पूरन कुमार की आत्महत्या का मामला सुर्खियों में बना हुआ है। उन्होंने 7 अक्टूबर को कथित तौर पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। उन्होंने चंडीगढ़ के सेक्टर-11 स्थित घर पर खुद को गोली मारी थी। पुलिस को उनके पास से एक सुसाइड नोट भी मिला था। इसमें उन्होंने कई सीनियर अफसरों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। IPS वाई पूरन कुमार के बारे में बताया जाता है कि IIM से पढ़ाई के बाद वह ढाई लाख रुपये महीने की नौकरी करते थे। वह नौकरी छोड़कर वह सिविल सर्विस में आए थे।
इस बीच उनकी पत्नी अमनीत कुमार ने भी शिकायत दर्ज कराई है। इसमें उन्होंने हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत सिंह कपूर और रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारनिया पर आरोप लगाया है कि इन दोनों ने उनके पति को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया, जिसने उन्हें आत्महत्या के लिए मजबूर कर दिया।
अपने सुसाइड नोट में आपीएस वाई. पूरन कुमार ने 8 IPS और 2 IAS अफसरों पर आरोप लगाए थे। उन्होंने जिन पर आरोप लगाया था, उनमें 8 IPS- अमिताभ ढिल्लन, मनोज यादव, पीके अग्रवाल, संदीप खीर्वा, शिबाश काबरा, संजय कुमार, पंकज नैन और डॉ. किरण का नाम हैं। इनके अलावा 2 रिटायर्ड IAS- राजीव अरोड़ा और टीवीएसएन प्रसाद का नाम भी है।
आईपीएस अफसर वाई. पूरन कुमार ने जब सुसाइड की, उससे 9 दिन पहले ही उनकी नई पोस्टिंग हुई थी। वाई. पूरन कुमार हरियाणा के कई जिलों में तैनात रहे हैं।
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पहले IIT से पढ़ाई और फिर IPS
वाई. पूरन कुमार आंध्र प्रदेश के रहने वाले थे। उनका जन्म 27 अक्टूबर 1977 को हुआ था। उन्होंने IIM अहमदाबाद से PGDMC किया था। इसके बाद उन्होंने UPSC की तैयारी की और एग्जाम क्लियर किया। वह 2001 बैच के हरियाणा कैडर के IPS अफसर थे।
उनकी पत्नी अमनीत कुमार भी IAS हैं। अमनीत कुमार ने IIT मद्रास से हेल्थ इकोनॉमिक्स में PhD की थी। इसके बाद उन्होंने भी UPSC दिया और IAS बनीं। अमनीत भी 2001 बैच की IAS अफसर हैं। वह हरियाणा सरकार में महिला और बाल विकास की कमिश्नर भी रह चुकी हैं। मौजूदा समय में अमनीत कुमार हरियाणा सरकार के विदेश सेवा विभाग में सचिव हैं।
जिस वक्त वाई. पूरन कुमार ने आत्महत्या की, उस वक्त अमनीत कुमार मुख्यमंत्री नायाब सैनी के साथ जापान दौरे पर गई थीं।
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29 सितंबर को ही हुआ था ट्रांसफर
पूरन कुमार रोहतक रेंज के IG थे। 29 सितंबर को ही उनका ट्रांसफर हुआ था। उन्हें अब रोहतक के सुनरिया में पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज में IG के तौर पर पोस्टिंग मिली थी।
ऐसा बताया जा रहा है कि वाई. पूरन कुमार 7 अक्टूबर तक छुट्टी पर थे। उन्होंने 7 अक्टूबर को ही आत्महत्या कर ली। वह मई 2033 में रिटायर होने वाले थे। उनकी दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी अमेरिका में पढ़ाई करती है। छोटी बेटी चंडीगढ़ में ही रहती है।
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सिस्टम से तंग आकर दी जान!
पूरन कुमार की छवि ईमानदार पुलिसकर्मी की थी। उनको जानने वाले लोगों का कहना है कि वह बहुत ईमानदार और सख्त थे। वह सालों से सिस्टम से परेशान थे।
मई 2021 में उन्होंने अंबाला के एसपी के सामने तत्कालीन डीजीपी मनोज यादव के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। उनका आरोप था कि उन्हें उनकी जाति के कारण परेशान और प्रताड़ित किया जाता है।
नवंबर 2023 में उन्होंने तत्कालीन मुख्य सचिव संजीव कौशल से तत्कालीन गृह सचिव टीवीएसएन प्रसाद के खिलाफ FIR दर्ज करने की अनुमति मांगी थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि उनकी जाति के कारण उन्हें गैर-कैडर पद पर तैनात किया गया था।
पिछले साल अप्रैल में उन्होंने यह भी शिकायत की थी कि उनकी आधिकारिक कार के लिए उन्हें 7 साल पुरानी होंडा सिटी गाड़ी दी गई है, जबकि अफसरों को नई टोयोटा इनोवा दी गई है। हरियाणा में 2024 के विधानसभा चुनावों से ठीक पहले उन्होंने चुनाव आयोग के सामने एक शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि आचार संहिता लागू होने के बाद दो AGGP को DGPऔर 2 IG को ADGP के रूप में प्रमोट किया गया था।
अब उन्होंने अपने कथित सुसाइड नोट में भी 8 IPS और 2 IAS अफसरों पर आरोप लगाया है। उनकी पत्नी का आरोप है कि उनके पति को अक्सर जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया गया था।