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खुदकुशी से पहले IPS वाई पूरन के घर में क्या-क्या हुआ?

सिस्टम से लड़ने वाले आईपीएस अधिकारी वाई पूरन सिंह की खुदकुशी से पूरा हरियाणा हैरान है। वह लंबे समय से अधिकारियों को एक से अधिक आवंटित आवास और पदोन्नति में भेदभाव के खिलाफ आवाज उठा चुके हैं। पूर्व डीजीपी के खिलाफ भी शिकायत दी थी।

IPS Y Puran Kumar.

आईपीएस वाई पूरन कुमार। ( Photo Credit: PTI)

चंडीगढ़ में वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की खुदकुशी का मामला अभी सुलझा नहीं है। उनकी आत्महत्या के बाद एक हेड कांस्टेबल को गिरफ्तार किया गया है। उसकी पहचान सुशील कुमार के तौर पर हुई है। जब वाई पूरन कुमार बतौर आईजी रोहतक रेंज में तैनात थे, उस वक्त हेड कांस्टेबल सुशील कुमार उनके स्टाफ में शामिल था। उसके खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया गया। उस पर एक शराब ठेकेदार से 2.50 लाख रुपये की रिश्वत हर महीने मांगने का आरोप है।

 

रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारनिया ने बताया, 'शिकायत करने वाले ने सीसीटीवी फुटेज और ऑडियो-विजुअल के तौर पर सबूत सौंपे हैं। इसके बाद सुशील को पकड़ा गया है।  वह दो दिन की हिरासत में रहा है। उसने वाई पूरन कुमार की तरफ से पैसे मांगने की बात कबूली है। आगे की जांच जारी थी, तब ही हमें इस घटना (पूरन कुमार की खुदकुशी) के बारे में जानकारी मिली।'

 

रोहतक एसपी नरेंद्र बिजारनिया ने आगे जानकारी दी कि शिकायतकर्ता ने बताया कि कथित तौर पर वाई पूरन कुमार ने उन्हें अपने कार्यालय बुलाया था। सुशील के माध्यम से सौदा करने को कहा।  

 

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आईपीएस पूरन कुमार के रसोइये ने क्या बताया? 

पूरन कुमार की वसीयत में 6 अक्तूबर की तारीख लिखी है। 7 अक्तूबर को उनकी खुदकुशी का मामला सामने आया। इसमें उन्होंने अपनी पूरी संपत्ति पत्नी के नाम करने की बात कही है। वाई पूरन कुमार के रसोइये प्रेम सिंह ने घटना की पूरी जानकारी दी। उसने बताया कि मैं पिछले छह साल से खाना बनाता हूं। 7 अक्तूबर की सुबह वाई पूरन कुमार ने मुझसे कहा कि मैं जरूरी काम से बेसमेंट में जा रहा हूं। किसी को अंदर मत आने देना। 

 

रसोइये के मुताबिक आईपीएस पूरन कुमार सिंह सुबह ही अपने आवास के बेसमेंट में चले गए थे। उन्होंने डिस्टर्ब न करने की बात कही थी। खुदकुशी करने से पहले पूरन कुमार ने वसीयत और सुसाइड नोट अपनी पत्नी को भेजा था। घटना के वक्त उनकी पत्नी अमनीत पी. कुमार जापान में थीं। मैसेज देखने के बाद उन्होंने अपने पति के फोन पर करीब 15 बार फोन किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। बाद में अमनीत ने अपनी छोटी बेटी अमूल्या को कॉल किया। बेटी जब बाजार से घर पहुंची तो बेसमेंट में पिता की लाश देखी। सोफे पर खून से लथपथ उनका शव पड़ा था।  

 

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आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार चंडीगढ़ के सेक्टर-11 स्थित कोठी नंबर 116 में अपने परिवार के साथ रहते थे। बेसमेंट में दो रूम हैं। एक साउंड प्रूफ है। चंडीगढ़ पुलिस ने भी वसीयत और सुसाइड नोट मिलने की बात मानी है, लेकिन इसमें क्या लिखा है? इसका खुलासा नहीं किया गया है। 

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