हाल ही में केंद्र सरकार ने जीएसटी का रेट कम करने की घोषणा की थी और अब दशहरा के अवसर पर एक केंद्र सरकार ने बुधवार को अपने कर्मचारियों और पेंशनधारकों के लिए महंगाई भत्ता (DA) में 3 प्रतिशत की बढ़ोतरी की घोषणा की। यह फैसला दशहरा और दीवाली जैसे त्योहारों से पहले लिया गया है।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इस बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी, जो 1 जुलाई से लागू होगी। इस साल डीए में दूसरी बार बढ़ोतरी की गई है। इससे पहले मार्च में सरकार ने 2 प्रतिशत की बढ़ोतरी की थी, जिससे लगभग 1.15 करोड़ कर्मचारियों और पेंशनधारकों को फायदा हुआ था।
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मार्च में भी बढ़ा था
पहले DA बेसिक वेतन या पेंशन का 53% था, जो मार्च में बढ़कर 55% हो गया। अब 3% की नई बढ़ोतरी के बाद यह 58% हो जाएगा। इस बढ़ोतरी से सरकारी खजाने पर हर साल 10,084 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा।
उदाहरण के लिए, अगर किसी कर्मचारी का बेसिक वेतन 60,000 रुपये है, तो उसे अब DA के रूप में 34,800 रुपये मिलेंगे, जो पहले 33,000 रुपये था।
महंगाई भत्ता क्या है?
महंगाई भत्ता (DA) वह अतिरिक्त राशि है, जो सरकार और सार्वजनिक क्षेत्र के नियोक्ता अपने कर्मचारियों और पेंशनधारकों को बढ़ती कीमतों से निपटने के लिए देते हैं। यह बेसिक वेतन का एक निश्चित प्रतिशत होता है और हर छह महीने में कीमतों में वृद्धि के आधार पर इसे संशोधित किया जाता है।
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DA पर भी टैक्स लगता है, इसलिए इसे आयकर रिटर्न में शामिल करना जरूरी है। यह बढ़ोतरी कर्मचारियों और पेंशनधारकों के लिए त्योहारी सीजन में बड़ी राहत लेकर आएगी।