वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को मोदी सरकार का 14वां आम बजट पेश करेंगी। ये मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का दूसरा आम बजट होगा। बजट में सरकार की कमाई और खर्च का ब्योरा होता है। बजट में सरकार बताती है कि वो अगले एक साल में कहां से कितना कमाएगी और कहां कितना खर्च करेगी?
बजट बनाने की तैयारी आमतौर पर छह महीने पहले यानी सितंबर से ही शुरू हो जाती है। आर्थिक मामलों के विभाग की बजट डिविजट सभी मंत्रालयों, विभागों, राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों से उनके खर्च का अनुमान मांगती है। इसके बाद वित्त मंत्रालय के अधिकारी अलग-अलग मंत्रालयों और विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर तय करते हैं कि किसे कितना फंड मिलेगा। सबकुछ तय हो जाने के बाद इसकी छपाई होती है। आखिर में वित्त मंत्री संसद में इसे पेश करते हैं।
8वीं बार बजट पेश करेंगी निर्मला सीतारमण
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 8वीं बार बजट पेश करने जा रहीं हैं। वो देश की पहली वित्त मंत्री होंगी, जो लगातार 8वीं बार बजट पेश करेंगी। निर्मला सीतारमण ने 2019 में पहला बजट पेश किया था। उनसे पहले मनमोहन सिंह, अरुण जेटली, पी. चिदंबरम और यशवंत सिन्हा ने लगातार 5 बार बजट पेश किया था। दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) से इकोनॉमिक्स की पढ़ाई करने वालीं निर्मला सीतारमण मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में रक्षा मंत्री थीं। 2019 में उन्हें वित्त मंत्री बनाया गया था।
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सीतारमण की टीम में कौन-कौन?
- तुहिन कांता पांडेः वित्त सचिव हैं। 9 जनवरी को वित्त मंत्रालय में राजस्व सचिव के रूप में कार्यभार संभाला है। ओडिशा कैडर के 1987 बैच के IAS अफसर पांडे DIPAM में सचिव रहे हैं। पिछले साल सितंबर में उन्हें वित्त सचिव के रूप में नियुक्त किया गया था। उनके सामने टैक्स सिस्टम को सरल बनाने के साथ-साथ राजस्व बढ़ाने की बड़ी चुनौती है।
- अजय सेठः कर्नाटक कैडर के 1987 बैच के IAS अफसर अजय सेठ अप्रैल 2021 से वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलों के विभाग में सचिव हैं। बजट तैयार करने में आर्थिक मामलों के सचिव की अहम भूमिका होती है। इनका ध्यान राजकोषीय घाटे को कम से कम करने पर होता है। अजय सेठ को देश के पहले सॉवरेन ग्रीन बॉन्ड जारी करने का श्रेय दिया जाता है।
- मनोज गोविलः मध्य प्रदेश कैडर के 1991 बैच के IAS अफसर मनोज गोविल पिछले साल अगस्त से वित्त मंत्रालय में व्यय सचिव का पद संभाल रहे हैं। इससे पहले उन्होंने कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय में सचिव के रूप में काम किया है। IIT कानपुर से कम्प्यूटर साइंस में डिग्री हासिल करने के साथ-साथ उन्होंने प्रिंसटन यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स में PhD भी की है। केंद्र सरकार में आने से पहले मनोज गोविल मध्य प्रदेश सरकार में भी अहम पदों पर रहे हैं।
- अरुणिश चावलाः बिहार कैडर के 1992 बैच के IAS अफसर अरुणिश चावला को 8 जनवरी को DIPAM में सचिव नियुक्त किया गया है। इसके साथ-साथ चावला अस्थाई रूप से सार्वजनिक उद्यम विभाग (DPE) और संस्कृति मंत्रालय का काम भी देखते हैं। बतौर DIPAM सचिव उनकी जिम्मेदारी विनिवेश बढ़ाने और IDBI बैंक की बिक्री में तेजी लाना है। वित्त मंत्रालय में आने से पहले चावला ने रसायन और उर्वरक मंत्रालय में फार्मास्यूटिकल्स विभाग में सचिव के रूप में भी काम किया है।
- एम नागराजूः त्रिपुरा कैडर के 1994 बैच के IAS अफसर नागराजू को पिछले साल 19 अगस्त में वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग (DFS) में सचिव नियुक्त किया गया था। नागराजू इस बजट में फिनटेक नियमों और डिजिटल वित्तीय बुनियादी ढांचे को लेकर सलाह देंगे। 2008 से 2012 तक नागराजू वर्ल्ड बैंक में एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर के एडवाइजर के तौर पर भी काम कर चुके हैं। हैदाराबाद यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट नागराजू कई विभागों में सचिव और प्रमुख सचिव का पद संभाल चुके हैं।
- वी. अनंत नागेश्वरमः जनवरी 2022 से नागेश्वरम मुख्य आर्थिक सलाहकार (CEA) हैं। वित्त मंत्री के सबसे करीबी सलाहकार मुख्य आर्थिक सलाहकार ही होते हैं। बजट से पहले आने वाला आर्थिक सर्वे यही तैयार करेंगे। IIM अहमदाबाद से उन्होंने एमबीए किया है। इसके साथ ही उन्होंने मैचाचुएट्स यूनिवर्सिटी से PhD भी की है। उनका तीन साल का कार्यकाल इसी साल इसी साल खत्म हो रहा है।
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दो हिस्सों में होगा बजट सत्र
संसद का बजट सत्र दो हिस्सों में होगा। सत्र का पहला हिस्सा 31 जनवरी से 13 फरवरी तक चलेगा। इस दौरान 9 बैठकें होंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देंगे। 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आम बजट पेश करेंगी। इससे पहले आर्थिक सर्वे पेश किया जाएगा। इसके बाद दूसरा हिस्सा 10 मार्च से 4 अप्रैल तक होगा। पूरे बजट सत्र में कुल 27 बैठकें होंगी।