वित्त सचिव तुहिन कांत पांडे SEBI के नए चीफ होंगे। गुरुवार को कैबिनेट की अपॉइंटमेंट कमेटी ने उनकी नियुक्त पर मुहर लगा दी। पांडे 3 साल के लिए SEBI के चीफ रहेंगे। वो मौजूदा SEBI चीफ माधबी पुरी बुच की जगह लेंगे, जो शुक्रवार को रिटायर हो रहीं हैं।
सरकार ने गुरुवार को आदेश जारी कर बताया, 'कैबिनेट की अपॉइंटमेंट कमेटी ने ओडिशा कैडर के 1987 बैच के IAS अफसर तुहिन कांत पांडे को सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) के चेयरमैन नियुक्त किए जाने को मंजूरी दे दी है। उनका कार्यकाल पद संभालने के बाद तीन साल तक रहेगा।'
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कौन हैं तुहिन कांत पांडे?
ओडिशा कैडर के 1987 बैच के IAS अफसर पांडे DIPAM में सचिव रहे हैं। पिछले साल सितंबर में उन्हें वित्त सचिव के रूप में नियुक्त किया गया था। इसी साल 9 जनवरी को वित्त मंत्रालय में राजस्व सचिव के रूप में कार्यभार संभाला था। पांडे ने पंजाब यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स में एमए किया है। इसके बाद उन्होंने यूके से एमबीए की डिग्री हासिल की। केंद्र सरकार में आने से पहले पांडे ओडिशा सरकार में कई अहम जिम्मेदारियां संभाल चुके हैं।
इतनी मिलेगी सैलरी
SEBI चीफ का पद काफी अहम होता है, क्योंकि स्टॉक मार्केट की देखरेख यही करते हैं। SEBI चीफ को भारत सरकार के सचिव के बराबर ही सैलरी मिलती है। अगर पांडे सरकार से मकान और कार नहीं लेते हैं तो उन्हें हर महीने 5.62 लाख रुपये सैलरी मिलेगी।
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क्या है SEBI?
स्टॉक मार्केट की निगरानी करने के लिए SEBI का गठन 12 अप्रैल 1992 को किया गया था। SEBI का अहम काम निवेशकों के हितों की रक्षा करना और मार्केट को रेगुलेट करना है।
पहली महिला चीफ थीं माधबी पुरी बुच
1989 में ICICI बैंक से अपना करियर शुरू करने वालीं माधबी पुरी बुच SEBI की पहली महिला चीफ थीं। ICICI बैंक में माधबी पुरी कई अहम पदों पर रहीं हैं। अप्रैल 2017 तक माधबी बुच SEBI के पूर्व चीफ अजय त्यागी के साथ SEBI की पूर्णकालिक सदस्य के तौर पर काम कर रही थीं। अजय त्यागी के रिटायरमेंट के बाद माधबी बुच को 1 मार्च 2022 को SEBI का चीफ नियुक्त किया गया था।