जीएसटी में कटौती का असर त्योहारी सीजन में लोगों की खरीद पर खूब दिखा। 22 सिंतबर से 21 अक्टूबर तक यानी नवरात्रि और दीवाली के बीच भारतीय उपभोक्तों ने पिछले साल की तुलना में अबकी 8.5 फीसद अधिक खर्च किया है। ब्लूमबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि भारत सरकार के जीएसटी सुधार ने त्योहारी सीजन में लोगों को कार को अन्य सामान खरीदने को प्रोत्साहित किया। रिपोर्ट में दावा किया गया कि बाजार में आई इस तेजी से अमेरिकी टैरिफ के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था को राहत मिली है।
22 सितंबर को केंद्र सरकार ने करीब 400 श्रेणियों के प्रोडक्ट पर लगने वाले जीएसटी को कम किया था। रिटेल इंटेलीजेंस प्लेटफॉर्म बिजोम ने अखिल भारतीय व्यापारी परिसंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया के हवाले से बताया कि देशभर में बिक्री करीब 6 ट्रिलियन रुपये तक पहुंच गई। इसमें सबसे अधिक आभूषण, इलेक्ट्रॉनिक्स, परिधान, साज-सज्जा और मिठाई जैसी सामान की मांग रही। बिजोम ने बताया कि 22 सितंबर से 21 अक्टूबर तक उपभोक्ता खर्च पिछले साल इसी अवधि की तुलना में 8.5 फीसद बढ़ा है।
यह भी पढ़ें: दिवाली या GST में कमी, बैंकों ने बांटा दोगुना कर्ज, लोगों ने खूब खरीदा घर और कार
महिंद्रा ट्रैक्टर्स की बिक्री 27 फीसद बढ़ी
जीएसटी कम होने के बाद लोगों ने अबकी बार कार भी खूब खरीदी। टाटा मोटर्स ने नवरात्रि और धनतेरस के बीच एक लाख अधिक कारों की डिलीवरी की। वहीं धनतेरस की दिन हुंडई ने पिछले साल की तुलना में 20 फीसद अधिक कार बेचीं। पहले टैक्टर पर 12 फीसद जीएसटी लगती थी। मगर नए सुधार के बाद अब 5 फीसद ही टैक्स लगता है। इसका असर यह हुआ कि सिर्फ महिंद्रा ट्रैक्टर्स की बिक्री में 27 फीसद का इजाफा हुआ है।
'आगे भी जारी रह सकती बाजार में तेजी'
ब्लूमबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में क्रॉम्पटन ग्रीव्स कंज्यूमर इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड के मुख्य वित्तीय अधिकारी कालीस्वरन ए के हवाले से बताया कि त्योहारी सीजन में रसोई श्रेणी में उछाल देखने को मिला है। खासकर प्रेशर कुकर जैसे प्रोडक्ट की ब्रिक्री में तेजी आई है। कालीस्वरन ने उम्मीद जताई है कि हालिया बिक्री की गति जनवरी और उसके बाद भी जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि कुछ सकारात्मक संकेत हमें यह विश्वास दिला रहे हैं कि उपभोग सही दिशा में बढ़ रहा है।