केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने स्टार्टअप के लिए एक हेल्पलाइन डेस्क बनाने का ऐलान किया है। 'स्टार्टअप महाकुंभ 2025' में दुकानदारी पर हुए हंगामे के बाद उन्होंने यह कदम उठाया है। उन्होंने कहा था कि भारतीय स्टार्टअप, फूड डिलीवरी ऐप से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। उन्होंने भारत के स्टार्टअप्स की तुलना चीन के साथ करते हुए कहा था कि क्या हम सिर्फ दुकानदारी करेंगे?
उद्योग और स्टार्टअप से जुड़े लोगों ने इस बयान की जमकर आलोचना की थी। पीयूष गोयल ने कहा था, 'देश में कई स्टार्टअप फूड डिलीवरी और सट्टेबाजी, फैंटेसी स्पोर्ट्स ऐप पर ज्यादा फोकस कर रहे हैं, जबकि चीन में EV, बैटरी टेक्नोलॉजी, सेमीकंडक्टर और AI पर काम कर रहे हैं।' बयान पर विवाद बढ़ा उसके बाद उन्होंने एक हेल्पलाइन डेस्क बनाने का फैसला किया है।
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स्टार्टअप बयान पर हुआ बवाल, अब बनाएंगे हेल्पलाइन
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को ऐलान किया कि भारतीय स्टार्टअप्स के लिए एक हेल्पलाइन डेस्क शुरू किया जाएगा, जिससे उन्हें किसी भी समस्या का सामना करने पर, सुझाव देने या सरकार से शिकायत दर्ज करने में मदद मिल सके। दिल्ली में आयोजित स्टार्टअप महा कुम्भ कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि यह हेल्पलाइन देश भर के किसी भी स्टार्टअप के लिए खुली होगी, जिससे लोग कोई सुझाव दे सकें या शिकायत दर्ज कर सकें।
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हेल्पलाइन डेस्क का काम क्या होगा?
वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि वह 'स्टार्टअप इंडिया' पहल के तहत एक हेल्पलाइन डेस्क शुरू करने जा रहे हैं। इस हेल्पलाइन के जरिए स्टार्टअप्स किसी भी अधिकारी द्वारा परेशान किए जाने, कानूनों में बदलाव के लिए सुझाव देने, या ऐसी किसी प्रोडक्ट या तकनीक की पहचान के लिए संपर्क कर सकते हैं जो भारत के कानूनी दायरे में न आती हो।
उन्होंने कहा, 'अगर स्टार्टअप्स को लगता है कि कोई भ्रष्टाचार में लिप्त है या कोई रिश्वत मांग रहा है, तो वे इस हेल्पलाइन का इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आपको लगता है कि आपने कुछ गलत नहीं किया और कानून के दायरे में काम किया है, तो आप हेल्पलाइन के जरिए शिकायत कर सकते हैं।'
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स्टार्टअप पर हंगामा क्यों हुआ था?
पीयूष गोयल के स्टार्टअप वाले बयान पर खूब हंगामा हुआ था। उन्होंने स्टार्टअप शुरू करने वाले लोगों पर फूड डिलीवरी, सट्टेबाजी और फैंटेसी ऐप पर ज्यादा ध्यान देने के लिए तंज कसा था। उन्होंने चीन के स्टार्टअप से तुलना करते हुए कहा था कि एक तरफ चीन इलेक्ट्रिक वाहन, बैटरी टेक्नोलॉजी, सेमीकंडक्टर और AI पर काम कर रहा है, हमारे स्टार्टअप डिलीवरी ऐप बना रहे हैं, जिससे आलसी अमीरों को घर बैठे खाना मिल सके।
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दुकानदारी बयान पर हुआ था हंगामा
पीयूष गोयल ने सवाल उठाया था कि क्या पढ़े लिखे बेरोजगार युवा, कम सैलरी में काम करके खुश हैं। उन्होंने कहा, 'क्या हमें आइसक्रीम या चिप्स बनाना है? क्या सिर्फ दुकानदारी ही करनी है?'
ई-कॉमर्स से आगे इनवेशन करने को लेकर पीयूष गोयल ने कहा कि भारत में डीप टेक स्टार्टअप की संख्या कम है। भारत में डीप टेक एरिया में केवल 1 हजार स्टार्अट होना चिंताजनक है। भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप हब है, जहां 100 से अधिक यूनिकॉर्न हैं। सरकार द्वारा लगभग 1.57 लाख स्टार्टअप्स को मान्यता दी गई है।