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CAT में नहीं मिला कोई कॉलेज तो MBA के लिए दे सकते हैं यह एंट्रेस टेस्ट

भारत में MBA करने के लिए हर साल करीब तीन लाख लोग कॉमन एडमिशन टेस्ट (CAT) देते हैं। इस टेस्ट के अलावा भी कई एंट्रेस टेस्ट होते हैं जिनके जरिए आप MBA में एडमिशन ले सकते हैं।

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सांकेतिक तस्वीर, Photo Credit: Freepik

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हर साल लाखों छात्र भारत में मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (MBA) और  दूसरे पोस्ट-ग्रेजुएट मैनेजमेंट प्रोग्राम करते हैं। MBA में एडमिशन के लिए हर साल कॉमन एडमिशन टेस्ट (CAT) होता है। इस साल 30 नवंबर को देशभर में इस परीक्षा को आयोजित किया जाएगा। इस परीक्षा के बाद बहुत से छात्र अन्य विकल्पों की भी तलाश करते हैं। इनमें ज्यादातर वह छात्र होते हैं जिन्हें लगता है कि वह अच्छा स्कोर नहीं कर पाएंगे और उन्हें उनके मनपसंद कॉलेज में एडमिशन नहीं मिल पाएगा। ऐसे छात्रों के लिए कुछ और एंट्रेस एग्जाम होते हैं। इनके जरिए किसी अच्छे MBA कॉलेज में एडमिशन मिल सकती है। 

 

 इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (IIM) जैसे टॉप बी स्कूल में एडमिशन लेने के लिए CAT जैसे एंट्रेंस एग्जाम पास करना जरूरी है। टॉप बी स्कूल में बहुत कम छात्रों को एडमिशन मिल पाता है लेकिन हर साल करीब तीन लाख छात्र CAT एंट्रेस एग्जाम देते हैं। मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट में एडमिशन लेने के लिए कई यूनिवर्सिटी अपना खुद का एंट्रेस एग्जाम करवाती हैं। इन यूनिवर्सिटी की रैंकिंग भी अच्छी है यानी कुल मिलाकर आपके लिए CAT का एक बेहतर विकल्प हो सकता है। 

 

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CAT के अलावा विकल्प

  • जेवियर एप्टीट्यूड टेस्ट: XAT को जेवियर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट जमशेदपुर आयोजित करवाता है और कई टॉप संस्थान इस एंट्रेंस के जरिए एडमिशन करवाते हैं। यह परीक्षा हर साल जनवरी में होती है और इसे CAT के बाद दूसरा सबसे बड़ा एंट्रेस एग्जाम माना जाता है। इसके जरिए XLRI और 11 XAMI मेंबर इंस्टीट्यूट में एडमिशन मिल सकता है। 
  • मैनेजमेंट एप्टीट्यूड टेस्ट- MAT एंट्रेस एग्जाम को हर साल AIMA आयोजित करवाती है। यह MBA एंट्रेंस एग्जाम साल में 4 बार, फरवरी, मई, सितंबर और दिसंबर में होता है। इसके जरिए आप कई अच्छे संस्थानों में एडमिशन ले सकते हैं।
  • सिम्बायोसिस नेशनल एप्टीट्यूड टेस्ट- SNAP को हर साल सिम्बायोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी आयोजित करवाती है। सिम्बायोसिस के अलग-अलग संस्थानों में इसी के जरिए एडमिशन मिलता है। यह एग्जाम हर साल दिसंबर में होता है। 
  • कॉमन मैनेजमेंट एडमिशन टेस्ट- CMAT को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) आयोजित करवाती है। इस एंट्रेस एग्जाम को देशभर में कई संस्थान मान्यता देते हैं। 
  • ग्रेजुएशन मैनेजमेंट एडमिशन टेस्ट- GMAT इंटरनेशनल लेवल पर होने वाला एंट्रेस टेस्ट है। इस टेस्ट के स्कोर के आधार पर आपको भारत के कई टॉप कॉलेजों में एडमिशन मिल सकती है। भारत ही नहीं दुनिया के कई अन्य देशों में भी आप इस टेस्ट के स्कोर के आधार पर एडमिशन ले सकते हैं। दुनियाभर में 2300 से ज्यादा बिजनेस स्कूल में GMAT स्कोर के जरिए एडमिशन दिया जाता है। 
  • महाराष्ट्र कॉमन एंट्रेंस टेस्ट - MH-CET महाराष्ट्र राज्य के कई टॉप मैनेजमेंट इंस्टीट्यूटस में एडमिशन के लिए करवाया जाता है। यह कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट होता है और हर साल मार्च महीने में दो दिनों तक यह टेस्ट चलता है। इससे महाराष्ट्र के सरकारी और प्राइवेट मैनेजमेंट कॉलेजों में एडमिशन मिल सकती है। 
  • तमिल नाडु कॉमन एंट्रेस टेस्ट- TANCET यह एक स्टेट लेवल एंट्रेस टेस्ट है। तमिलनाडु राज्य में स्थित मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट्स से MBA करने के लिए आप इस एंट्रेस टेस्ट को दे सकते हो। 
  • IIFT- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेन ट्रेड के अलग-अलग कैंपस में एडमिशन के लिए यह एंट्रेस एग्जाम दे सकते हैं। इस टेस्ट को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी करवाती है और यह टेस्ट हर साल होता है। 

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इन एंट्रेस टेस्ट के अलावा भी कई एंट्रेस टेस्ट के जरिए आप MBA में एडमिशन ले सकते हैं। अगर आप CAT में अच्छा स्कोर नहीं कर पाते तो आपके लिए यह टेस्ट अच्छे विकल्प हो सकते हैं। अगर आप CAT के अलावा अन्य विकल्प की तलाश कर रहे हैं तो पहले अपनी पसंद के कॉलेज का चयन करें। इसके बाद उस कॉलेज की वेबसाइट पर जाकर देखें कि उसमें एडमिशन के लिए कौन-कौन से एंट्रेस टेस्ट दिए जा सकते हैं। 

कौन दे सकता है यह टेस्ट?

मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में एडमिशन के लिए कोई भी ग्रेजुएशन पास व्यक्ति अप्लाई कर सकता है। अगर आप इन एंट्रेस टेस्ट को देना चाहते हैं तो आपके पास ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए। अगर आप ग्रेजुएशन फाइनल ईयर में हैं तो भी आप एंट्रेस टेस्ट में बैठ सकते हैं। कुछ एंट्रेस टेस्ट के लिए ग्रेजुएशन में न्यूनतम मार्क्स होने भी जरूरी हो सकते हैं। आम तौर पर 50-55 प्रतिशत न्यूनतम मार्क्स निर्धारित किए जाते हैं। एंट्रेस के बाद अलग-अलग संस्थानों में एडमिशन के लिए आप अप्लाई कर सकते हैं। 


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