बिहार की चेनारी विधानसभा सीट रोहतास जिले में पड़ती है। अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित इस सीट पर पिछली बार कांग्रेस ने जीत हासिल की थी। यहां कांग्रेस अब तक छह बार जीत हासिल कर चुकी है। जेडीयू को तीन और आरजेडी को सिर्फ एक बार ही जीत मिली है। लोकसभा चुनाव में चेनारी विधानसभा सीट सासाराम संसदीय सीट का हिस्सा है। विधानसभा क्षेत्र में नौहट्टा, रोहतास और चेनारी प्रखंडों के अलावा शिवसागर प्रखंड की कुछ ग्राम पंचायतें आती हैं।
अगर चेनारी विधानसभा सीट के भूगोल की बात करें तो इसका अधिकांश हिस्सा रोहतास के पठार के तहत आता है। छोटी-छोटी पहाड़ियों से घिरे इस इलाके में दुर्गावती और सोन जैसी जीवनदायिनी नदियां बहती हैं। विधानसभा क्षेत्र की अधिकांश आबादी ग्रामीण क्षेत्र में रहती है। जीवन यापन खेती-किसानी पर निर्भर है। रोजगार की कमी इलाके की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है। चेनारी के शेरगढ़ किले की ऐतिहासिक ख्याति है। इसका इतिहास शेरशाह सूरी से जुड़ता है।
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मौजूदा समीकरण
2020 विधानसभा चुनाव के आंकड़ों के मुताबिक चेनारी विधानसभा ( 207) में मतदाताओं की कुल संख्या 2,94,986 है। करीब 22.16 फीसद अनुसूचित जाति के मतदाता हैं। अनुसूचित जनजातियों की हिस्सेदारी 4.87 फीसद है। वहीं 9.5 फीसद मुस्लिम मतदाता हैं। चेनारी सीट जीत उसी दल की होती है, जिसे अनुसूचित जातियों का साथ मिलता है। मगर दिक्कत यह है कि सभी प्रत्याशी अनुसूजित जाति के होते हैं। ऐसे में इनके वोटों में भी बंटवारा हो जाता है।
2020 चुनाव का रिजल्ट
पिछले चुनाव में चेनारी से कुल 15 प्रत्याशी मैदान में थे। जेडीयू ने ललन पासवान को टिकट दिया। उनके सामने कांग्रेस ने मुरारी प्रसाद गौतम को उतारा। एलजेपी ने चंद्रशेखर पासवान पर दांव खेला। जेडीयू प्रत्याशी ललन पासवान को 53,698 वोट मिले, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार मुरारी प्रसाद गौतम को कुल 71,701 मत मिले। ललन पासवान को 18,003 मतों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा। एलजेपी प्रत्याशी चंद्रशेखर को 18,074 और बीएसपी उम्मीदवार श्याम बिहारी राम को 12,864 वोट मिले।
मौजूदा विधायक का परिचय
2020 में कांग्रेस की टिकट पर चुनाव जीतने वाले विधायक मुरारी प्रसाद गौतम अब बीजेपी का हिस्सा हैं। पिछले साल उन्होंने कांग्रेस छोड़ी थी। मौजदूा समय में वह चेनारी से विधायक हैं, लेकिन दलबदल कानून के तहत उनकी अयोग्यता से जुड़ा मामला अभी विधानसभा अध्यक्ष के पास विचाराधीन है। मुरारी प्रसाद दूसरी बार विधायक बने है। पहली बार साल 2009 में कांग्रेस की टिकट पर उपचुनाव जीता था। आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी मुरारी प्रसाद गौतम को अपना प्रत्याशी बना सकती है। 2020 के चुनावी हलफनाम के मुताबिक मुरारी प्रसाद के पास 17 लाख रुपये से अधिक की संपत्ति है। एक भी रुपये का कर्जा नहीं है। उन्होंने मगध विश्वविद्यालय से स्नातक किया है। उनके खिलाफ एक आपराधिक मामला लंबित है।
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विधानसभा सीट का इतिहास
साल 1962 में चेनारी विधानसभा सीट अस्तित्व में आई। एक उपचुनाव समेत चेनारी कुल 16 चुनाव देख चुका है। सबसे अधिक छह बार कांग्रेस को जीत मिली। अगर विचारधारा की बात करें तो समाजवादी दलों को 10 बार चेनारी की जनता ने मौका दिया। दो बार जनता दल और तीन बार जेडीयू को सफलता मिली। लोकदल, जनता पार्टी, हिंदुस्तानी शोषित दल, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी और आरजेडी को एक-एक बार जीत मिली। चेनारी सीट से छठू राम, राम बचन पासवान, छेदी पासवान, जवाहर पासवान और मुरारी प्रसाद गौतम दो-दो बार विधायक रहे। वहीं ललन पासवान तीन बार विधानसभा का चुनाव जीते।
वर्ष |
विजेता |
दल |
1962 |
गोबिंद राम |
कांग्रेस |
1967 |
छठू राम |
कांग्रेस |
1969 |
छठू राम |
कांग्रेस |
1972 |
राम बचन पासवान |
हिंदुस्तानी शोषित दल |
1977 |
राम बचन पासवान |
जनता पार्टी |
1980 |
दूधनाथ पासवान |
कांग्रेस |
1985 |
छेदी पासवान |
लोकदल |
1990 |
जवाहर पासवान |
जनता दल |
1995 |
जवाहर पासवान |
जनता दल |
2000 |
छेदी पासवान |
आरजेडी |
2005 (फरवरी) |
ललन पासवान |
जेडीयू |
2005 (नवंबर) |
ललन पासवान |
जेडीयू |
2009 |
मुरारी प्रसाद गौतम (उपचुनाव) |
कांग्रेस |
2010 |
श्याम बिहारी राम |
जेडीयू |
2015 |
ललन पासवान |
राष्ट्रीय लोक समता पार्टी |
2020 |
मुरारी प्रसाद गौतम |
कांग्रेस |