चेरिया बरियारपुर विधानसभा बिहार के बेगूसराय जिले में आती है। चेरिया बरियारपुर के उत्तर में समस्तीपुर और सहरसा जिला आते हैं, जबकि इसके पूरब में खगड़िया, मुंगेर जिले आते हैं और दक्षिण में लखीसराय है। यह बिहार के निचले इलाकों में आता है, जिससे चेरिया बरियारपुर हर साल मॉनसून के दौरान बाढ़ की चपेट में आता है। इलाके से बुढ़ी गंडक, करेह और बागमती जैसी नदियां होकर बहती हैं। क्षेत्र के लोगों का मुख्य तौर से कृषि आजीविका है।
चेरिया-बरियारपुर, जिला मुख्यालय बेगूसराय से 22 किलोमीटर दूर है। इसके अलावा यहां से रोसड़ा 30 किलोमीटर, दलसिंहसराय 40 किलोमीटर, मोकामा 45 किलोमीटर, समस्तीपुर 55 किलोमीटर और खगड़िया जिला मुख्यालय 60 किलोमीटर हैं। चेरिया-बरियारपुर में भगवती माई मंदिर, दुर्गा मंदिर आदि प्रसिद्ध धार्मिक स्थल हैं।
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मौजूदा समीकरण?
चेरिया-बरियारपुर विधानसभा सीट पर साल 1990 से ही समाजवादी विचारधारा वाली पार्टियों का दबदबा रहा है। यहां 2010 और 2015 के चुनावों में जनता दल यूनाइटेड (JDU) के प्रत्याशी ने जीत दर्ज की थी। मगर, 2020 में आरजेडी ने इस सीट पर कब्जा जमाया था। पिछले चुनाव में यहां से आरजेडी के राजबंसी महतो ने चुनाव जीता था। राज बंसी महतो ने जेडीयू की मंजू वर्मा को हराया था। इस सीट पर सामाजिक समीकरण की बात करें तो यहां 16.74 फीसदी मतदाता अनुसूचित जातियों, 15 फीसदी महतो और 11 फीसदी मुस्लिम मतदाता हैं। इस बार चेरिया-बरियारपुर में एनडीए और महागठबंधन के बीच कड़ी टक्कर होने की उम्मीद है।
2020 में क्या हुआ था?
चेरिया-बरियारपुर सीट पर 2020 में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने जीत दर्ज की थी। 2020 में आरजेडी ने दो दशक के बाद जोरदार वापसी की थी। पार्टी प्रत्याशी राजबंशी महतो ने चुनाव जीता था। राजबंशी महतो ने जेडीयू की मंजू वर्मा को बड़े वोटों के मार्जिन से हराया था। हार का अंतर 40,897 वोटों का था। राजबंशी महतो ने 45.22 फीसदी वोट पाते हुए 68,635 वोट हासिल किया था, जबकि मजू वर्मा को महज 27,738 वोट मिले थे। वहीं, इस सीट पर उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी RLSP और चिराग पासवान की लोजपा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रार्टी जेडीयू के हारने में भूमिका निभाई थी। RLSP के प्रत्याशी सुदर्शन सिंह को 10,591 वोट मिले थे और लोजपा की राखी देवी गौतम कुमार को 25,437 वोट मिले थे।
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विधायक का परिचय
मौजूदा आरजेडी विधायक राजबंशी महतो चेरिया-बरियारपुर से पहली बार के विधायक हैं। 64 साल के विधायक राजबंशी बेगूसराय के पुराने और दिग्गज नेता माने जाते हैं। वह अपने इलाके में सक्रिय रहते हैं। राजबंशी महतो की पढ़ाई की बात करें तो वह 10वीं पास हैं। उन्होंने बेगूसराय के रघुनाथ हाई स्कूल से साल 1971 में दसवीं की परीक्षा पास की थी। 2020 के उनके चुनावी हलफनामों के मुताबिक, उनकी आय का मुख्य स्रोत विधायकी रूप में उनका वेतन और कृषि है। पिछले हलफनामों के मुताबिक उनके पास 3.78 करोड़ रुपये की संपत्ति है।
विधानसभा सीट का इतिहास
चेरिया-बरियारपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र संसदीय एवं विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन आदेश के बाद साल 2008 में अस्तित्व में आई थी। इस सीट पर अभी तक कुल 11 ही चुनाव हुए हैं। सबसे पहले चुनाव इस सीट पर साल 1977 में हुए थे। इस सीट की संख्या 141 है। चेरिया-बरियारपुर विधानसभा में खोदाबंदपुर और चौराही सामुदायिक विकास खंड हैं, जबकि नावकोठी सामुदायिक ब्लॉक के पहसारा (पश्चिम) और महेश्वरा ग्राम पंचायते हैं। चेरिया-बरियारपुर विधानसभा सीट बेगूसराय लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है।
1977- हरिहर महतो (कांग्रेस)
1980- सुखदेव महतो (सीपीआई)
1985- हरिहर महतो (आरजेडी)
1990- रामजीवन सिंह (जनता दल)
1995- रामजीवन सिंह (जनता दल)
2000- अशोक कुमार (आरजेडी)
2005- अनिल चौधरी (एलजेपी)
2005- अनिल चौधरी (एलजेपी)
2010- मंजू वर्मा (जेडीयू)
2015- मंजू वर्मा (जेडीयू)
2020- राजबंशी महतो (आरजेडी)