दानापुर विधानसभा: बेल पर बाहर आए रित लाल राय NDA को फिर फेल करेंगे?
दानापुर विधानसभा सके विधायक रित लाल राय हैं। एक जमाने में यह सीट बीजेपी का गढ़ थी, अब राष्ट्रीय जनता दल का दबदबा है।

दानापुर विधानसभा। (Photo Credit: Khabargaon)
दानापुर विधानसभा साल 1957 में अस्तित्व में आई थी। यह पटना जिले की 14 विधानसभाओं में से एक है। दानापुर सामान्य सीट है। विधानसभा की सीट संख्या 186 है। यह विधानसभा, पाटलीपुत्र लोकसभा सीट के तहत आती है। दानापुर विधानसभा में खगौल और दियारा समुदायिक विकास खंड आते हैं। दानापुर शहरी इलाका है, जो पटना नगर निगम के अंतर्गत ही आता है। यह शहर अपनी ऐतिहासिक दानापुर छावनी के लिए मशहूर है। यहां के विधायक रित लाल राय हैं। वह रित लाल यादव के नाम से मशहूर हैं। बिहार के अपराध जगत में उनका नाम बदनाम रहा है।
दानापुर, गंगा और सोन नदी के बीच बसा है। यह शहर ऐतिहासिक है। स्वतंत्रता संग्राम की चिंगारी यहां भी सुलगी थी। साल 1765 में यहां अंग्रेजों ने छावनी बसाई थी। यह देश की सबसे पुरानी छावनियों में से एक है। 1857 के गदर में यहां भी सिपाहियों ने विद्रोह किया था। साल 1949 में यहां बिहार रेजीमेंट का केंद्र स्थापित हुआ था।
दानापुर पटना जिले का एक ऐतिहासिक कस्बा है। साल 1887 में नगर परिषद बना था। दानापुर अपनी सैन्य छावनी, गुरुद्वारा हांडी साहिब और घाट के लिए प्रसिद्ध है। यहां साइबेरियन क्रेन पक्षी हर साल आते हैं। यह इलाका आरपी शर्मा टेक्नोलॉजी संस्थान और आर्मी पब्लिक स्कूल के लिए भी मशहूर है। हाल के दिनों में यहां सड़कें तेज रफ्तार से बन रहीं हैं।
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विधानसभा का परिचय
दानापुर विधानसभा में कुल वोटरों की संख्या 367981 है। यहां पुरुष मतदाताओं की संख्या 194683 है, वहीं 173289 महिला मतदाता हैं। 9 थर्ड जेंडर मतदाता हैं। दानापुर बिहार के विकसित इलाकों में से एक है। यहां साक्षरता दर करीब 78.4 फीसदी है। यहां 92 फीसदी से ज्यादा आबादी हिंदू है, 5 फीसदी आबादी मुस्लिम है। कायस्थ और ठाकुर मतदाता भी मजबूत स्थिति में हैं। यादव वोटरों की आबादी 20 फीसदी से ज्यादा है।
मुद्दे क्या हैं?
दानापुर की एक बड़ी आबादी रोजगार के लिए पलायन पर निर्भर है। स्थानीय स्तर पर रोजगार परक शिक्षा नहीं है। सरकारी अस्पताल कम हैं और स्वास्थ्य केंद्रों में सुधार की जरूरत है। बारिश के दौरान जलजमाव और खुले नालों की वजह से बदबू भी आम है। बड़े उद्योगों की जरूरत है।
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विधायक का परिचय
रित लाल राय, दानापुर के विधायक हैं। वह कोभवां गांव के रहने वाले हैं। इनकी गिनती बिहार के कुख्यात बाहुबली नेताओं में होती है। हत्या और दूसरे अपराधों के कई संगीन मुकदमे दर्ज हैं। 16 जनवरी 1972 को जन्मे रितलाल कई जघन्य वारदातों में शामिल रहे हैं। रित लाल पर हत्या, रंगदारी, अपहरण सहित कई संगीन अपराधों के 30 से अधिक मामले दर्ज हैं। वे लंबे समय तक जेल में भी रहे हैं। साल 2020 में जमानत पर रिहा हुए।
रितलाल ने 2016 में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर बिहार विधान परिषद का चुनाव जेल से जीत लिया था। 2020 बिहार विधानसभा चुनाव में RJD ने उन्हें दानापुर से अपना उम्मीदवार बनाया। सीट से उन्होंने बीजेपी की आशा देवी सिन्हा को हरा दिया था। आशा देवी के पति की हत्या में रितलाल का नाम सामने आया था।
रितलाल राय, पहले अपराधी बने, फिर राजेनता। हर बार इनका नाम विवादों में आता है। राजनीति में मजबूत पकड़ हमेशा से रही है। रित लाल राय 12वीं पास हैं। वह जगत नरायण लाल महाविद्यालय, खगौल से पढ़े-लिखे हैं। रितलाल की कुल संपत्ति 12 करोड़ से ज्यादा है।
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2020 विधानसभा चुनाव कैसा था?
2020 के विधानसभा चुनाव में डेढ़ दशक से काबिज बीजेपी की विदाई हो गई थी। रितलाल राय ने बीजेपी उम्मीदवार आशा देवी सिन्हा को हरा दिया था। आशा देवी को 73,971 वोट पड़े थे। हार-जीत का अंतर 15924 था। जीत का अंतर रितलाल को 89,895 वोट पड़े थे। राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के दीपक कुमार तीसरे नंबर पर थे, उन्हें 7,731 वोट पड़े।
2025 में क्या समीकरण बन रहे हैं?
दानापुर में एक बार फिर आरजेडी बनाम बीजेपी की जंग देखने को मिल सकती है। बीजेपी अपना खोया हुआ गढ़ वापस करने की कोशिश करेगी। यह बीजेपी की पारंपरिक सीट है, ऐसे में उम्मीद है कि यह सीट बीजेपी के खाते में ही आएगी।
सीट का इतिहास
दानापुर विधानसभा में अब तक 18 चुनाव हो चुके हैं। कांग्रेस और बीजेपी को 5-5 बार चुनावों में जीत हासिल हुई है। कांग्रेस ने 1977 के बाद से कोई चुनाव नहीं जीता है। बीजेपी को साल 2005 से लेकर 2015 तक बीजेपी जीतती रही, साल 2020 में समीकरण बदल गए। यहां से 2 बार लालू यादव भी चुनाव जीत चुके हैं।
- विधानसभा चुनाव 1957: जगत नारायण लाल, कांग्रेस
- विधानसभा चुनाव 1962: राम सेवक सिंह, सोशलिस्ट पार्टी
- विधानसभा चुनाव 1967: राम सेवक सिंह, संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी
- विधानसभा चुनाव 1969: बुध देव सिंह, कांग्रेस
- विधानसभा चुनाव 1972: बुध देव सिंह, कांग्रेस
- विधानसभा चुनाव 1977: राम लखन सिंह यादव, कांग्रेस
- विधानसभा चुनाव 1980: बुध देव सिंह, कांग्रेस
- विधानसभा चुनाव 1985: विजयेंद्र राय, निर्दलीय
- विधानसभा चुनाव 1990: विजयेंद्र राय, जनता दल
- विधानसभा चुनाव 1995: लालू प्रसाद यादव, जनता दल
- विधानसभा चुनाव 1996 (उपचुनाव): विजय सिंह यादव, बीजेपी
- विधानसभा चुनाव 2000: लालू प्रसाद यादव, आरजेडी
- विधानसभा चुनाव 2002 (उपचुनाव): रामानंद यादव, आरजेडी
- विधानसभा चुनाव 2005 (फरवरी): आशा देवी सिन्हा, बीजेपी
- विधानसभा चुनाव 2005 (अक्टूबर): आशा देवी सिन्हा, बीजेपी
- विधानसभा चुनाव 2010: आशा देवी सिन्हा, बीजेपी
- विधानसभा चुनाव 2015: आशा देवी सिन्हा, बीजेपी
- विधानसभा चुनाव 2020: रीतलाल यादव, आरजेडी
दानापुर में चुनाव कब है?
दानापुर में पहले चरण के तहत 6 नवंबर को वोटिंग होगी। बिहार की 243 विधानसभा सीटों पर 2 चरणों में चुनाव होगा। पहले 121 सीटों पर 6 नवंबर को वोटिंग होगी, वहीं 122 विधानसभाओं पर दूसरे चरण के तहत 11 नवंबर को वोटिंग होगी।
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