आज शाम (3 फरवरी) को दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 का चुनाव प्रचार थम गया। राजधानी के हैवीवेट चुनावी कैंपेन में तीनों राष्ट्रीय पार्टियों ने खूब जोर आजमाइश की है। आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने प्रचार के आखिरी दिन पूरा दमखम लगाया।
आप की तरफ से खुद पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल मैदान में रहे तो बीजेपी के धांसू नेता केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पार्टी के लिए प्रचार किया। कांग्रेस की तरफ से पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने प्रचार किया। मगर इस बार का दिल्ली चुनाव कई मायनों में खास रहा।
वो शब्द जिनका दिल्ली चुनाव में रहा बोलबाला
इस पूरे चुनावी प्रचार अभियान में कुछ ऐसे शब्द आमने आए, जिनका दिल्ली चुनाव में बोलबाला रहा। इन्हीं में से 'गाली', 'आप-दा' और 'झूठा' शब्द हैं। यह महज शब्द भर नहीं हैं, बल्कि इन शब्दों का नाम लेने से ही एक खास पार्टी या नेता की तस्वीर जेहन में उतर आती है। इन्हीं शब्दों का इस्तामाल करके अरविंद केजरीवाल, नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी ने एक दूसरे पर सियासी वार किया।
'गाली'
इस चुनाव में 'गाली' शब्द का इस्तेमाल आम आदमी पार्टी ने बीजेपी के नेताओं के लिए किया। आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया कि बीजेपी के नेता गालीगलौच करते हैं। पार्टी के शीर्ष नेता अरविंद केजरीवाल ने सीधे आरोप लगाया कि कालकाजी सीट से बीजेपी उम्मीदवार अमेश बिधूड़ी और नई दिल्ली से प्रवेश वर्मा गाली देते हैं।
आम आदमी पार्टी ने अपने एक्स पर एक पोस्ट करते हुए कैप्शन लिखा, 'दिल्ली फिर इतिहास दोहराएगी, गालीबाज़ पार्टी को सबक सिखाएगी।' इसी तरह से पार्टी ने दर्जनों ऐसी पोस्ट लिखी है जिसमें उसने बीजेपी को गालीबाज बताया है।

इसके असाला 'आप' ने बीजेपी को लेकर कई पोस्ट में उसे असुर, भेड़ की हाहाकार लिखकर संबोधित किया है।
'आप-दा'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली चुनाव प्रतार की आधिकारिक शुरुआत रोहिणी में एक रैली से की थी। इस रैली में भारी भीड़ जुटी, प्रधानमंत्री की पहली रैली होने की वजह से इसपर मीडिया की नजरें थी। इसी रैली में पीएम मोदी ने आम आदमी पार्टी को एक नाम दिया 'आप-दा'। मोदी ने कहा कि आम आदमी पार्टी दिल्ली और यहां के लोगों के लिए किसी आपदा से कम नहीं है।
प्रधानमंत्री द्वारा दिए इस नाम के बाद से बीजेपी का हर बड़ा नेता आम आदमी पार्टी को उसके नाम से नहीं बल्कि आप-दा कहकर संबोधित कर रहा है। यह सिलसिला पूरे चुनाव में चला है। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपनी एक रैली में कहा, 'यह चुनाव, दिल्ली की तकदीर और तस्वीर बदलने, AAP-दा से मुक्ति पाने और विकसित दिल्ली बनाने का चुनाव है।'

एक चुनावी रैली में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, 'भाजपा जो कहती है, वो करती है और केजरीवाल की पार्टी AAP-दा जो कहती है, वो कभी भी नहीं करती है।' कुल मिलाकर बीजेपी अपने प्रचार में केजरीवाल की पार्टी को जनता के बीच 'आप-दा' नाम से ही पुकारा।
'झूठा'
कांग्रेस के शीर्ष नेता राहुल गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और प्रियंका गांधी अरविंद केजरीवाल की बातों औरक उके कुछ दोवों का नाम लेकर उन्हें 'झूठा' नाम से संबोधित कर रही हैं। इस पूरे चुनाव कैंपेन में राहुल गांधी ने अपनी रैलियों में केजरीवाल को झूठा बोला।
एक रैली में कांग्रेस अध्यक्ष खरगे आप प्रमुख पर हमला करते हुए कहा, 'केजरीवाल कहते हैं कि हरियाणा से आने वाले पानी में जहर मिलाया गया है। मोदी कहते हैं कि केजरीवाल झूठ बोल रहे हैं। जबकि ये दोनों झूठ बोलते हैं, क्योंकि दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। इसलिए आप दिल्ली में कांग्रेस की सरकार बनाइए, तब देखिए हम कैसे विकास के काम करते हैं।'

दिल्ली की अपनी एक रैली में राहुल गांधी ने केजरीवाल के द्वारा यमुना की सफाई के दावों को याद दिलाते हुए कहा, 'एक तरफ दिल्ली के गरीब लोग गंदा पानी पीने को मजबूर हैं। दूसरी तरफ झूठे वादे करके सत्ता में आए केजरीवाल शीश महल में बैठकर अपनी टीम के साथ करोड़ों का भ्रष्टाचार करते हैं।'