चुनाव आयोग अगले महीने बिहार विधानसभा चुनाव सुचारू रूप से करवाने के लिए जबरदस्त तैयारियों में जुटा हुआ है। चुनाव आयोग बिहार में चुनाव के लिए इस बार 2.5 लाख पुलिस कर्मियों सहित करीब 8.5 लाख चुनाव कर्मियों को तैनात करेगा। आयोग चाहता है कि चुनाव में किसी भी तरह की कोई गढ़बड़ी ना होने पाए, इसलिए इतना भारी-भरकम सुरक्षाकर्मियों की फौज उतार रहा है।
चुनाव आयोग ने गुरुवार को कहा कि लगभग 8.5 लाख चुनाव कर्मियों में से 4.53 लाख मतदान कर्मी, 2.5 लाख पुलिस कर्मी, 28,370 मतगणना कर्मी, 17,875 माइक्रो ऑब्जर्वर, 9,625 सेक्टर अधिकारी और 90,712 आंगनवाड़ी सेविकाएं तैनात होंगी।
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बुर्का-घूंघट वाली महिलाओं की होगी पहचान
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए कार्यक्रम घोषित करते हुए कहा था कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का उपयोग मतदान केंद्रों पर बुर्का और घूंघट वाली महिलाओं की पहचान करने के लिए किया जाएगा।
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38 पुलिस पर्यवेक्षक होंगे तैनात
बता दें कि पहली बार, बिहार के 243 निर्वाचन क्षेत्रों में से प्रत्येक के लिए एक सामान्य पर्यवेक्षक नियुक्त किया जाएगा, जो आयोग की आंख और कान के रूप में काम करेगा। चुनाव आयोग के मुताबिक इनके अलावा, 38 पुलिस पर्यवेक्षक और 67 व्यय पर्यवेक्षक भी तैनात किए गए हैं। ये पर्यवेक्षक अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में तैनात रहेंगे और नियमित रूप से राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों से मिलकर उनकी चिंताओं का समाधान करेंगे।
इस बार बिहार में दो चरणों में वोटिंग होगी। मतदान 6 और 11 नवंबर को डाले जाएंगे, जबकि चुनावों के नतीजे 14 नवंबर आएंगे। इस बीच प्रशांत किशोर की जन सुराज ने बिहार में अपने 51 प्रत्याशियों की घोषणा कर दी। जेडीयू, आरजेडी, बीजेपी और कांग्रेस ने अभी अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है।