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घोंडा विधानसभा: कांटे की टक्टर में BJP बचा ले जाएगी अपनी सीट?

घोंडा विधानसभा के चुनावी मुद्दे हैं, समस्याएं क्या हैं, किन बातों को लेकर जनता नाराज है, कौन-कौन चुनावी मैदान में है। पढ़ें हर सवाल का जवाब।

Ghonda Vidhan Sabha Seat

प्रतीकात्मक मैप। (Photo Credit: Khabargaon)

घोंडा विधानसभा दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से एक है। यहां कुल के 2.2 लाख वोटर हैं। घोंडा के मौजूदा विधायक अजय महावर हैं। यह विधानसभा सीट उत्तर-पूर्वी जिले में पड़ती है। यहां इस बार आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस में कांटे की टक्कर नजर आ रही है। यहां कांग्रेस के दिग्गज नेता भीष्म शर्मा चुनावी मैदान में हैं।

घोंडा विधानसभा के कुछ इलाके ठीक हैं तो कुछ इलाके पिछड़े गांवों की तरह नजर आते हैं। इस विधानसभा की सीट संख्या 65 है। साफ-सफाई, सीवर का पानी सड़कों पर आना, गंदा पानी यहां के अहम चुनावी मुद्दों में से एक है। मौजूदा विधायक का दावा है कि MCD पर आम आदमी पार्टी का कब्जा है, इसलिए विकास नहीं हो रहा है।

घोंडा का सामाजिक समीकरण क्या है?
घोंडा विधानसभा में मिश्रित आबादी रहती है। यहां करीब 10 फीसदी वोटर मुस्लिम हैं। सामान्य वर्ग के वोटर भी निर्णायक भूमिका में हैं। ओबीसी और दलित मतदाताओं की संख्या भी बेहद अहम है। 

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घोंडा विधानसभा के मुद्दे क्या हैं?
घोंडा विधानसभा में साफ-सफाई सबसे बड़ा मुद्दा है। यहां की टूटी-फूटी सड़कें, गंदगी और कचरे से पटे नाले बड़ी समस्या हैं। ब्रह्मपुरी वार्ड की हालत बेहद खराब है। यहां के नाले कचरे से पटे हैं। स्थानीय पार्षद आम आदमी पार्टी के हैं। तंग गलियां, टूटी-फूटी सड़कें, सड़कों के ऊपर सघन तार से लोग परेशान हैं। 

बारिश के दिनों में खूब पानी जमा होता है, नाले का पानी सड़क पर आ जाता है। विधानसभा के कुछ इलाके ऐसे हैं, जहां बारिश के दिनों में नाव चालनी पड़ती है। दिल्ली जलबोर्ड की ओर से आने वाला पानी यहां दूषित है। सीवर ओवरफ्लो होता है। जाम आम समस्या बन गई है। घोंडा, गांवड़ी और बुधबाजार इलाके में हालात और भी खराब हैं। 

सीट का इतिहास क्या है?
घोंडा विधानसभा साल 1993 में अस्तित्व में आई थी। इस सीट से भारतीय जनता पार्टी के नेता लाल बिहारी तिवारी पहली बार विधायक चुने गए थे। साल 1998 में कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी भीष्म शर्मा को जीत मिली थी। साल 2003 के विधानसभा चुनावों में भी वही जीते थे। साल 2008 के चुनाव में साहब सिंह चौहान बीजेपी के टिकट पर जीते। 2013 में भी उन्हें ही जीत मिली। साल 2015 में आम आदमी पार्टी से श्रीदत्त शर्मा चुने गए। साल 2020 में एक बार फिर बीजेपी विधायक अजय महावर चुने गए।

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कैसा था 2020 में चुनाव?

भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी अजय महावर यहां से विधायक बने। उन्हें करीब 81 हजार वोट मिले। आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी श्रीदत्त शर्मा दूसरे नंबर पर रहे। उन्हें करीब 53 हजार वोट पड़े। कांग्रेस पार्टी के नेता भीष्म शर्मा को करीब 5 हजार वोट मिले थे। साल 1998 के विधानसभा चुनाव से ही कांग्रेस भीष्म शर्मा को इस सीट से उतार रही है।

कौन-कौन लड़ रहा है चुनाव?
दिल्ली विधानसभा चुनाव में घोंडा की लड़ाई बेहद दिलचस्प है। इस विधानसभा सीट से कुल 10 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। बसपा ने इस सीट से सुरेंद्र लोहिया को टिकट दिया है। एनसीपी ने महक डोगरा को चुनावी मैदान में उतारा है। कांग्रेस पार्टी ने भीष्म शर्मा को टिकट दिया है, वहीं भारतीय जनता पार्टी ने अजय माहवार को टिकट दिया है। आम आदमी पार्टी ने अपने चर्चित नेता गौरव शर्मा को उतारा है।

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