पिपरा विधानसभा सीट बिहार के सुपौल जिले में आती है। यह इलाका कोसी नदी के किनारे बसा हुआ है जबकि इसके दक्षिणी छोर पर सहरसा और मधेपुरा जिले हैं और उत्तर-पश्चिम में कोसी पार मधुबनी जिला है। पूरे इलाके में मैथिली भाषा बोली जाती है। इसके अलावा स्थानीय लोग हिंदी, उर्दू और अंगिका भी बोलते हैं। पिपरा, सुपौल का एक प्रशासनिक प्रखंड और नगर पंचायत है।
यह इलाका कोसी डिवीजन के अंतर्गत आता है। पिपरा में 39 गांव और 16 पंचायतें हैं। एरिया के लिहाज से लछुमनदास चक यहां का सबसे छोटा गांव है और पथराजोलहनिया सबसे बड़ा गांव है। हालांकि, पिपरा में मूलभूत सुविधाओं का अभी भी अभाव है। यहां इलाके की सड़कों को बेहतर बनाने के साथ में उच्च शिक्षा के लिए मूलभूत ढांचे की मांग होती रही है।
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मौजूदा समीकरण?
पिपरा विधानसभा सीट वर्तमान में जनता दल यूनाइटेड (JDU) के कब्जे में है। यहां से जेडीयू के राम बिलास कामत विधायक हैं। उन्होंने साल 2020 में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के उम्मीदवार विश्व मोहन कुमार को हराया था। 2020 के चुनाव में जेडीयू-बीजेपी का गठबंधन था, जिसके बाद सीट बंटवारे के बाद पिपरा विधानसभा सीट नीतीश कुमार के कोटे में आई थी। चुनाव में राम बिलास कामत पहली बार विधायक बनकर विधानसभा पहुंचे। उनकी पकड़ को देखते हुए इस बात की उम्मीद है कि इस बार भी जेडीयू उन्हीं को अपना उम्मीदवार बनाएगी। ऐसे में आरजेडी को यहां से हराने के लिए राम बिलास कामत के मुकाबले कोई मजबूत कैंडिडेट उतारना होगा।
2020 में क्या हुआ था?
पिपरा विधानसभा सीट पर 2020 में जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने जीत दर्ज की थी। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) दूसरे नंबर पर रही थी। जेडीयू के राम बिलास कामत ने आरजेडी के विश्व मोहन कुमार को लगभग 20 हजार वोटों के अंतर से हराया था। हार का अंतर 19,245 वोटों का था। जेडीयू प्रत्याशी राम बिलास ने 46.8 फीसदी यानी 82,388 वोट हासिल हुए किए थे जबकि विश्व मोहन कुमार को 63,143 वोट ही मिले। वहीं, इस सीट पर चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के प्रत्याशी शकुंतला प्रसाद तीसरे नंबर पर रहे थे और उन्हें 5,660 वोट मिले थे। इसके अलावा पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी के महेंद्र शाह को 3,770 वोट मिले थे।
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विधायक का परिचय
मौजूदा विधायक राम बिलास कामत पिपरा से पहली बार 2020 में विधायक चुने गए हैं। 62 साल के एमएलए राम बिलास ने साल 1988 में सेवक समाज कॉलेज, सुपौल से बीए की पढ़ाई पूरी की। वह सुपौल के पुराने नेता में शुमार किए जाते हैं। राम बिलास कामत के ऊपर बिहार में 3 आपराधिक मामले भी दर्ज हैं।
2020 के उनके चुनावी हलफनामों के मुताबिक, उनकी आय का मुख्य स्रोत विधायकी रूप में उनका वेतन और कृषि है। पिछले हलफनामों के मुताबिक, उनके पास 5,380,000 रुपये की संपत्ति है। वहीं, 1,140,000 रुपये की देनदारियां हैं।
विधानसभा सीट का इतिहास
पिपरा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र संसदीय एवं विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन आदेश के बाद साल 2008 में अस्तित्व में आई थी। इस पर अभी तक कुल 3 ही चुनाव हुए हैं। इस सीट की संख्या 41 है। विधानसभा में पिपरा और किशनपुर सामुदायिक विकास खंड हैं। पिपरा विधानसभा सीट सुपौल लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है।
2010- सुजाता देवी (JDU)
2015- यदुवंश कुमार (RJD)
2020- राम बिलास कामत (JDU)